ईस्टर मोहर (The Easter Seal)- William Marrion Branham Message Books in Hindi

ईस्टर मोहर (The Easter Seal)- William Marrion Branham Message Books in Hindi

ईस्टर मोहर

फीनिक्स, एरिज़ोना, यू. एस. ए.

65-0410

1में फुल बिजनेस मैन की मण्ड़ली की वर्षगांठ पर होना और यह जानना कि प्रभु ने मुझे इसका थोड़ा सा अंश प्रदान किया है, कि मैं इस सहभागिता का हिस्सा हो सकें; मेरे लिए निश्चय ही एक सौभाग्य की बात है। मैं भाई कार्ल विलियम्स और उनकी पत्नी, और भाई स्ट्रोमी तथा उन सभी दूसरे भाईयों को जो यहाँ मंच पर हैं – भाई शोर; भाई आऊटलॉ सेवकगण, तथा आप सब जो अच्छे लोग हैं, आप का अभिवादन करना चाहता हूँ।आप जानते हैं कि गत सप्ताह मेरा भी जन्म दिवस था; और मैं इस मण्डली से बस थोड़ा सा ही बड़ा हूँ। मेरा मानना है कि उसने कहा था कि मैं इस मण्डली से पाँच वर्ष बड़ा हूँ।किसी दूसरे दिन किसी व्यक्ति ने मुझसे पूछा था, “भाई ब्रन्हम, आप कितने साल के है?” मैंने कहा, ”छब्बीस।” मैंने अपने जीवन के पहले पच्चीस वर्षों का तो सत्यनाश ही कर डाला था। मैंने उन वर्षों में परमेश्वर की सेवा अच्छी तरह से नहीं की थी।मैंने कहा,“ मैं आशा करता हूँ, कि परमेश्वर भी मेरे लिए ऐसा ही मानता हो। अगर यहाँ पर परमेश्वर से ही काम करवाया जाए, तो यह एक अलग ही बात होगी;2परन्तु यहाँ पर होना एक अच्छी बात है।और अब, हम आपका बहुत अधिक समय नहीं लेना चाहते हैं; क्योंकि इन अच्छी गवाहियों और इन बातों को जो चल रही हैं और गीतों को सुनने के पश्चात मुझे सदैव ही इस बात का डर रहता है; कि कहीं मैं कुछ ऐसा ना कर डालें जिससे यह सब उल्टा-पुल्टा ना हो जाये। और यदि मैं इसमें कुछ जोड़ सकता हूँ, तो मैं इसमें जोड़ना चाहता हूँ।उस भाई ने (अश्वेत भाई ने) इस सुबह जो गीत गाया था, मैं उसकी सराहना करता हूँ। “उसकी निगाहें गुरैया पर भी लगी हैं। इन बहनों ने जो इस गीत को गाया है – जब से मैं यहाँ पहली बार था तब से यह मेरी सहायता में से एक सहायता रहा हैं। मैंने इस गीत को रिर्काड कर लिया था; और मैंने बस इसे चलाया, ”मैं उससे इस पर बात करना चाहूँगा।” मैंने अपने मित्र भाई डॉसन रिले से पूछा था कि क्या वे-या उनमें से कुछ लोगों से पूछा था… क्या वे उन महिलाओं को बुलवा सकते है; क्या वे इस सुबह इस गीत को फिर से गाने के लिए अभी भी पृथ्वी पर हैं। मैं आशा करता हूँ कि टेरी ने इस गीत को रिकॉर्ड कर लिया है। हो सकता है कि मैं उस गीत को रिकॉर्ड पर उतार लेना चाहूँ, या कुछ करना चाहूँ, क्योंकि वास्तव में मुझे वह गीत अच्छा लगता है। मेरी यही अभिलाषा है कि “मैं उससे इस पर बातें कहूँ।” मैं सोचता हूँ कि हम सभी ऐसा करना चाहते हैं। इसीलिए ही तो हम इस सुबह यहाँ पर हैं।3अब आप अगले सप्ताह होने वाली सभाओं को देखिए…क्या उनके विषय में बताना बिलकुल ठीक होगा? मुझे आने वाले सप्ताह में अगले रविवार की इस्टर सभाओं के लिए शनिवार रात्रि और रविवार, और रविवार रात्रि को टेबरनिकल में होने के लिए घर पर होना होगा। और उसके बाद मैं कैलीफोर्निया वापस जाऊँगा। आप सब लोग जो कैलीफोर्निया के आसपास रहते हैं, हमें निश्चय ही आपको वहाँ पर सभा में पाकर प्रसन्नता होगी। मैं सोचता हूँ कि बिली ने गलत विज्ञापन भेज दिया है। उसने कहा था कि यह सभा बिलमोर होटल में होगी। मेरा विचार है। कि यह वही होनी थी, लेकिन उन्हें बिलमोर होटल नहीं मिल सका, और अब यह एम्बेसी होटल में होनी हैं। यदि आप वहीं कहीं पर हैं, तो फुलगोस्पल वालों में से कोई भी आपको इसके विषय में बता देगा।उसके बाद हम वहाँ से वापस आयेंगे,

और मैं दक्षिण अफ्रिका जाऊँगा। आज से ठीक एक महीने बाद हम दक्षिण अफ्रिका के लिए जल-यात्रा पर होंगे, हम आशा कर रहे हैं कि वहाँ पर लगभग तीन जातियों के साथ हमारा प्रभु में एक बहुत अच्छा समय रहेगा। हम निश्चय रुप से आप से अनुनय-विनय करते हैं कि आप हमारे लिए प्रार्थना करें। यदि प्रभु हमें आगे चलाये चलता है, तो शायद हम आपको तब तक न देख सकें जब तक कि मैं वापस नहीं आ जाता हूँ। मैं आशा करता हूँ कि जब हम वापस आयेंगे, तो हमारे पास आपके लिए एक बड़ी ही शानदारअच्छी रिपोर्ट होगी।4मैं सोचता हूँ कि पिछली बार प्रभु ने मुझे वहाँ पर वह सबसे महानतम् सभा दी थी जो मेरी पहले कभी नहीं हुई थी। एक ही बार में आल्टर कॉल पर …अब देखिए, यह “कम्बल निवासियों में हुआ था – जहाँ तक मैं जानता हूँ, एक ही बार में 30,000 लोगों ने मसीह को ग्रहण किया था। और हमने सोचा था कि हो सकता है, कि उनका अभिप्राय तो शारीरिक चंगाई से ही है, क्योंकि वहाँ पर लगभग एक ही बार में लगभग 25,000 लोग चंगे हुए थे। और उससे अगले दिन ही डरबन शहर के मेयर (जो कि सिडनी स्मिथ हैं) ने कहा था, ”आप अपनी खिड़की पर जाकर उन लोगों को देखे जो सड़क पर चले आ रहे हैं। और वहाँ पर पुरानी बैसाखियों और इसी प्रकार की दूसरी चीजों से भरी वेन एक के पीछे एक करके चली आती थीं – वे बस उन से भरी हुई थीं। वे उन जातियों के पीछे चली आती थी (जो कि पहले एक दूसरे से युद्ध कर रही थीं) और वे लोग अपनी अपनी भाषाओं में “केवल विश्वास करो”गीत गाते हुए। सड़क पर चले आ रहे थे।5मैं आपको बताता हूँ कि मेरा हृदय उल्लास से भर गया था। जब आप इस प्रकार का कार्य देखते हैं; तो वह आपको यही दिखाता हैं, कि आपका काम व्यर्थ नहीं हुआ है। देखिए, आपने तो यत्न किया है।मैं आशा करता हूँ कि परमेश्वर ही इसे फिर से दोहरायेगा। ऐसा इसलिए नहीं हैं, क्योंकि हम वहाँ पर जा रहे हैं, वरन ऐसा इसलिए है क्योंकि हम प्रभु के आगमन की बाट जोह रहे हैं। जैसा कि गीत कहता है, हम तो उस खोयी हुई छोटी भेड़ की तलाश कर रहे हैं। वह तब तक नहीं आयेगा जब तक वह भेड़ अन्दर नहीं आ जाती है। उसकी हर एक भेड़ को उसके गल्ले में होना है। वह तब तक द्वार बन्द नहीं करेगा जब तक अन्तिम भेड़ अन्दर नहीं आ जाती है।अतः सेवक भाइयों; मैं सुनिश्चित हूँ, कि इस सुबह मैं आपके साथ उस आखिरी भेड़ को ढूंढ़ने का यत्न कर रहा हूँ। हो सकता है, कि वह इस सुबह फीनिक्स में हो। मैं नहीं जानता हूँ, लेकिन जब वह आखिरी भेड़ अन्दर आ जायेगी, तो महान चरवाहा द्वार बन्द कर देगा।6मैं एक ऐसा हूँ जिसे उन बातों को लिखना पड़ता है जिन्हें मैं कहने जा रहा होता हूँ। जब से मैं बूढ़ा होता चला जा रहा हूँ मुझे याद रखने का काम कठिन लगता है; अतः मैं वचन के लेख तथा इसी प्रकार की दूसरी बातों को लिख कर रख लेता हूँ। ऐसा हुआ करता था कि मैं वचन के लगभग पचास लेखों को अपने दिमाग में रख लिया करता था, और यहाँ तक कि कभी नहीं…मैं बस उस उम्र से होकर आग बढ़ चुका हूँ, परन्तु मैं उन दिनों के कई खट्टे-मीठे अनुभवों को पीछे छोड़ चुका हूँ।अतः हम प्रभु के आगमन की राह देख रहे हैं। प्रभु, आप सब को आशीष दें। आप यहाँ पर ऊपर खड़े होते हैं और आप सोचते हैं…आप यहाँ पर नीचे बैठते हैं और इन लोगों की गवाही सुनते हैं, और आप सोचते हैं कि “अब जब मैं खड़ा होऊँगा तो मैं उसके विषय में कुछ कहूँगा।”और कहने के लिए बहुत कुछ होता है; आप सारे दिन भर इसे कहते रह सकते हैं। परन्तु मैं निश्चित रुप से आप सब की सराहना करता हूँ। होने पाये कि यह छोटी सी मण्डली बढ़ती रहे। यह होने पाये कि हर एक वह कलीसिया जो फीनिक्स में है लगातार बढ़ती रहे, जब तक कि यीशु नहीं आ जाता है। यही मेरी सत्यनिष्ठ प्रार्थना है। अब आइये हम अपने को थोड़ा सा आराम देने के लिए खड़े हो जायें,

जबकि हम प्रार्थना करते हैं।7सर्वशक्तिमान परमेश्वर, हमारे प्रभु मसीह के पिता, जिसने उसे मरे हुओं में से जिलाया और उसे हमें एक बलीदान के रुप में – प्रभु और उद्धारकर्ता के रुप में दिया-हम इस सौभाग्य के लिए जो हमें इस सुबह मिला है, कि हम आपकी उपस्थिति में आपके उन लोगों के साथ खड़े हुए हैं, जो कि छड़ाये हुए हैं, और उसके दूसरे महिमामय आगमन की राह देख रहे है जब वह हमें अपने लिए ग्रहण करेगा, आपके अत्यन्त आभारी हैं।प्रभु, यदि हमारे मध्य में कोई पाप है, तो आप अपने जूफा से शुद्ध करें। और स्वर्गीय पिता, हम प्रार्थना करते हैं, कि आप हर एक उस बीमार को जो हमारे मध्य में है चंगा करें, और सौभाग्यवश यदि यहाँ पर कोई ऐसा है जो आपको नहीं जानता है और पवित्र आत्मा के इस महान बपतिस्मे को नहीं जानता है जिसके विषय में हम इतनी उत्सुकतापूर्वक निश्चय के साथ कह रहें हैं- हम कह रहे हैं, कि इस अन्त के दिनों के लिए यह अवश्य ही पवित्र वचनों के अनुसार होना चाहिए, तो परमेश्वर हम यह प्रार्थना करते हैं, कि वह आज सारे दिन भर हम सब के ऊपर उतरे; और हमारा नये सिरे से देह के अन्दर बपतिस्मा करे; और पिता, उनको भी अन्दर लेकर आये जो बाहर हैं।प्रभु जबकि हम आपके वचन को पढ़ते है और उसे बोलने का प्रयास करते हैं जो आपके वचन की सच्चाई है, तो आप हमें आशीष प्रदान करें। हमारे मुँह को उन बातों के लिए बन्द कर डालें जो सच नहीं हैं और उन बातों के लिए हमारे मुँह और हृदयों को खोलें जो सच हैं, जैसा कि हम खुद को आपको समर्पित करते हैं। हमारे मुँहों को बोलने के लिए; हमारे कानों का सुनने के लिए, और हमारे हृदयों का ग्रहण करने के लिए उपयोग कीजिए। क्योंकि हम इस प्रार्थना को उसी ‘यीशु के नाम से माँगते हैं, जिसने ऐसा होने के लिए ठहराया हैं। आमीन !8मैं बाइबिल में से – पवित्र वचन में से तीन स्थानों से पढ़ना चाहता हूँ। यदि आप इन्हें रेखांकित करेंगे…और आप आगे को जानकारी के लिए उनको पढ़ना चाहते है; तो यदि आप उन जगहों को जो मैं पढ़ने जा रहा हूँ रेखांकित करते हैं, तो मुझे प्रसन्नता होगी। यह मत्ती 28 : 110, है, और इसके बाद मैं प्रकाशितवाक्य 1 : 17-18 और रोमियों 8 : 11 पढूंगा। मैं इन्हें फिर से दोहराता हूँ। अब देखिए ये हैं :- मत्ती 28 : 1-10, प्रकाशितवाक्य 1 : 17-18 और रोमियों 8 : 11 !अब हम ईस्टर की ओर बढ़ रहे हैं; और जैसा कि आप अपने अपने स्थानों पर आ रहे हैं। और इसे रेखंकित कर रहे हैं; मैं सोचता हूँ कि यह आगामी सप्ताह सर्वाधिक…वर्ष के सब सप्ताहों का एक महानतम् ऐतिहासिक सप्ताह है। मैं सोचता हूँ कि यह वह महानतम् पर्व है जिसे हम इस सप्ताह या आने वाले सप्ताह मनायेंगे- यह वह महानतम् घटना है जो पृथ्वी पर कभी घटित हुई। मैं नहीं सोचता हूँ कि कोई घटना इससे बढ़कर हो। आप कहते हैं, “ठीक है, सलीबी मृत्यु।” यह महान थी, लेकिन बहुत से लोग मर चुके हैं। बहुतेरे लोगों को क्रूस पर चढ़ाया गया था, यहाँ तक कि हमारे प्रभु के दिनों में बहुतेरों को क्रूस पर चढ़ाया गया। परन्तु उनमें से केवल एक ही ऐसा था जो मरे हुओं में से जी उठा था। और यही बात इसका निपटारा कर देती हैं।9अब मैं वचन पढ़ना चाहता हूँ। यह एक प्रकार से मेरा इस्टर से पहले का एक छोटा सा सन्देश है, और प्रभु ने चाहा तो यह लगभग चालीस मिनट का सन्देश होगा। अब आइये हम सन्त मत्ती के सुसमाचार का 28 वाँ अध्याय पढ़ें।सब्त के दिन के बाद सप्ताह के पहले दिन पौ फटते ही मरियम मगदलीनी और दूसरी मरियम कब्र को देखने आई।और देखो एक बड़ा भुईंडोल हुआ, क्योंकि प्रभु का दूत स्वर्ग से उतरा, और पास आकर उसने पत्थर को लुढ़का दिया, और उस पर बैठ गया।उसका रुप बिजली का सा और वस्त्र पाले की नाई उज्जवल था। उसके भय से पहरुए कांप उठे, और मृतक समान हो गये।और उसके डर के कारण रखवाले काँप उठे, और मुआ आदमी के समान बन गए।स्वर्गदूत ने स्त्रियों से कहा, कि तुम मत डरो : मैं जानता हूँ कि तुम यीशु को जो क्रूस पर चढ़ाया गया था ढूंढती हो।वह यहाँ नहीं है, परन्तु अपने वचन के अनुसार जी उऔर शीघ्र जाकर उसके चेलों से कहो, कि वह मृतकों में से जी उठा है;और देखो वह तुम से पहिले गलील को जाता है, वहाँ उसका दर्शन पाओगे, देखो, मैं ने तुम से कह दिया।और वे भय और बड़े आनन्द के साथ कब्र से शीघ्र लौटकर उसके चेलों को समाचार देने के लिए दौड़ गई।और देखो, यीशु उन्हें मिला, और कहा; ‘सलाम’ और उन्होंने पास आकर और उसके पैर पकड़कर उसको दण्डवत् किया।तब यीशु ने उनसे कहा, मत डरो; मेरे भाइयों से जाकर कहो, कि गलील को चलें जाँए वहाँ मुझे देखेंगे। आओ, यह स्थान देखो, जहाँ प्रभु पड़ा था।10आइये हम प्रकाशितवाक्य के पहले अध्याय में से 17वाँ और 18वाँ पद पढ़ें।जब मैंने उसे देखा, तो उसके पैरों पर मुर्दा सा गिर पड़ा और उसने मुझपर अपना दाहिना हाथ रखकर यह कहा, कि मत डर; मैं प्रथम और अन्तिम और जीवता हूँ।मैं मर गया था, और अब देख; मैं युगानुयुग जीवता हूँ; और मृत्यु और अधोलोक की कुंजियाँ मेरे ही पास हैं।आइये हम रोमियों की पुस्तक में से आठवें अध्याय को 11 वें पद से ही पढ़ना आरम्भ करें।और यदि उसी का आत्मा जिस ने यीशु को मरे हुओं में से जिलाया तुम में बसा हुआ है; तो जिस ने मसीह को मरे हुओं में से जिलाया, वह तुम्हारी मरनहार देहों को भी अपने आत्मा के द्वारा जो तुम में बसा हुआ है जिलाएगा।11अब मैं विश्वास करता हूँ कि प्रभु यीशु इन वचनों के पढ़े जाने पर अपनी आशीषे प्रदान करेगा।उस ईस्टर को देखते हुए – – – मैं अपने हृदय में इसे वर्ष की महानतम् सभा या महानतम् घटना के रुप में बैठा चुका हूँ। (मुझे माफ़ करना, क्या वह शोरगुल ज्यादा नहीं लग रहा, गर्जन के समान? क्या वह सब ठीक है ? क्या आप सब सही से सुन सकते हो ? तुम सुन नहीं सकते। क्या ये बहेतर है? ठीक इस तरह? मुझे और नजदीक नहीं आना है। )12अब देखिए, मैं ऐसा इसलिए कहता हूँ, क्योंकि ईस्टर – – – उसने वह सिद्ध कर दिया था जो बाइबल ने कहा था। वे सारे वचन जो उसके लिए लिखे गये थे कि वह करेगा, उसने अपने मसीह होने पर तब छाप की जब वह मरे हुओं में से जी उठा था। यही ईस्टर की मोहर है।आज हमारे पास इसके सन्दर्भ में बहुत सी बातें हैं। हम ईस्टर की मोहरों को खरीदने के विषय में बातें करते हैं। ठीक है, मैं इस सुबह ईस्टर की मोहर के ऊपर बोलना चाहता हूँ।यह मोहर उससे अलग है जो हम अपने पैसों से खरीदते हैं – जैसे कि एक मोहर तो वह होती है जिसके विषय में मैं यह सोचता हूँ, कि यह चिट्ठियों पर लगकर टयूबरक्लोसिस एसोसियेशन या लोग इसे जो कुछ भी कहते हैं वह जाती है। लेकिन मैं सोचता हूँ कि यह वाली मोहर उससे कुछ अलग हैं।

और चूँकि ईस्टर हम मसीहियों के लिए जो खुद को परमेश्वर की सन्तान होने का का दावा करते है, वर्ष का एक महान दिन है; अत : मैं इसे तोड़कर इस में घुसने का यत्न करना चाहूँगा; और यह देखने का यत्न करना चाहूँगा कि हम इस महान कृत्य का जिसे मसीह ने हमारे लिए किया था, किस प्रकार सहभागी होना चाहिए।13परमेश्वर का वचन तो उसके आगमन से कई सैकड़ों वर्षों पहले ही उसके क्रूस पर चढ़ाये जाने के विषय में, उस की मृत्यु के विषय में, उसके दुख भोग के विषय में, और उसके फिर से जी उठने के विषय में भी बोला जा चुका था। जैसा कि हम अपने रेडियो कार्यक्रमों को सुनते हैं, हो। सकता है कि शायद अगले सप्ताह हम अपनी इन सभाओं को कर रहे हों, और तब इस आगामी सप्ताह में हम अपनी कलीसियाओं में अपने अपने पास्टरों तथा ऐसे ही और दूसरे लोगों के साथ होंगे। परन्तु उन सब दिनों और उन सब कामों के विषय में जिन्हें यीशु ने किये थे….निश्चित रुप से हम परमेश्वर के वचन के सभी प्रमाणों की, तथा जो उसने इसे पूरा करने के लिए किया, उसकी प्रशंसा कर रहे होंगे – हम बीमारों को चंगा करने, मुर्दो को जिलाने; दुष्टत्माओं को बाहर निकालने, कंगालों को सुसमाचार का प्रचार करने और प्रत्येक उस शब्द को जो परमेश्वर ने कहा था कि जब वह आयेगा तो वह करेगा पूरा करने के विषय में; और फिर उसकी इसके लिए भी सराहना कर रहे होंगे, कि उसने हमारे बदले में हमारे पापों के लिए क्रूस पर दुख उठाया ताकि हमारे पापों के लिए प्रायश्चित कर सके; कोई और ऐसा नहीं कर सकता था, वरन केवल उसी ने ही ऐसा किया – इसके विषय में सराहना कर रहे होंगे।परन्तु उन सब बातों से ऊपर मैं यह सोचता हूँ कि ईस्टर ने सम्पूर्ण बात पर छाप की।14क्योंकि उससे पहले पृथ्वी पर जो भविष्यद्वक्ता हुए उन्होंने भविष्यवाणियाँ की थी। पृथ्वी पर भविष्यद्वक्ता रहे थे जिन्होंने बीमार को चंगा किया, यहाँ तक कि मरे हुओं को जिलाया; और ठीक उन्हीं चिन्हों को किया, जो यीशु ने किये थे, परन्तु ईस्टर ने इसे प्रमाणित किया था।इसने सच्चे विश्वासी के लिए परमेश्वर के वचन पर सदा के लिए मोहर कर दी थी। उस आशीषित प्रभात पर सारा अन्धकार और सन्देह छिन्न भिन्न हो गया था। यहाँ तक इस दिन से पहले लोगों को बन्दीगृह में बन्द किया गया था; धर्मी लोगों को बन्द कर दिया गया था जैसा कि ऐसा हुआ था, क्योंकि उन्होंने महान धार्मिक बहावों को, पवित्र आत्मा के विचरण को तथा इसी प्रकार की और दूसरी बातों को देखा था, परन्तु जब कोई मनुष्य मरता; तो ऐसा प्रतीत होता था कि मामला बस वहीं खत्म हो गया हैं। परन्तु जब यह वाला आया, तो इसने यह कहा, “मुझे अपने जीवन को देने का और उसे फिर वापस लेने का अधिकार है’,और तब उसने वह प्रमाणित किया था, जो उस ने कहा था; और मेरे लिए तो यही उसकी मोहर है – जब कोई बात कही जाती है; और फिर मुड़ा जाता है और उसे साबित किया जाता हैं।15यदि कोई व्यक्ति कहता है – – – जैसे कि कोलम्बस था; जिसका यह मानना था कि पृथ्वी गोल है; और उसने पानी के जहाज पर दृष्टि लगायी (जैसा कि हमें बताया गया है) कि वे कैसे अन्दर आते हैं, और इससे पहले कि वह पानी का जहाज देखे मस्तूल (पानी के जहाज का लम्बा सा डंडा) देख सकता था। इसी ने ही उस पर प्रमाणित किया था कि पृथ्वी गोल है। उस दिन में लोगों ने इस पर विश्वास नहीं किया था, परन्तु वह दर्शन का एक मनुष्य (Man of vision) था! और वह उसे बिलकुल ठीक ठीक प्रमाणित करने के लिए जो उस का दर्शन था कि वह सत्य है, बाहर निकल पड़ा। और परमेश्वर ने अपना वचन सत्य प्रमाणित करने की ठानी थी। केवल एक ही मनुष्य था जो ऐसा कर सकता था, और वह मसीह था; और वह आया, और उसने उसे सत्य प्रमाणित किया।इसने ही इस पर छाप की। उसने अन्धकार की सभी मोहरों को तोड़ा तथा और दूसरे धर्मों के अन्धविश्वासों को छिन्न भिन्न किया, हालाकि महान पुरुष उठ खड़े हुए और उन्होंने बड़ी बड़ी और जबरदस्त बातें कही, परन्तु उनमें से हर एक कब्र में पड़ा हुआ है। परन्तु हमारा मसीही धर्म एक मात्र ऐसा है जिसके पास एक खाली मकबरा हैं। और यही मुझ पर ये सिद्ध करता है, कि वह मरे हुओं का परमेश्वर है और जीवतों का परमेश्वर हैं। वह मरे हुओं को फिर से जीवित कर सकता हैं।इस जिला उठाने वाली सामर्थ ने;जिला उठाने वाले उसके आत्मा ने इस सभी वर्षों के द्वारा यह प्रमाणित किया है, कि वही एक ऐसा है जो मरे हुओं को फिर से जिला उठा सकता हैं।16जब उसने ईस्टर को अपनी प्रतिज्ञा के द्वारा इस महान जयवन्त सामर्थ को प्रमाणित किया था, तो उसने यह प्रमाणित किया था कि वह मृत्यु, अधोलोक और कब्र पर जयवन्त हो सकता था।

”मैं मर गया था; और मैं फिर से जी उठा हूँ, और मैं युगानुयुग जीवता हूँ; मृत्यु, अधोलोक और कब्र की कुंजियाँ मेरे ही पास हैं।“ यह क्या ही जबरदस्त वक्तवय है, कि कोई इसे कहे ! उसने न केवल यह वक्तवय दिया ही था, वरन वह तो पहले ही यह प्रमाणित कर चुका है कि उसके पास वह है, जिसके होने का वह दावा करता है।हम जो इस बाइबिल का विश्वास करते हैं , और अगर के विश्वासी के रूप में हम कहते हैं, “परमेश्वर ही दिन को पूरा करता हैं,” तो मैं सोचता हूँ, हम वह भी साबित कर सकते हैं, जिसके बारे में हम बोल रहे हैं। यही है वह जो हमें पृथ्वी का नमक बनाता है, जैसा कि एक बहन ने थोड़ी देर पहले कहा था। यह सच है, कि संसार इस नमक की ही राह देख रहा है जब हम अपने जीवनों के द्वारा और बाइबिल के द्वारा यह सिद्ध कर सकते हैं, कि हमारे जीवन इस बात को प्रमाणित कर रहे हैं, कि वचन आज जीवता है, – तो यही वह दिन है जिसकी हम प्रतिक्षा कर रहे हैं।17वचन – – -आत्मा ही। रोमियों 8 : 11 कहता है, “यदि उसी का आत्मा जिसने यीशु मसीह को मरे हुओं में से जिलाया, तुम्हारे अन्दर है; तो वह तुम्हारी मरनहार देह को भी जिलायेगा।” उसने न केवल हम पर यह साबित किया कि वह यहोवा छुड़ाने वाला है; और उसी के पास मृत्यु, अधोलोक और कब्र पर अधिकार है, अपितु उसने हमें भी ठीक उसी आत्मा के लिए एक रास्ता दिया है, ताकि खुद हमारे पास यह आश्वासन हो कि हम भी ठीक उसी आत्मा के द्वारा जिलाये जात हैं। क्योंकि यदि वही आत्मा जिसने यीशु को मरे हुओं में से जिलाया तुम्हारे अन्दर बसा हुआ है; तो वह तुम्हारी मरनहार देह को भी जिलायेगा।अब देखिएगा, “जिला उठाने या ”quicken’ शब्द का अर्थ होता है, कि मृत्यु के उपरान्त फिर से जिला उठाना। जब यह मर जाता है, तो उसके बाद इसे जिलाया जाये यह जिला उठाना होता है।18जब तक यह प्रमाणित नहीं हुआ तब तक कई वर्षों के लिए संसार सन्देह में ही कैद में पड़ा हुआ था। ना केवल इसके विषय में कहा गया, अपितु इसे प्रमाणित भी किया गया। मैं सोचता हूँ कि कोई भी चीज जिसकी कोई कीमत हैं – – -यदि यीशु ने कहा था, “इसलिए तुम जाओं और सब जातियों के लोगों को शिक्षा दो; और उन पर परमेश्वर की सामर्थ को कामों के द्वारा साक्षात् साबित करो। ये चिन्ह उनके होंगे जो विश्वास करते हैं, तो वे जिनसे प्रतिज्ञा की गई है और जो कहते हैं, कि वे विश्वास करते हैं, उसने उन्हें इसकी एक निश्चित समझ दी है, कि, ”ये चिन्ह उनके होंगे जो विश्वास करते हैं।”और यही उनकी गवाही का एक प्रमाण होगा।अब देखिए, हम कह सकते है; कि “हम विश्वास करते है,

परन्तु जब तक कि हमारे पास वह प्रमाणित चिन्ह नहीं है जिस के विषय में उसने कहा था कि वह हमारे ऊपर होगा, तो फिर बस विश्वासी होने का अंगीकार तो कर रहे हैं, लेकिन हम एक ऐसे विश्वासी नहीं हैं, जिसके पास अधिकार हो।19क्योंकि स्मरण रखिएगा—कुछ दिन पहले ही मैं टयूसान में एक रेडियो कार्यक्रम सुन रहा था; और यह प्रचारक हमारे विरुद्ध बोल रहा था; कि “पिन्तेकोस्तल धर्म और कुछ नहीं वरन मात्र एक लज्जा है -उस पर कान न लगाओ, वह तो डावाँडोल है ! और उसने कहा, ”कोई भी व्यक्ति जो अन्यान्य भाषा में बोलता है और इन कामों को करता है और दावा करता है कि वह प्रार्थना के द्वारा बीमारों का तथा इसी प्रकार के दूसरे कामों को प्रार्थना के द्वारा करता है; कि वह बीमारी उन्हें छोड़कर चली जाये; और ऐसे गरीब लोगों के लिए तो वह इसीलिए प्रार्थना करता है, क्योंकि वे एक भ्रान्ति में हैं; कि उनके साथ कही कुछ गड़बड़ हैं।”ओह, काश,मैं कितना अधिक यह चाहता हूँ कि मैं उस भाई से सिर्फ थोड़ी सी देर के लिए बातें कर सकें।उसने कहा था, कि वह तो पिन्तेकुस्त के दिन पर सिर्फ प्रेरितों के लिए ही दिया गया था, और इसके विषय में केवल बस यही सब हैं। मैं यह पाता हूँ, कि उसके तीस वर्ष बाद भी पौलुस इन वरदानों को कलीसिया में ठहरा रहा था(1 कुरिन्थियों 15) उसने कलीसिया में अन्यान्य भाषा में बोलने, और आश्चर्यकर्म करने तथा इन दूसरे सभी वरदानों को सुव्यवस्थित किया था। इन्हें कलीसिया में सुव्यवस्थित किया गया था।20यीशु ने कहा था, “तुम सारे जगत में जाकर सारी सृष्टि के लोगों को सुसमाचार का प्रचार करो।”कहाँ तक करें?” सारी सृष्टि।सारे जगत में किसको करें?” सृष्टि के हर एक लोग को। उन्होंने अभी तक इसे ग्रहण नहीं किया है।”और विश्वास करने वालों के ये चिन्ह होंगे।”कहाँ तक?“ ”सारे जगत तक!”“किसके?” सृष्टि के हर एक लोगों के। और ये चिन्ह सारे संसार में उनके होंगे और सृष्टि के हर एक मनुष्य के होंगे। ये चिन्ह उनके होंगे।“वे मेरे नाम से दुष्टात्मों को बाहर निकालेंगे। नई नई भाषा बोलेंगे, यदि वे जानलेवा जीवों को या सापों को उठा लेंगे, अथवा यदि वे नाशक वस्तु भी पी जायें, तौभी उनकी कोई हानि नहीं होगी। वे बीमारों पर हाथ रखेंगे, और वे चंगे हो जायेंगे।” यही उसका कलीसिया को दिया गया अन्तिम प्राधिकार था। (मरकुस 16)21पौलुस तीस वर्ष बाद भी इन वरदानों को कलीसिया में ठहरा रहा था। और उसने गलतियों 1 : 8 में कहा था, “यदि स्वर्ग से कोई दूत भी उस सुसमाचार को छोड़ जो हमने तुम्हें पहले ही प्रचार दिया है, जिसे तुम पहले ही ग्रहण कर चुके हो, किसी और सुसमाचार का प्रचार करे तो वह स्रापित हो।”मैं विश्वास करता हूँ कि पिन्तेकुस्त की एक अंतहीन शुरूआत हुई थी। मेरा मानना है, कि यह तो सभी मनुष्यों, सभी समयों और सभी स्थानों के लिए हैं।

पिन्तेकुस्त को तो सर्वदा विद्यमान रहना चाहिए। पिन्तेकुस्त की आशीषं तो लोगों के पर होनी चाहिए।22अब पिन्तेकुस्त की यह आशीष क्या हैं? यह तो पुनरुत्थान की एक पुष्टि हैं।इसमें कोई आश्चर्यकर्म नहीं है कि सुसमाचार का अपने आप में अर्थ होता है, “अच्छी खबर – खुशखबरी।” किस बात की खुश – खबरी? कि वह मरे हुओं में से जी उठा है। और क्योंकि मैं जीवित हूँ इसलिए तुम भी जीवित रहो। हम जो कभी को पाप और अपराध में मरे हुए थे। परमेश्वर ने हम सभों को एक साथ उसी आत्मा के द्वारा जिला उठाया है जिससे उसने यीशु मसीह को मरे हुओं में से जिलाया था। और अब हम उसके साथ स्वर्गीय स्थानों में बैठे हुए हैं; उसके साथ सहभागिता कर रहे हैं, उसके साथ वार्तालाप कर रहे हैं !” उन लोगों को जो इसके सत्य होने का विश्वास करते हैं इस कथा को बताना क्या ही खुशी की बात है।23आज मुझे उस पर आश्चर्य हो रहा है जो घटित हो रहा है; क्या हम सच में लोगों को परमेश्वर के पास लेकर जा रहे हैं या हम उन्हें बस (तथाकथित)कलीसिया में ले जा रहे हैं? हमें अवश्य ही उन्हें मसीह के पास लेकर जाना चाहिए; वहीं पर ही तो पुनः जिला उठानेवाली सामर्थ हैं। निश्चय ही; गिरजे जाना एक अच्छी बात हैं। जब आप गिरजे आते हैं, तो यह एक अच्छी बात है,अगर हम वहाँ पर एक रीति-रिवाज के जैसे ही जाते हैं, तो यह बिलकुल भी काफी नहीं है। लेकिन आप गिरजे से मसीह के पास जायें, क्योंकि यदि हम यह आशा करते हैं कि हम उस आम पुनरुथान में हो; तो हमें पुनः जिला उठानेवाली इस सामर्थ को अवश्य ही हासिल कर लेना चाहिए; क्योंकि यही एक ऐसी चीज है जो हमें मरे हुओं में से कभी लेकर आयेगी।“क्योंकि यदि यह आत्मा जिसने यीशु को मरे हुओं में से जिलाया, तुम में बसा हुआ है;तो यह तुम्हारी मरनहार देह को भी जिलायेगा-उसे जीवन में लकर आयेगा।”क्या ही प्रतिज्ञा हैं।24ध्यान दीजिए, कि इस पुनरुत्थान का यही मुख्य सार है कि बताया जाये, दिखाया जाये और यह प्रमाणित किया जाये, कि यीशु मरे हुओं में से जी उठा हैं। वह मरा हुआ नहीं है, वह जीवता है। वह यहाँ रहता है। वह हमारे अन्दर है। उसने कहा था, “मैं तुम्हारे साथ रहूँगा, वरन यहाँ तक कि तुम्हारे अन्दर रहूँगा। और थोड़ी देर रह गयी है; कि फिर कभी संसार मुझे न देखेगा, परन्तु तुम मुझे देखोगे, क्योंकि मैं तुम्हारे साथ रहूँगा, यहाँ तक कि जगत के अन्त तक तुम्हारे अन्दर रहूँगा।”अब देखिए; एक मसीही होने के कारण हम यह दावा करते हैं कि वह जीवता है, क्योंकि हम उसी के आत्मा के द्वारा मरे हुओं में से जीवतों में जिलाये गये हैं। और यदि हम जिलाये नहीं गये हैं, तो फिर हमें जीवता नहीं किया गया हैं।25अब, यदि प्रभु ने चाहा, तो हम इस विषय का टुकड़ों अध्ययन करेंगे और एक प्रकार से इसपर कुछ मिनटों के लिए शिक्षा देंगे – कि : हम किस प्रकार जिलाये गये हैं; और क्या हम सुनिश्चित हैं, कि यह सत्य है?अब यह आपका अपना जीवन है। यह मेरा अपना जीवन हैं। यह वहाँ है जहाँ…यदि वह सत्य नहीं है जो मैं कहने का निश्चय कर रहा हूँ, तो मैं संसार के सर्वाधिक मूर्खा में से एक हूँ – फिर तो मैंने अपना किसी ऐसी चीज के लिए जीवन दे दिया है, जो कुछ नहीं है; और ठीक ऐसा ही आप ने भी कर डाला है। परन्तु यदि यह सत्य है; तो फिर मैं अपना वह सब कुछ जो मैं हूँ देनदार हूँ। मैं उस कारण के लिए जिसके लिए हम खड़े हुए हैं उस सब चीज का देनदार हूँ जो मैं हो सकता हूँ। मैं सोचता हूँ कि हमें अपना उत्साह अवश्य ही खोना नहीं चाहिए।जैसे जैसे हम ईस्टर को आते हुए देखते हैं, यह मेरे अन्दर कुछ करता है – जैसा कि मैं जानता हूँ कि यही वह दिन है जिस दिन परमेश्वर की दृष्टि में सब चीज पर हमेशा हमेशा के लिए छाप हो गई थी।26अब हम यह ध्यान देते हैं कि जिस आत्मा ने उसे कब्र में से जिला उठाया था वही आत्मा हमारे अन्दर वास कर रहा है। अब यह कैसे हो सकता है, कि ठीक वही आत्मा जिससे परमेश्वर ने यीशु को जिलाया हमारे अन्दर वास कर रहा हो? यह तो आत्मा ही है जो जिलाता है। यह वचन नहीं है जो जिलाता है, वरन यह तो आत्मा ही है जो वचन को जिलाता है या वचन को जीवन्त बनाता है -यह आत्मा ही है जो उसे उड़ने के लिए पंख देता है, जो उसे रास्ता देता है। यह आत्मा ही है जो ऐसा करता है।27अब , जब गेहूँ अकेला होता है, तो वह गेहूँ ही होता है, परन्तु जब पुन : जिला उठाने वाला जीवन उसके अन्दर आ जाता है, तो वही उसे जीवन्त बनाता है – वही उसे जीवन देता है। और हम जो कभी को मरे हुए थे-हमें परमेश्वर के स्वरुप में ही बनाया गया था – और फिर भी हम पाप और अपराध में मरे हुए थे – कोई एक रास्ता है जिसके माध्यम से परमेश्वर आपकी मरनहार देह में इस पुन : जिला उठानेवाले जीवन को लेकर आना था।अब, मैं आपकी देह के विषय में कह रहा हूँ। यीशु तो वचन था। क्या आप इसका विश्वास करते है; क्या आप नहीं करते है? सन्त यूहन्ना का पहला अध्याय कहता है, “आदि में वचन था; और वचन परमेश्वर के साथ था, और वचन परमेश्वर था। और वचन देहधारी हुआ और उसने हमारे बीच में डेरा किया।28अब देखिए, जैसा प्रतिज्ञा किये हुए मसीह के लिए कहा गया था; उसने हर एक उस वचन को जिलाया जिसकी भविष्यवाणी की गयी थी कि वह करेगा : बीमारों को चंगा किया और कैसे उसे एक कुंवारी से उत्पन्न होना था – यह सब कुछ सत्य प्रमाणित किया गया था। वह यहाँ पृथ्वी पर प्रकट किया हुआ वचन था; परन्तु वह इसे एक महज मनुष्य के रुप में नहीं कर सकता था। इसके लिए तो इसकी आवश्यकता थी, कि परमेश्वर का आत्मा उसके अन्दर वास करे, ताकि उसके लिए इन प्रतिज्ञाओं को जीवन्त बनाये।।मैं आशा करता हूँ, कि हम इसे एकदम स्पष्ट रुप से समझ गये हैं। यीशु – वह शरीर – चूँकि वह स्वयं एक मनुष्य ही था – परन्तु यह उसके अन्दर आत्मा था – यह आत्मा ही था जो उसके अंदर वास कर रहा था। उसने तो कहा था, “यह मैं नहीं हूँ जो इन कामों को करता है, परन्तु यह तो मेरा पिता है जो मेरे अन्दर वास करता है, जो इन कामों को करता है। वही एक ऐसा है जो इन कामों को करता हैं।’ यीशु स्वयं वचन था; क्योंकि वह था – – – इसका उपयोग करना एक गलत बात है, और मैं आशा करता हूँ कि आप इसे लोगों के समक्ष ठीक से लेकर जायें; लेकिन वह परमेश्वर के पूर्वज्ञान के द्वारा पहले से ही ठहाराया हुआ था – कैसे परमेश्वर की योजना होनी थी, कि वह एक वह एक छुड़ानेवाला भेजेगा; और यह छुड़ानेवाला केवल उसका अपना निज पुत्र ही हो सकता था।अतः फिर तो यह परमेश्वर की ही एक प्रतिज्ञा थी जो अदन की वाटिका से ही चली आ रही थी, कि यीशु यहाँ होगा।वह यहाँ पर एक ऐसे मनुष्य (Man)के रुप में था, जिसने एक कुंवारी से जन्म लिया था। परन्तु यह परमेश्वर का आत्मा ही था जिसने उस वचन को उसके लिए जीवन्त बनाया था; और वह जीवन्त किया हुआ वचन ही था- वह उस समय के लिए जीवन्त किया हुआ वचन था।वह समय आ गया था जब आपके पास एक छुड़ानेवाला होता। व्यवस्था तो विफल हो। गयी थी। दूसरी बातें विफल हो गयी थीं। अब, तो एक छुड़ानेवाले की ही आवश्यकता थी,

और वह प्रतिज्ञा किया हुआ छुड़ानेवाला था। वह परमेश्वर के वचन के द्वारा ही जिलाया गया था।29अब देखिए, यदि ठीक वही आत्मा जो उसके ऊपर था कि वह उस काल में एक छुड़ानेवाला हो; और उसे हमने ग्रहण किया है …अब, इस अन्त के दिनों की प्रतिज्ञा के विषय में क्या होगा,कि इन अन्त के दिनों में क्या होगा…यदि आप उस वचन का भाग बन जाते हैं, तो आपका छुटकारा उसी के साथ हो जाता है; क्योंकि ठीक वही आत्मा जो यीशु में बसा हुआ था तुम्हारे अन्दर बसा हुआ है, और इस युग में आपका जीवन पुनः जिला उठा रहा हैं। और यह अन्तिम दिन भी आपकी मरनहार देहों को जिलायेगा, उन्हें पुन : जिला उठायेगा और फिर से ऊपर लेकर आयेगा। और जब हम इस पर इस प्रकार से दृष्टि डालते है; तो यह अन्धकार को दूर कर देता है, और यह सत्य हैं।30यहाँ रोमियों में पौलुस ने इसे हम पर सत्य प्रमाणित किया हैं। “यदि ठीक वही आत्मा जिसने यीशु को मरे हुओं में से जिलाया तुम्हारे अन्दर बसा हुआ है, तो वह तुम्हारी मरनहार देह को भी जिलायेगा।” यह ठीक वही आत्मा है जो एक सच्चे विश्वासी को अनन्त जीवन में जिला उठाता है, जिसने मसीह को जिला उठाया था। यदि ठीक वही आत्मा जिसने यीशु को मरे हुओं में से जिलाया विश्वासी के अन्दर वास करता है, तो वह विश्वासी को अनन्त जीवन में जिला उठाता है।31केवल एक ही जीवन है, केवल एक ही अनन्त आत्मा है, केवल एक ही अनन्त जीवन है, और वह परमेश्वर है। एक अकेला परमेश्वर ही अनन्त है। और फिर यह है कि चूंकि हम उसकी सन्तान हैं, अत : हम उसका भाग हैं। यह है कि हम उसके विचार के फल या गुण है। विचार अभिव्यक्त किया जाता है, और वचन बन जाता है। फिर यह है, कि हर एक वह व्यक्ति जिसके पास यहाँ पर अनन्त जीवन है, जगत की उत्पत्ति से पहले परमेश्वर के विचार में था।केवल यही एक तरीका है, जिससे ऐसा हो सकता है; चूँकि आप एक गुण हैं और यह उस विचार की अभिव्यक्ति है, जो एक शब्द बन गया है; और शब्द ने जीवन ले लिया है, और वह अनन्त है। यही कारण है कि हमारे पास अनन्त जीवन होता है; ठीक इसी सिद्धान्त पर ही परमेश्वर का महान पुत्र अर्थात छुड़ानेवाला – – – हम परमेश्वर के ठीक उसी पूर्वज्ञान से ठीक उसी आत्मा के द्वारा परमेश्वर के पुत्र बन जाते हैं।32आप उन लाखों लोगों पर दष्टि डालें जो तब यहाँ पृथ्वी पर थे जिन्होंने इसे तब ग्रहण नहीं किया था जब यीशु यहाँ पर था। परन्तु हमें यह जानकर कि हमारे पास सीधा व प्रत्यक्ष तथ्य है। और बाइबिल का प्रमाण है, कि हम उस आनेवाली सुबह के पुनरुत्थान में – उस महान ईस्टर के पुनरुत्थान में शामिल है, इस सुबह कितना अधिक धन्यवादित होना चाहिए। हमारे पास ठीक इस समय हमारी मरनहार देहों में इसका बयाना है। जब पवित्र आत्मा अपने लोगों का दावा करने के लिए आता है, तो सचमुच में, ये पहले से ठहराये हुए लोग ही होते हैं, जो पहले जिला उठाये जायेंगे।अब देखिए, एक बहुत ही श्रेष्ठ वक्तवय है; और मैं चाहता हूँ कि मेरे प्रचारक भाई समझने का यत्न करें। आरम्भ में परमेश्वर अर्थात् वह महान आत्मा – – -यहाँ तक कि वह तब परमेश्वर भी नहीं था वह तो अनन्त था। परमेश्वर तो “आराधना की कृति’ (Object of Worship)होता है। तब उसके पास कुछ नहीं था,जो उसकी आराधना-उपासना करता। तब कोई वंगदूत नहीं थे, कोई नहीं था, केवल अकेला परमेश्वर ही था। केवल वही अकेला ही अनन्त हैं। परन्तु जिससे कि वह परमेश्वर हो, वह कोई न कोई ऐसा होना था जो उसकी आराधना-उपासना करता। अतः उसने स्वंगदूत की, सर्राफों की,

अस्तित्वधारियों की तथा इसी प्रकार के दूसरे व्यक्तित्वों की सृष्टि की, ताकि वे उसकी आराधना-उपासना करें। और इस प्रकार उसकी महान योजना खुलने लगी।33परन्तु आप स्मरण रखिए, कि आप इस सुबह जिस डील डौल में हैं -यदि आप तब उसके विचारों में नहीं थे; तो आप अब नहीं हैं। आपके अन्दर कहीं कोई ऐसा अंश है जो अनन्त है; और अनन्त तो केवल परमेश्वर से ही सम्बद्ध है।आप परमेश्वर के विचार में ठीक वहीं पर बैठे हुए थे, जहाँ आप इस समय बैठे हुए हैं। उसके विचार में तो यह था, कि मैं इस सुबह प्रचार मंच पर खड़ा होऊँगा, क्योंकि वह अनन्त है, और वह सब कुछ जानता है। यही कारण है कि वह आपको आरम्भ से लेकर अन्त तक का बता सकता है, क्योंकि वह अनन्त है। और आप परमेश्वर के पुत्र या पुत्री होने के कारण आरम्भ में परमेश्वर के विचार में थे।34फिर जब पवित्र आत्मा आया – – – और जब आप पृथ्वी पर होते हैं, तो आप यहाँ पर केन्द्र में चारों ओर चल फिर रहे होते है; आपके भीतर कहीं कुछ होता हैं। आप नहीं जानते हैं कि क्या हो रहा है, लेकिन आप भूखे हैं।मैंने एक प्रेसबीटेरियन भाई को सुना है; मैंने एक बैपटिस्ट भाई को सुना है, जो वहाँ पीछे इसके विषय में कह रहा था..वह एक फ्रीविल(Freewill)बैपटिस्ट था जो वहाँ प्रचार कर सकता था। आपके भीतर कहीं कोई चीज है, जिसे आपने कभी भी अपने अन्दर नहीं रखा।यह कोई ऐसी चीज है जिसकी आप यह अभिलाषा नहीं कर सकते थे, कि वो वहाँ अन्दर हो। यह तो परमेश्वर का पूर्व ज्ञान है जो घटित हो रहा हैं।यीशु परमेश्वर का वचन ही था,35वह परमेश्वर के पुत्र रूप में जन्मा था, ताकि इम्मानुएल हो। यह परमेश्वर का पूर्ण प्रकटीकरण था, जो एक मनुष्य में था। उसने उसे यर्दन नदी पर पूरी तरह से आज्ञाकारिता में पाया था जबकि उसका उस भविष्यद्वक्ता के द्वारा बपतिस्मा हुआ। ज्यों ही उसने उसकी आज्ञा का पालन किया और उस जल में से बाहर निकलकर आया, तो आकाश खुल गया, और यूहन्ना ने पवित्र आत्मा को स्वर्ग से नीचे उतरते हुए देखा,और यह कहते हुए सुना, “यह मेरा प्रिय पुत्र है।” सिद्ध आज्ञाकारिता ! आत्मा ने इसे खोजा था -आज्ञाकारिता में । 65. ओह, जिद्दी स्त्री या पुरुष; इस सुबह जब तुम यहाँ बैठे हुए हो;और कोई चीज तुम्हारे अन्दर तुम्हें यह बता रही है, कि यह सही, तो यह पवित्र आत्मा ही है, जो तुम्हें ढूँढ़ रहा है; कि तुम्हें इस घड़ी के, जिसमें कि हम इस समय रह रहे हैं, सत्यता के ज्ञान पर लेकर आये। किसी उस घड़ी पर नहीं जो बीत चुकी है, वरन अब की घड़ी पर!36वहाँ पर बहुत से ऐसे लोग थे जो बीते हुए समय का अनुकरण कर रहे थे; परन्तु वहाँ पर एक वर्तमान काल का भी समय था। वही वह समय था जब यीशु को दृष्टिगोचर होना था; और वहाँ वचन खड़ा हुआ था। वहाँ लोग खड़े हुए थे, और यहाँ पर परमेश्वर का प्रकटीकरण हो रहा था, ताकि यह प्रमाणित करे कि वही सत्य है। जैसा की आज पिन्तेकोस्तल लोग हैं -आइये मैं यह कहूँ : “हम इन अन्तिम दिनों में खड़े हुए हैं जिसके लिए परमेश्वर ने प्रतिज्ञा की है, कि वह सब लोगों पर अपने आत्मा में से उंडेलेगा; और उसके पुत्र व पुत्रियाँ भविष्यवाणी करेंगे- – क्योंकि जो विश्वास करते हैं उनके ये चिन्ह होंगे।” यही वह घड़ी है – यही वह समय है। यही है, वह जो उस सृष्टि का आपके अंदर निर्माण करता है।37जैसा कि अधिक समय नहीं हुआ है; जब मैंने इसे यहाँ पर बताया था(यह बात कुछ धर्मविरोधी सी तो लगती है, लेकिन मैं आशा करता हूँ कि इस सुबह आपको यह ऐसी नहीं लगती है) – कि एक किसान ने एक उकाब के अन्ड़े पर मुर्गी को बैठा दिया था। आप में से बहुतेरे लोगों को मुर्गी की यह कथा स्मरण होगी, कि वह अपने पंखों के तले उकाब के इस अन्ड़े को सेयती है। देखिए, यह तो वातावरण ही है जो ऐसा करता है। प्रेसबीटेरियन कलीसिया, मैथोडिस्ट कलीसिया, बैपटिस्ट कलीसिया-उनमें से कोई भी इन उकाबों को उत्पन्न कर सकती है। निश्चय ही, यह तो वातावरण ही है जो ऐसा करता हैं। जैसा कि भाई बोसवर्थ कहा करते थे, कि आप मुर्गी का एक अन्ड़ा लेकर उसे किसी पिल्ले के तले रख दे और उसे उसके पृष्ठ भाग पर बान्ध दें; वह पिल्ला उस अन्ड़े को सेय कर चूंजा बाहर निकाल देगा,क्यों? क्योंकि यह तो वातावरण ही है जो ऐसा करता है। जब किसी भी कलीसिया या किसी भी झुण्ड़ के लोग आपस में एक साथ जमा होकर जब तक प्रार्थना करते हैं, कि वे अपने धार्मिक-सिद्धान्तों को तथा इसी प्रकार की दूसरी बातों को दूर फेंक देते हैं, और सीधा परमेश्वर के मुख मण्डल की ओर निहारते हैं, तो यह उकाबों को ही उत्पन्न करेगा; यह बात ठीक वैसी ही सुनिश्चित है जैसा कि मैं यहाँ पर खड़ा हुआ हूँ।38यही है वह जो मैं सोचता हूँ कि बिजनेसमैन ग्रुप ने किया है, वे वातावरण को छिन्न भिन्न करने का यत्न कर रहे हैं। हम बहुत अधिक दलवादी होते जा रहे हैं। एक तो “इसका” है, तो दूसरा ”उसका” हैं। आइये हम इस प्रकार के वातावरण को छिन्न भिन्न कर दें और स्वर्गीय आराधना के वातावरण के अन्दर चले जायें। वातावरण को ठीक बना लें।उकाब तो कहीं भी किसी भी कलीसिया में उत्पन्न होंगे। और यह नन्हा उकाब बहुत अधिक समय तक मुर्गी के साथ चलता रहा; परन्तु उसके लिए कुड़ककुड़क एक विचित्र सी चीज थी। वह नहीं समझ पाता था कि जब मुर्गी बाहर आँगन के कूड़े-करकट के ढेर के व्यर्थ की चीजों को अपने पैरों से खदौड़ती है, तो इसका क्या अर्थ होता है। वह उसके लिए कोई भोजन नहीं था। मुर्गी तो कीड़े -मकोड़े तथा इसी प्रकार का कूड़ा करकट खाती है, जो कि उकाब नहीं खाता है; अतः उसे यह विचित्र लगता था। वह देखने में कुरुप सा पक्षी था। वह था – मैं इसे धर्मविरोधी तथ्य के रुप में नहीं कह रहा हूँ – हो सकता है कि वह फ्रीविल बैपटिस्ट था – – -परन्तु वह कुछ उसी किस्म का था अथवा वह एक प्रेसबीटेरियन था।39परन्तु आप जानते हैं, कि एक दिन उसकी माँ को मालूम हुआ कि उसने अपना एक अण्ड़ा रखा था। उसका कहीं न कहीं तो कोई रिकॉर्ड होगा । अतः उसने अपने विशाल पंख हवा में फैलाये, और वह उसको तलाशने लगी, और वह उसकी तलाश करती रही, वह अपनी ऊँची आवाज से चीख चिल्ला रही थी। एक दिन वह खलिहान के ऊपर से होकर गुजरी। जब इस नन्हें उकाब ने इस चिर-परिचित चिल्लाहट को सुना। उसने इसे इससे पहले कभी नहीं सुना था, परन्तु उसने यह अनुभव किया, कि यह चिल्लाहट उसके लिए वैसे ही फिट है, जैसे हाथ के लिए दस्ताने। वह जानता था, कि वो उसकी माँ है। वह जानती थी कि वो उसका पुत्र है।

वह उसी की तो खोज कर रही थी।इसी प्रकार परमेश्वर ने हर एक काल में अपनी कलीसिया को उस काल के लिए ठहराया है- उस काल के लिए एक सन्देश ठहराया है। लोगों के पास व्यवस्था तथा जो वे चाहें वह हो सकता है, लेकिन जब समय आता है; तो परमेश्वर का वही पवित्र आत्मा जिसने आरम्भ में ही उस युग के लिए सोचा और बोला था, उस अण्डे की ढूंढ़ – ढांढ़ करता है। और जब वह सन्देश सुनता है, तो कोई भी ऐसी नामधारी कलीसिया नहीं है, जो उसे पकड़कर रख सके। वह तो ऊँचाई पर उठ खड़ा होगा। उसे तो ऐसा करना ही होता है।वह तो एक भिन्न प्रकार का पक्षी है। वह तो अलग किस्म का ही जीव है। वह तो एक उकाब है; और वह तो उस चिल्लाहट को सुनेगा ही। “मेरी भेड़ मेरा शब्द सुनती है। जैसा कि किसी ने (भाई विलियम्स ने कहा था, ”यही तो भेड़ का भोजन है!” “मेरी भेड़ मेरी आवाज सुनती है; वह किसी पराये के पीछे नहीं जायेगी।इससे कोई मतलब नहीं है कि वह (तथाकथित) कलीसिया के प्रति कितना अधिक निष्ठावान रहा है; और उसका कितना बड़ा नाम है, जब मेरी भेड़ मेरी आवाज (शब्द) सुनती है और वह शब्द वचन है – “वह किसी पराये के पीछे नहीं चलेगी’ – वे तो सीधे ही उस वचन के पास ही जाते हैं; और वे इसके अलावा और कुछ नहीं कर सकते है। यह तो बस एक चुम्बक के जैसा है।40एक दिन मैं इन्ड़िायाना में था; और मैं एक स्टील कारखाने का दौरा कर रहा था। और वहाँ सीटी बजी। हर एक ने अपने अपने अंगरखे उतार लिये और अपने अपने औजारों से वस्तुपदार्थ को झाडू से बुहार कर फर्श के बीचोंबीच लेकर आये; वे उस छिल्लन को जिसे उन्होंने सारे दिन भर में बनाया था झाडू से बुहारकर फर्श के बीचोंबीच लेकर आये। मैं उस पुरुष के साथ चले जा रहा था जो मुझे स्टील के कारखाने का दौरा करा रहा था। उसने कहा, “इसे देखो।” हर एक व्यक्ति अपनी बैच-ड्रेस मेज पर रखकर दूर चला गया। उस पुरुष ने दूर कहीं ठीक पीछे एक छोटा सा बटन छुआ; और एक बहुत बड़ी चुम्बक बाहर निकलकर आयी, उस चुम्बक ने उस हर एक छोटे से छोटे लोहे को जो उन टुकड़ों के छिलने पर आ गया था, उठा लिया। यह बाहर गयी-उसने इसे अपने चुम्बकत्व के प्रभाव से चिपका लिया। उसने उस गुम्बटी भट्टी के अन्दर डाला, और वे किसी दूसरे सामान के टुकड़े के लिए, वैसी ही किसी चीज के लिए धुरी या वे जो कुछ भी बना रहे थे, और उन्होंने टुकड़े गला दिये। मैं वहाँ खड़ा हुआ इसे तब तक देखता रहा जब तक कि मैं अपनी सुध-बुध न खो बैठा।मैंने कहा, “मुझे कुछ ताज्जुब हो रहा है।” उसने कहा, “श्रीमान, वह क्या है?”मैंने कहा, “मैंने यह ध्यान दिया है, कि कुछ टुकड़े चुम्बक से चिपककर ऊपर नहीं गये।”उसने कहा, “वह एल्यूमीनियम है, और चुम्बक एल्यूमीनियम को अपने चुम्बकीय प्रभाव से नहीं चिपकाती है।”मैंने कहा, “मैं समझ गया हूँ।”इसके बाद मैंने कहा, ”क्या आपने ध्यान दिया था, कि उस पर लोहे का एक टुकड़ा चिपका हुआ था।लेकिन श्रीमान जो आप देखते हैं; वह तो उस पर बोल्ट से कसा हुआ है।मैंने कहा, “मैं समझा।” जब उसने इसे बाहर निकाला तो मैं ने पूछा, ”अब इसका वहाँ बाहर क्या होता है।’उसने कहा, “वह फिर से सीधा कारखाने में चला जाता है, और गुम्बटी भट्टी में उंडेल दिया जाता है; और फिर जब बाहर निकलता है, तो एक और पहिया बनता हैं।”मैंने कहा, “परमेश्वर की स्तुति होवे।”देखिए, ऐसा ही होता है।41वहाँ आकाश में एक विशाल चुम्बक रखी हुई है जिसे परमेश्वर अपनी अंगुली से छूएगा। कोई मनुष्य नहीं जानता है, कि वह किस समय आ रहा है, यहाँ तक कि स्वर्ग में स्वर्गदूत भी यह नहीं जानते हैं। केवल परमेश्वर ही यह जानता हैं। परन्तु कुछ ऐसे साजो-सामान हैं जो बाइबिल में से..बाइबिल के अनुरुप मसीहियों के लिए इस समय के सच्चे विश्वासियों के लिए निकलकर आते हैं। हो सकता है, उनमें से एक तो पिछले समय में एक्सिल रहा हो। हो सकता हैं कि यह कोई और भाग हो। यह परमेश्वर का एक बहुत बड़ा साम्राज्य बनाने जा रहा है, परन्तु इसे तो परमेश्वर की विशाल गुम्बटी भट्टी के पात्र के अन्दर साँचे में ढाला जायेगा;

और फिर परमेश्वर के स्वरुपों के अन्दर उंडेला जायेगा। जो उससे चिपककर ऊपर उठाये जायेंगे, केवल उन्हीं के साथ ही ऐसा होगा। ओह, यह जानना क्या ही सौभाग्य की बात है, कि पुनरुत्थान में कोई ऐसा काम होता है, जिसका सम्बन्ध हम से हैं।42अब ध्यान दीजिए; परमेश्वर के वचन की बुलाहट को पहचानना जो – का भाग – – – और यह बुलाहट या पुकार उकाब से उकाब को है। अब, यदि वह उकाब माँ शिकरे के जैसे चीखी चिल्लायी होती, तो वह नन्हा उकाब इसे कदापि न जान पाता। वह तो उसी खलिहान में निश्चल टिका रहता। परन्तु वह तो एक उकाब की चिल्लाहट थी। उस नन्हें पक्षी के अन्दर कोई ऐसी चीज थी जिसके कारण वह यह जानता था कि वह एक उकाब है; और बिलकुल ठीक ऐसी ही बात एक विश्वासी के साथ होती है।जब परमेश्वर के वचन का प्रचार आगे बढ़ता है, और उस की पहचान होती है, और प्रमाणित होता है कि यह इस समय के लिए परमेश्वर का वचन है; तो एक विश्वासी के भीतर कुछ होता है-मैं इसकी परवाह नहीं करता हूँ कि उसका पिता (अपनी)कलीसिया के प्रति कितना वफादार रहा था अथवा उसकी माँ (अपनी) कलीसिया के प्रति कितना वफादार रही थी या उसके दादा-दादी अपनी कलीसिया के प्रति कितने अधिक वफादार रहे थे, और यदि वह कलीसिया इस समय के पवित्र आत्मा के बपतिस्मे के सन्देश के विपरीत प्रचार कर रही है – तो उसके अन्दर कोई ऐसी चीज होती है तो उच्च स्वर से चिल्ला उठती है। वह खलिहान को छोड़ देगा। उसे तो ऐसा करना ही होता है। हो सकता है, कि चूंजे वाला समय बिलकुल ठीक रहा हो, लेकिन यह तो उकाब का समय है। यह तो एक अलग समय है। कोई एक ऐसी चीज है, कि उसे तो उस पुराने दड़बे को छोड़ नीले नीले अम्बर में उड़ जाना चाहिए। तभी यह सांसारिक देह जिलायी जाती है, और जिला उठाने वाले आत्मा के द्वारा परमेश्वर के वचन की आज्ञाकारिता पर लायी जाती हैं।43अब, जब यह पवित्र आत्मा जिसे उन उकाबों के जैसे दर्शया जाता है, जो पृथ्वी के ऊपर उड़ रहे है; सच्चे विश्वासी को ढूंढ़ निकालता है -“कोई मनुष्य मेरे पास नहीं आ सकता है। यदि कोई मनुष्य चाहे तौभी मेरे पास नहीं आ सकता है। जितनों को पिता ने मुझे दिया है, वे सब मेरे पास आयेंगे, लेकिन कोई भी मनुष्य अपने आप से ही मेरे पास नहीं आ सकता यह आपकी अपनी सोच नहीं है, यह आपका अपना खींचाव नहीं हैं, यह तो पिता ही है जो खींच रहा हाता है। ”जितनों को पिता ने मुझे दिया है, वे सब मेरे पास आयेंगे।”44अब, पवित्र आत्मा यहाँ पृथ्वी पर है; और उन व्यक्तिगत लोगों को खोज रहा है जिन्हें परमेश्वर ने इस युग में जीवन (अनन्त जीवन) के लिए ठहराया है; और ज्यों ही वह उसे ढूंढ लेता है, त्यों ही वह उसके साथ वैसा ही करता है जैसा उसने यीशु मसीह अर्थात परमेश्वर के महान व ज्येष्ठ पुत्र के साथ किया था जिसने हम सभों का छुटकारा किया है। वह नीचे आता है, और मानवीय जीवन के अन्दर अपना वास स्थान ले लेता है।अब ध्यान – – – ‘जिला उठाने वाली सामर्थ लेकर आयी’ अब देखिए; जब वह जिला उठानेवाली सामर्थ यीशु के ऊपर आयी, तो उसने उसे जिल उठाया, कि वह वचन की उस दिन में प्रत्येक प्रतिज्ञा को साक्षात् प्रकट करे। ठीक ऐसा ही पवित्र आत्मा इस दिन में हमारे ऊपर उतरने पर करता हैं। यदि वह कोई हंसी ठट्ठा करने वाला-नकली (बनावटी) पवित्र आत्मा नहीं है। – – – आप वह शैतान नहीं हैं, जो पवित्र आत्मा का ठट्ठा उड़ा रहा हो; परन्तु यह तो असली व सच्चा पवित्र आत्मा है जो इस समय की प्रतिज्ञा को साक्षात् प्रकट करेगा।जब वह लूथर पर उतरा, तो इसने उस समय की प्रतिज्ञा को साक्षात् प्रकट किया था। जब यह वैसली पर उतरा, तो इसने उस समय की प्रतिज्ञा को साक्षात् प्रकट किया था। जब यह इस दिन में उतरता है, तो यह इस समय की प्रतिज्ञा को साक्षात् प्रकट करता है। जब यह मूसा पर उतरा, तो इसने उस समय की प्रतिज्ञा को साक्षात् प्रकट किया था। जब यह नूह पर उतरा, तो इसने उस समय की प्रतिज्ञा को साक्षात् प्रकट किया। जब यह यीशु पर उतरा, तो इसने उस समय की प्रतिज्ञा को साक्षात् प्रकट किया। समझे?45यह पवित्र आत्मा है जो जिला उठाने के लिए नीचे आ रहा है; वह उन लोगों को जिन्हें परमेश्वर ने इसलिए पहले से ठहराया कि वे रेपचर में जायें, जीविता कर रहा है। ऐसा है, कि यदि वह एक सच्चा उकाब है, तो वह समय के सन्देश को समझ जायेगा। यदि वह एक सच्चा उकाब है।अब देखिए; हो सकता है, कि वह नन्हा उकाब जो कुछ खलिहान में खा रहा हो, वह शायद वहाँ पर बिलकुल ठीक हो। लेकिन वह जानता था, कि यह बस बिलकुल ठीक नहीं है। परन्तु फिर जब उसने सत्य सुना, तो उसने इस सत्य को ग्रहण किया।अब देखिएगा, यूहन्ना 5:24 में यीशु ने कहा था -यीशु इस प्रकार से कह रहा था, “वह जो मेरे वचन सुनता है और मेरे भेजनेवाले की प्रतीति करता है उसके पास अनन्त जीवन है; और वह न्याय पर नहीं आयेगा, वरन वह तो मृत्यु से पार होकर जीवन में प्रवेश कर चुका।” अब जरा सोचिए, कि यह कितना आसान है। वह जो विश्वास करता है। अब इसके कहने का सही ढुंग यह है, “वह जो समझता है।”46आप यहाँ बाहर सड़क पर जायें और किसी वेश्या से कहें, “क्या तू विश्वास करती है?”“निश्चय ही !”“क्या तू विश्वास करती है, कि वह परमेश्वर का पुत्र है?”“निश्चय ही !”“क्या तेरा बपतिस्मा हुआ है?”“निश्चय ही !”आप किसी पियक्कड़ के पास जायें, और कहें, “क्या तुमने वह सुना है, क्या तुमने उस प्रचारक का प्रचार सुना है?’“जी हाँ !”“क्या तुम उसका विश्वास करते हो?’“निश्चय ही !”47देखिएगा, “वह जो समझता है। वह जो इस समय में अपना स्थान जानता है। वह जो मेरा वचन सुनता है, और मेरे भेजने वाले की प्रतीति करता है, उसके पास अनन्त जीवन है – (वर्तमानकाल) – – – वह न्याय पर नहीं आयेगा, लेकिन वह मृत्यु से पार होकर जीवन में प्रवेश कर चुका।’फिर जब यह अननत जीवन आपके अन्दर वास करता है, तो यह आपकी क्रियाशीलता या आपका इस बात का बयाना है, कि आप मरनहार से अमरनहार में जिलाये गये हैं। आइये मैं इसे फिर से कहता हूँ। जब इस आत्मा ने आपको पा लिया है; आपको व्यक्तिगत तौर पर पा लिया है, और आपके ऊपर आ चुका है, तो यह आपकी उस अनन्त मिल्कियत की क्रियाशीलता है, जो परमेश्वर ने आपके लिए सोची थी तथा जिसे उसने आपके लिए जगत की उत्पत्ति से पहले ही बनाया था। वह आपकी क्रियाशीलता है। जैसे यदि आप मुझसे बलूत का वृक्ष माँगे, तो मैं आपको बलूत का बीज दूंगा। अब देखिए, बलूत के वृक्ष का जीवन उसके बीज में है। परन्तु आपको तब तक प्रतिक्षा करनी है जब तक कि उग कर बढ़ नहीं जाता हैं।48ठीक इसी प्रकार हम हैं। जब आप परमेश्वर का पवित्र आत्मा ग्रहण करते हैं, तो यह परमेश्वर की क्रियाशीलता है जो आप पर रुकी हुई होती है; जो आपको पहले ही पहचान चुकी है; और आप पर मसीह की देह में परमेश्वर के प्रतिज्ञा किये आत्मा के द्वारा छाप हो जाती है। जब परमेश्वर ने कलवरी पर दृष्टि डाली, और यीशु को मरते हुए देखा; तो वह न केवल …. वह अपनी दुल्हन के लिए -देह के लिए जो कि वचन – कलीसिया है, मरा -और यह कलीसिया वह है जो परमेश्वर के वचन का जो उसके लिए है विश्वास करती है; और वह चाहे पाँव, देह, सिर या चाहे जो कुछ हो।।यह मसीह था जो मर रहा था और जिसका लोहू बह रहा था; तथा परमेश्वर उस पर दृष्टि लगा रहा था, और उसने उसका पुनः जी उठना देखा; और कलीसिया उसके साथ ईस्टर को जी उठी थी। 89. अब, मैं आपसे यह चाहता हूँ कि आप इसे सारा का सारा समझ लें, क्योंकि प्रभु ने चाहा, तो मेरे पास कोई बात है; जिसे मैं थोड़ा सा बताना चाहता हूँ।49ध्यान दीजिए, जब आप पवित्र आत्मा पा लेते हैं, तो यह आपके पुनरुत्थान की जिला उठाने वाली सामर्थ का बयाना अथवा क्रियाशीलता होती है- तब यह अर्थात् इसकी क्रियाशीलता आपके अन्दर वास कर रही होती है। अब आप अपने मार्ग पर होते है, आप पूर्ण पुनरुत्थान की ओर बढ़ रहे होते हैं।कोई भी वृक्ष एक ही रात में उगकर बड़ा नहीं हो जाता हैं। उसे तो बढ़ना होता है। हम परमेश्वर के अनुग्रह और ज्ञान में बढ़ते हैं। आपका पवित्र आत्मा से बपतिस्मा होता है। अब देखिए, जैसे पिन्तेकुस्तीय कलीसिया का पवित्र आत्मा में बपतिस्मा होता है, तो वह बढ़ने लगती है। वे डालियाँ जो मर चुकी हैं, वह उन्हें बस काट कर अलग कर देता है; परन्तु वृक्ष अभी भी बढ़ रहा होता है। वह तो अभी भी ऊपर को बढ़ रहा होता है; क्योंकि उसे तो एक पुनरुत्थान पर आना होता है।आप जो (सच्चे) विश्वासी हैं आपकी अगुवाई पवित्र आत्मा के द्वारा वचन को जीवन्त बनाने के लिए – पुनः जिला उठाने को हुई है। वचन तो जीवन्त होता चला जाता है जैसा कि आप पहली डाली पर, दूसरी डाली पर, तीसरी डाली पर आते हैं, तथा उससे आगे बढ़ते चले जाते हैं। यह तो बस जीवन्त होता चला जा रहा हैं। परमेश्वर का आत्मा तो इसे आप पर जीवन्त किये चले जाता है-50ध्यान दीजिए कि पिन्तेकुस्त पर – – – उनके शरीर उस नये जीवन के द्वारा जिलाये गये जिसे उन्होंने ग्रहण किया था। यही मुझसे धार्मिकता की अनुभूति कराता है। सोचिए।अब, यहाँ पर एक मछुवारा था, एक चुंगी लेने वाला था, एक नम्र बेचारी स्त्री थी – साधारण घरेलू स्त्रियाँ थी, कम उम्र की कुंवारी लड़कियाँ थीं। वे विश्वासी थे। वे विश्वास कर रहे थे कि यह सत्य था।उन्होंने उस पर विश्वास किया था; जब यीशु मरा तो उन्होंने उस पर विश्वास किया; और यह विश्वास किया था कि वह मरे हुओं में से फिर से जीवित हो गया था। उन्होंने इसका परमेश्वर की एक सम्पूर्ण गवाही होने का विश्वास किया, कि उसने उसे फिर से जिला उठाकर जीवित कर दिया है।अब देखिए, वे अपना सार-नामा(Abstract) ग्रहण करने के लिए पिन्तेकुस्त के दिन ऊपर जाते हैं। क्या आप जानते हैं कि “सार-नामा’ क्या होता हैं। यह वह होता है, जब वसीयत नामे को ज़ारी किया जाता है। वे वहाँ ऊपर अपना ”सार-नामा’ प्राप्त करने के लिए गये; और वे पुनः जीवन्त हो उठे थे। क्या ही उमंग थी। उन्होंने भूमि खरीदी। यह तो उनके लिए खरीदी जा चुकी थी। उन्होंने उसे ग्रहण किया था।क्या यह सच है या नहीं? हमने उसे मरे हुओं में से जीवित होते हुए देखा है; लेकिन अब हमारे विषय में क्या है? हम गवाह हैं। हमने खड़े होकर उस मनुष्य को क्रूस पर लटका हुआ देखा। हमने देखा कि बादल पृथ्वी के ऊपर छा गये, जिन्होंने आकाश को अन्धकारमय कर दिया, और उस भूईडोल को देखा जिसने पृथ्वी को हिला दिया था; और सब जगह बेचैनी छा गई थी…उन्होंने उसके हृदय को भाले से छेद दिया था, और वे उसकी लोथ को नीचे ले गये और उसे अरमतिया के यूसुफ की क्रब में रखा। फिर आप यह पाते हैं कि वह तीसरे दिन मुर्दो में से फिर से उठा था। और जैसा कि चेलों ने कहा था,

“हम इसके गवाह हैं। हमने देखा था, कि वह मरे हुओं में से जी उठाा था। हम जानते हैं, कि वह जीवित है।51अब इसने क्या किया था? इसने सारा डर बाहर निकाल दिया था। इसमें कोई आश्चर्य नहीं है, कि यीशु ने कहा था, “डर मत। मैं वह हूँ जो मर गया था और युगानुयुग जीवता हूँ।” जब उन्होंने वह किया तो इसने सारा भय ले लिया था। परन्तु जब वे पिन्तेकुस्त पर ऊपर पहुँचे, तो उन्होंने वहाँ पर पुनः जिला उठाने वाली सामर्थ पायी, वह सामर्थ पायी, जिसने उन्हें जीवन में जिला उठाया था।अब यही है जहाँ मैं सोचता हूँ कि तुम प्रेसबीटेरियन, मैथोडिस्ट भाइयों ने यीशु मसीह पर विश्वास करके सम्भावित तौर इसे ग्रहण किया, परन्तु अभी तक सार वसीयत नामा नहीं आया है। यही तो वह है जो वसीयत नामे की घोषणा करता है।52परमेश्वर ने अब्राहम को एक प्रतिज्ञा दी। अब्रहीम ने परमेश्वर पर विश्वास किया और यह उसके लिए धार्मिकता गिना गया। परन्तु उसने वाचा पर खतने के चिन्ह के द्वारा छाप की। और परमेश्वर आपको एक प्रतिज्ञा देता है, कि तुम इसे वास्तविक तौर ग्रहण करोगे; और तुम उठ खड़े होने जा रहे हो – यह देह उसके साथ अन्तिम समय महिमामय होने जा रही है, परन्तु आप देखते है, कि आपको उस वसीयत नामे का निकासी (Clearance) ही मिला है। और निकास तब होता है, जब उसके विरुद्ध हर एक चीज का भुगतान कर दिया जाता है; और आपके पास तो उसका “सार-नामा’ ही है। आपको छाप मिली है। यह आपकी है। हर एक वह चीज जो इस से सम्बन्धित है, वह आपकी है। आमीन।जब हम यीशु मसीह पर विश्वास करते हैं, कि वह हमारा उद्धारकर्ता है, और प्रायश्चित करते हैं; और बपतिस्मा लेते है; और उस पर विश्वास करने के लिए आगे आते हैं; तो परमेश्वर हमारे प्रायश्चित को और उस विश्वास को जो हमारा उसके प्रति होता है, पहचानता है, और सार-नामा” नीचे भेजता है। यह सार एक आश्वासन है। यह एक गारन्टी होती है, कि हर एक वह बात जो कभी तुम्हारे विरुद्ध पायी गयी, उसके लिए तुम पूरी तौर से प्रायश्चित कर चुके हो। हालिलूय्याह! सम्पत्ति खरीदी जा चुकी है, और आप आश्वासन हेतु सार-नामा पकड़े हुए हैं।53आप किसी को ऐसा तो करने दें कि वह आपको उस भूमि से अलग हटाने और यह कहने का यत्न करे, कि यह तुम्हारी नहीं है जबकि “सार” तुम्हारे हाथ में हो। आप उसे ऐसा करने की चेष्टा तो करने दें ! देश में कोई ऐसा कानून नहीं है जो ऐसा कर सके। क्योंकि आपने सार पकड़ा हुआ है; अतः कही कोई ऐसा शैतान, या ऐसी कलीसिया या ऐसा धर्मज्ञान नहीं है, जो परमेश्वर के प्रमाण और उस सार-नामे की सीमाओं को लांघ सके, कि पवित्र आत्मा के बपतिस्मे ने हमें यीशु मसीह के अन्दर पहचाना गया है।हमारे पास फिर उठ खड़े होने का आश्वासन है – – – कि क्योंकि वह फिर से उठ खड़ा हुआ था; इसलिए हम उसके साथ सम्भावित तौर पर पहले से ही उठ खड़े हुए हैं। आमीन ! सम्पूर्ण बात यह है – – -यह हमारे मरनहार शरीर के साथ क्या करता है? यह हमारी विचारधारा को बदल देता है, यह हमारी इच्छाओं को बदल देता है। यह हमारे प्रेम को ऊपर की (स्वर्गीय) चीजों पर टिका देता है, और धूम्रपान करना, शराब पीना, जुआ खेलना – तथा इसी प्रकार के और दूसरे काम जो आप किया करते थे -वे आपके लिए मृत हो जाते हैं। यह आप के नीचे होता है,54और आप तो इस पुनः जिला उठानेवाली सामर्थ में पुनः जी उठते हैं। यह आपके शरीर को पहले से ही रेपचर वाली अवस्था में लेकर आ जाती है।ध्यान दीजिए, कि जब पिन्तेकोस्तल लोग पवित्र आत्मा के द्वारा पुनः जिलाये गये, तो वे वहाँ ऊपर थे – – – आप मेरी ओर कान लगाये! – जब पिन्तेकोस्तल लोगों का वह झुण्ड पिन्तेकुस्त के दिन वहाँ ऊपर था, तो उन्होंने परमेश्वर से अपना ”सार-नामा’ पाया था – – – निश्चय ही, इसने उनके प्राण को परमेश्वर के तेज़ से भर दिया था, और उनमें से हर एक के ऊपर आग की फटी हुई सी जीभ देखाई दी थीं। और इसने उनके शरीरों को इतना ज्यादा पुनः जिला उठाया था, कि वे पृथ्वी की कोई भाषा भी बिलकुल भी नहीं बोल सके थे। इसने उनके शरीर को स्वर्गीय भाषा के लिए जिला उठाया था- – -जहाँ कि वे जा रहे थे।परमेश्वर की पुनः जिला उठानेवाली सामर्थ ने उनके मरनहार शरीरों को तब तक इतना अधिक झंझोड़ा जब तक कि उनकी सारी मरनहार भाषा रुपान्तरित नहीं हो गयी, और वह अमरनहार भाषा में न बदल गयी। यह क्या ही पुनः जिला उठाने वाली सामर्थ है ! क्या है – – – इसके पास कुछ है .. यदि वह आत्मा जिसने यीशु को मरे हुओं में से जिलाया, तुम्हारी मरनहार देहों में बसा है, तो वह तुम्हारी मरनहार देहों को भी जिलाएगा।तब तो हम जीवते परमेश्वर की सामर्थ के द्वारा जिलाये गये हैं। अन्यान्य भाषाएं – -नयी स्वर्गीय भाषा में जी उठे थे; कि उनसे उन भाषाओं में बोलें; वे ऊपर उठ रहे थे; वे उस वातावरण से कहीं ऊपर उठ रहे थे जिसमें वे कभी रहे थे। ऐसा भी हुआ था, कि जिस नये जीवन में वे जिला उठाए गये थे, उस जीवन ने उनकी भाषा को भी जिला उठाया था। उन्होंने नई नई भाषाएं बोलीं। ओह, हाँ !55अब आप इसे देखिए। इसका स्वरूप इसलिए भी बनाया गया था, ताकि उन्हें दे -इस सार के पश्चात-इसका स्वरुप उन्हें हर एक प्रतिज्ञा देने के लिए बनाया गया था, जो भूमि में थी – हर एक वह प्रतिज्ञा जो परमेश्वर के वचन की भूमि में थी – हर एक वह प्रतिज्ञा जो बाइबल में थी – वह जिला उठाने वाली सामर्थ उन्हें दी गयी थी, ताकि वह प्रतिज्ञा उनके लिए जीवन्त हो उठे। यही कारण था कि उन्होंने बीमारों पर हाथ रखें, और वे चंगे हो गये थे। उन्होंने नई नई भाषाएं बोली। उन्होंने बड़े बड़े चिन्ह और चमत्कार किये – क्योंकि यह परमेश्वर की प्रतिज्ञा में था। और जब यीशु उसे छुड़ाकर उन्हें फिर से देने के लिए मरा – वह भूमि जो परमेश्वर के पुत्रों की थी – उसने वह सकारात्मक रुप में दिखाया, जो परमेश्वर था। हमें कैसे इतना साहस होता है, कि हम इसका समाजीकरण करें और इसे किसी संस्थान में रख डाले? हमे ऐसा करने का कोई अधिकार नहीं है।56पवित्र आत्मा आज उन सत्यनिष्ठ हृदयों की खोज कर रहा है, जो उस सन्देश की प्रतीति करेंगे। हर एक वह बात जिसकी बाइबल में प्रतिज्ञा की गयी थी (सच्चे) विश्वासी के लिए है; और जब आप इसे इसकी परिपूर्णता में ग्रहण कर लेते हैं, तो फिर परमेश्वर जानता है, कि आप इसे करेंगे; और वह आपको उसका सार – नामा दे देता है। तब हर एक प्रतिज्ञा जो की गयी है, आपके कब्जे में होती है, और पवित्र आत्मा उसे आप के लिए जीवन्त बना डालता है।

ओह, मेरे परमेश्वर ! हम किस प्रकार के लोग होना चाहिए? परमेश्वर के महान पवित्र आत्मा को यहाँ पर उस सामर्थ को सकारात्मक बनाते हुए देखना क्या ही शानदार बात है। आप जरा इसके विषय में सोचें !स्वयं पवित्र आत्मा ही इस समय की गवाही देने के लिए यहाँ पर है। यीशु ने ऐसा ही कहा था। वह कल, आज, और युगानुयुग एक सा है। कैसे कोई मनुष्य उसे वहाँ से मिटा देने का दुस्साहस कर सकता है!57“वे काम जो मैं करता हूँ उन्हें तुम भी करोगे।” (यूहन्ना 14:12) ”जो विश्वास करते हैं उनके ये चिन्ह होंगे।” यही तो आश्वासन है।जब हम लोगों के समूह को एक साथ बैठा हुआ देखते हैं और उन चिन्हों को प्रकट करते हुए देखते हैं, तो यह इस बात का आश्वासन है, कि वहाँ पर वह “सार -नामा” यह प्रमाणित करने के लिए है, कि वह परमेश्वर की सम्पत्ति है। आमीन!अतः हम भी ईस्टर हैं। आमीन! अब हम अपने ईस्टर में हैं। हम पहले से ही जी उठे हैं – हालिलूय्याह! – हम दुनियावी वस्तुओं से परमेश्वर की प्रतिज्ञा की वस्तुओं में पहले से ही जी उठे हैं। ऐसा नहीं है कि हम जी उठेंगे, वरन हम तो जी उठे हैं। यह वास्तविकताएं हैं।58यह तो परमेश्वर की प्रतिज्ञा है। वह अन्त के दिनों में अपना आत्मा उंडेलेगा। और यही है वह जो वे करेंगे।ध्यान दीजिए, उन्होंने अपने हाथ बीमारों पर रखे- और यह सब कुछ परमेश्वर की प्रतिज्ञा के अन्दर ही पाया जाता था। “मैं अन्त के दिनों में अपना आत्मा सब मनुष्यों पर उंडेलूगाँ। तुम्हारे पुरनिये स्वप्न देखेंगे; और तुम्हारे जवान दर्शन देखेंगे, ये सब वे विभिन्न प्रतिज्ञाएं हैं जो परमेश्वर ने की थीं। यह सब कुछ ठीक परमेश्वर की प्रतिज्ञा में रखा हुआ है।यीशु ने इसका हमारे लिए छुटकारा किया। और जब हम बन जाते हैं – – -या हम उस भूमि पर ठहराये गये हैं -यदि हम उस भूमि पर होने के लिए ठहराये गये हैं (जैसे कि उकाब चूजे के घोंसले में चल फिर रहा था) – यदि आप उस भूमि पर होने के ठहराये गये हैं; तो पवित्र आत्मा आपको ढूंढ़ निकालने के लिए यहाँ पर है, और जब वह आपको ढूंढ़ निकालता है, तो आप उसकी बुलाहट पहचान लेते हैं। आप उस समय को जान जाते है जिसमें आप रह रहे हैं। आप इन बातों को जान जाते हैं जो आपके पास होनी चाहिए, और फिर तुरन्त ही आप उससे मिलने के लिए ऊपर उठ जाते हैं; और अब आप मसीह यीशु में स्वर्गीय स्थानों में बैठे हुए हैं। ओह, क्या ही प्रतिज्ञा है! क्या ही स्वर्गीय पिता है जो हमें ऐसी वस्तुएं को देगा!59आत्मा ने उनकी सहभागिता को परमेश्वर के साथ जीवन्त बना डाला था; अतः उन्होंने उस दिन में मरे हुओं को जीवित किया था। उन्होंने अपने शरीर को मरे हुओं पर पसार दिया, और मरे हुए जीवित हो गये। 114. अब आप ध्यानपूर्वक सुनें! उन्होंने ठीक वही काम किया था जो यीशु ने किया था, क्योंकि ठीक वही आत्मा जो यीशु पर था उनपर भी था। यदि एक ही आत्मा ने किसी एक से इस प्रकार कार्य करवाया, तो उसी एक आत्मा ने किसी दूसरे से भी उस प्रकार कार्य करवाया।कैसे यह आपके ऊपर आ सकता है, जबकि आप कहते हों कि आपके पास परमेश्वर का आत्मा है; और आप परमेश्वर के कामों का इन्कार करते हैं? यह ऐसा कर ही नहीं सकता है।60ध्यान दीजिए; परमेश्वर का जीवन -जो कि ग्रीक भाषा में जोई(Zoe)कहलाया था-उनमें से होकर चल फिर रहा था, तथा उनके अन्दर था; और उसने उनके मस्तिष्क को परमेश्वर के वचन के लिए जिला उठाया था। अब, आप मुझे इसे बड़े ही धीमे से कहने दें। परमेश्वर का आत्मा जो लोगों में चलता फिरता है, वह मनुष्य के दिमाग को परमेश्वर की प्रतिज्ञा के लिए जिला उठाता है। देखिए, वह ऐसा ही करता है।देखिए, मैं आपको दिखाने की कोशिश कर रहा हूँ – – – यह हो कि आपको इसका आभास हो जाए, कि अब मैं यह कलीसिया से कह रहा हूँ। और यह कलीसिया को उस में होकर जीवन जिला उठाता है। हालाकि तो पहले से ही उसके गुण मात्र थे। परन्तु यदि परमेश्वर ने (आरम्भ में ही) यह कह दिया था, कि इस दिन में ‘जोन डे मेरा दास होगा; वह ऐसा लाखों लाख वर्ष पहले ही कह चुका – – अब जोन डे पाप में पैदा हुआ, अधर्म में रुप लिया, और संसार में झूठ बोलता हुआ आया; क्योंकि वह एक मरनहार है, लेकिन हो सकता है कि उसमें कुछ थोड़ी धार्मिक भावना हो। वह कलीसिया में शामिल हो जाएगा। हो सकता है कि वह किसी पिन्तेकोस्तल कलीसिया में शामिल हो जाये। मैं नहीं जानता हूँ। हो सकता है, कि वह कहीं और शामिल हो जाए। परन्तु आप जरा उसे एक बार परमेश्वर के वातावरण के तले आने दें। जोन डे में यह पाया जाता है, कि वह यह पहचाने कि कौन उसका पिता है। ठीक जैसे उकाब ने यह पहचाना था कि कौन उसकी माँ थी।उसे तो इसका एहसास होना ही होता है; केवल वही जोन डे परमेश्वर का गुण है जो बोला हुआ वचन बन गया है, और फिर पवित्र आत्मा उस वचन को बोलता है। ऐसा ही है। वह उसे पुकारता है; वह उसे अनन्त जीवन देता है; और उसे परमेश्वर की उपस्थिति में – अर्थात परमेश्वर के वचन की उपस्थिति में लेकर आता हैं।61देखिएगा, परमेश्वर ने जब यीशु को देखा, तो परमेश्वर को यीशु में उसे देखना था। यह तो एक पूरा हुआ कार्य था जिसे परमेश्वर ने यीशु के साथ ही तब पूरा कर दिया था जब उसने कहा था, “यह पूरा हुआ। तभी सारी योजना पूरी हो गयी थी। और जब पवित्र आत्मा आपके ऊपर आता है, और यदि आप सचमुच में परमेश्वर के उन गुणों में से एक है जिनके विषय में उन्होंने कहा था – अब देखिए, यदि आप वह नहीं हैं, तो आप आश्चर्य करेंगे और हताश होंगे, यहाँ वहाँ दौंडेंगे तथा अन्य सभी कुछ करेंगे, और कभी भी सत्य के ज्ञान तक नहीं पहुँच पायेंगे।यदि आप उनमें से एक हैं, तो पुरानी बातें तुरन्त ही बीत जाती हैं, और आप नये बन जाते हैं; और उद्धार की योजना पूरी हो जाती है। आप हर एक उस वचन को जो परमेश्वर ने कभी आपके लिए कहा था पालन करने के लिए तैयार हो जाते है। क्योंकि आप उसके वचन के प्रति विनम्र होते हैं।सार-नामे को आपके लिए लाभकारी बनाना होता है; वह आपके लिए फायदेमंद बन जाता है; वह वसीयत नामा आप का है सारे ऋण चुकाये जा चुके है। इसे ठीक वैसा ही काम करना होता है ,जैसा इसने पिन्तेकुस्त के दिन किया गया था।62अब, आइये हम पुनः जिला उठाने पर ध्यान दें – – – यह पुनः जिला उठाने वाला आत्मा दूसरे लोगों पर – -अब, मैं बहुत अधिक देर तक बोल नहीं सकता हूँ, और मेरे पास अपनी बात रखने के लिए सिर्फ बीस मिनट हैं, यदि मैं ऐसा करता हूँ – कि उस समय को ले सकें जो मैंने कहा था – -कि मैं लगभग एक घन्टा ही लँगा।63अब देखिए, यह पुनः जिला उठाने वाली सामर्थ केवल आती है – -अब, इसके सम्बन्ध में बहुत सी नकले हैं – बहुत सा हंसी ठट्ठा हैं। बहुतेरे ऐसे लोग हैं जो वास्तव में यह सोचते हैं, कि यह उनके पास है, जबकि यह उनके पास नहीं होती है। बहुतेरे लोग ऐसा इसलिए करते हैं, क्योंकि उनके पास उसकी कुछ झूठी नकलें हैं जो उन्होंने दूसरे मसीहियों को करते देखा है।शैतान उनमें से किसी की भी नकल कर सकता है। हम यह जानते हैं। एक मिशनरी के बतौर आप इसकी नकले होते हुए देख सकते हैं- चीखना – चिल्लाना, नाँचना और अन्यान्य भाषाओं में बोलना तथा ये सभी कार्य कलाप – आप इसकी कहीं भी नकल होते हुए देख सकते हैं, आप निश्चित रुप से इसकी नकल उन मूर्तिपूजकों के मध्य में देख सकते हैं जो इस बात तक का इन्कार करते हैं, कि यीशु मसीह परमेश्वर का पुत्र जैसी कोई चीज है।वे इन सारे कार्य कलापों को खुद ही करते हैं; परन्तु विशुद्ध व सच्चा पुनः जिला उठाने वाला आत्मा जब किसी विश्वासी पर आता है, तो वह उसे परमेश्वर के वचन के प्रति जिला उठाता है। वह फिर से उकाब के भोजन पर आ जाता है, वह ठीक वह वापस आ जाता है जहाँ वह जीवन व्यतीत करता है। मनुष्य केवल रोटी से ही जीवित नहीं रहेगा, परन्तु हर एक उस वचन से जीवित रहेगा जो परमेश्वर के मुख से निकलता है।”64अब आइये अब हम इस पुनः जिला उठाने वाले आत्मा पर गौर फरमाएं; जबकि यह दूसरे लोगों पर ठीक वैसे ही उतरता है, जैस यह पिन्तेकुस्त के दिन उन पर उतरा था। आइये हम पिन्तेकुस्त पर ध्यान दें, कि कैसे उन्होंने आचरण-व्यवहार किया था; और देखें कि क्या वे इस पुनः जिला उठाने वाली सामर्थ के द्वारा जिसके विषय में हम बातें कर रहे हैं जी उठे थे।पिन्तेकुस्त के दिन वे सब वहाँ ऊपर ठहरे हुए थे। वे अपने आप में भयभीत थे, यहूदी – – – और वे क्या करने जा रहे थे; अतः वे बहुत डरे हुए थे। क्या घटित हुआ था? जब यह जिला उठाने वाली सामर्थ स्वर्ग से उतरी, तो उनके ऊपर निर्भीकता उतर आयी थी। वहाँ कोई बात थी, एक समझ थी; जबकि वे कुछ घन्टे पहले इसके विषय में सुनिश्चित नहीं थे।वे जानते थे कि वह मर गया था, वे जानते थे कि वह जी उठा था; उन्होंने उससे मार्ग में बातें की थी, परन्तु क्या यह बात उनके लिए थी या यह केवल उन्हीं के लिए थी या यह खुद यीशु के लिए ही थी? परन्तु यहाँ पिन्तेकुस्त के दिन पर, पवित्र आत्मा, सार – नामा विश्वासियों पर उतरा; जिसने उन्हें उसके पुनरुत्थान का भाग बना गया, उन्हें उसकी सहभागिता का भाग बना दिया। पवित्र आत्मा आया और उन पर इसकी पुष्टी की, कि वे जी उठेंगे; क्योंकि वे सम्भावित तौर पर डरपोकों से निडर मनुष्य में जी उठे थे।65वे ठीक उसी वचन से डरे हुए थे जिस पर उन्होंने मनन – चिन्तन किया था। यह हो कि यह बात आप से चूक न जायें। वे डरे हुए थे।वे जानते थे कि वही वह वचन था। यहाँ तक कि यहूदियों ने भी इसे स्वीकारा था। नीकुदेमुस ने कहा था, “हे रब्बी, हम जानते हैं; कि तू परमेश्वर की ओर से गुरु होकर आया है, क्योंकि कोई इन कामों को जिन्हें तू करता है, यदि परमेश्वर उसके साथ न हो, तो नहीं कर सकता है। अब, हम यह जानते हैं। हम इसे पहचानते हैं।’इसी प्रकार चेलों ने – – – यहाँ तक कि पतरस ने तो उसकी उपस्थिति में ही शपथ खायी थी। उसकी सलीबी –

मृत्यु पर उन सभों ने उसे छोड़ दिया था; परन्तु इस समय वे यहाँ पर ऊपर कोठरी में परमेश्वर की उपस्थिति में थे।तभी एकाएक, यह पवित्र आत्मा स्वर्ग से यहाँ नीचे आता है, और इसने उन्हें जिला उठाया। जब यह जिला उठाना हुआ, तो फिर वे उस सन्देश की, जिस पर उन्होंने विश्वास किया था, और जिसे वे सत्य जानते थे, गवाही देने से नहीं डरते थे। हालांकि उससे पहले तो वे इससे डरे हुए थे।66कितने ही प्रेसबीटरियन, कितने ही बैपटिस्ट, कितने ही मैथोडिस्ट, कितने ही पिन्तेकोस्तल आज संसार में हैं, जो जानते हैं कि यह सत्य है, लेकिन फिर भी वे इस पर अपना ठोस कदम उठाने से डरते हैं? मुझे इस बात के लिए कायल किया जाता है कि यह विस्मय करें कि वह क्या था जो आप पर उतरा था? क्या आप उसके पुनरुत्थान के भाग है? क्या आपके पास इतनी हिम्मत होगी, कि आप मनुष्य को डरानवाले किन्हीं विचारों के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करें ,या आपके पास वह असली परिपूर्णता और असली मर्दागी होगी, कि आप अपना पक्ष लेने के लिए खड़े हों, और जो सही है उसे सही कहें और जो गलत है, उसे गलते कहें।क्या आप उसके पुनरुत्थान के भाग हैं? या आप धार्मिक मत – सिद्धान्तों के पुलिन्दे के उपासक हैं? क्या आप गिरजे आने-जाने वाले ही शख्स हैं? क्या आपका नाम वहाँ पर लिखा हुआ है, और आप पाप और अधर्म में मरे हुए हैं? वह जो परमेश्वर के सम्पूर्ण वचन पर विश्वास नहीं करता है, एक पापी हैं।67वे फरीसी बहुत सी बातों पर विश्वास करते थे कि वे सत्य हैं, उन्होंने कहा था, “हम परमेश्वर की सन्तानें हैं, और वे तब तक जब तक कि उस वचन का प्रचार नहीं किया गया था; लेकिन जब उसका वचन प्रचार हो गया और उसकी पहचान करा दी गयी, तो फिर वे उसी बात को जिसे वे जानते थे, कि सही है और जिसकी गवाही दी थी, कि ”हम जानते हैं; कि तू परमेश्वर की ओर से गुरु होकर आया है, क्योंकि कोई इन कामों को जिन्हें तू करता है, यदि परमेश्वर उसके साथ न हो, तो नहीं कर सकता है, ठुकराने के कारण पापी बन गये।।68मुझे आज आश्चर्य होता है। हम कहाँ पर हैं? मैं आपसे पूछता हूँ: यह पुनरुत्थान कहाँ हमें पा रहा हैं? क्या आप बाहर निकलने का साहस करते है? क्या आप परमेश्वर को उसके वचन पर लेने का साहस करते हैं? यदि आप जीवन के लिए ठहराये हुए हैं, तो आप अवश्य ही ऐसा करेंगे। यदि आप उकाब हैं; तो आप ऐसा करने से रुक नहीं सकते हैं। आपके अन्दर तो कोई चीज होती ही है, जो आप ऐसा करते हैं।या क्या आप बस कहीं पर किसी धार्मिक मत की ही सेवा करना चाहते है; और यह कहना चाहते हैं, “मैं तो गिरजे जाता हूँ, मैं तो ठीक तुम्हारे जैसा ही भला हूँ।’ यदि आप उन जन्मसिद्ध अधिकारों को थामे रहते हैं – – – आप इसे कभी नहीं देखेंगे; आप इसे देख ही नहीं सकते हैं; परन्तु यदि आपने इस जन्मसिद्ध अधिकार का कब्जा थामा हुआ है, तो आप इसे देखे बगैर नहीं रह सकते हैं; क्योंकि यह आपका भाग है, और आप इसके भाग हैं।मैं कैसे अपनी माँ का जिसने मुझे जन्म दिया है इन्कार कर सकता हूँ? कैसे मैं अपने निज पिता का जिसका लोहू मेरे अन्दर दौड़ता है, इन्कार कर सकता हूँ? कैसे मैं चार्ल्स ब्रन्हम का अपना पिता होने से इन्कार कर सकता हूँ? मैं ऐसा कर ही नहीं सकता हूँ। मैं तो उसकी नामधराई या अब कुछ भी सहन करने का इच्छुक हूँ, क्योंकि मैं उसका पुत्र हूँ। हालिलूय्याह ! फिर यह है कि चूंकि वह परमेश्वर का पुत्र था – – – और वह वचन था – कैसे मैं बाइबिल के सत्य होने का, कि वह कल, आज, और युगानुयुग एक सा है, इन्कार कर सकता हूँ? इस समय को जिस में हम रह रहे हैं देखकर हमें यही लगता है, कि कलीसिया में एक ईस्टर की -एक पुनरुत्थान की आवश्यकता है। हमें विश्वास की सामर्थ के लिए एक पुनरुत्थान की आवश्यकता है; कि स्त्री और पुरुष उस के लिए बाहर खड़े हों जो परमेश्वर का प्रमाणित वचन है।69आप कहते हैं, “अच्छा; हमारे पास तो हमारे युवा मसीह के लिए ही हैं।” यह बिलकुल सही है। हमारी कलीसिया में तो एक सभा हो रही है। हम ढेर सारे सदस्य चाहते हैं। कोई भी इसके विरुद्ध नहीं हैं। यह बिलकुल सही है; लेकिन यह तो केवल वातावरण है – हो सकता है कि वह तो किसी बूढ़ी मुर्गी के पंख हों, लेकिन यदि आप वहाँ पर सही वातावरण के अन्दर आ जाते हैं, तो आप में से एक उकाब निकलकर आएगा; यदि आप उकाब का ही एक अन्ड़ा हैं। यदि आप इसे देखने के लिए परमेश्वर की ओर से पहले से ही ठहराये हुए हैं, तो आप स्वंय को इसे देखने से रोक नहीं सकते हैं। आप एक पुनरुत्थान में आगे आ रहे होते हैं।ठीक इसी प्रकार एक बैपटिस्ट उत्पन्न होता है। ठीक इसी प्रकार मैथोडिस्ट उस दिन के पुनरुत्थान में उत्पन्न होता है; परन्तु वे मुर्गी की ओर ही फिर गये, बजाये इसके कि वे उकाब की ओर फिरते।70जैसा कि मैंने कहा था, कि अधिक समय नहीं हुआ है, कि जब मैं टयूसान से होकर जा रहा था, तो मैंने एक बड़ी ही विचित्र चीज देखी। मैंने वहाँ नीचे एक बाज को तार पर बैठे हुए देखा। वह बाज अपनी पुरानी पहचान खो चुका है। वह उकाब से निम्न श्रेणी का पक्षी हुआ करता था। वह उकाब के पीछे पीछे नहीं जा सकता, नहीं, किसी भी तरह से कोई भी परिन्दा उकाब का अनुकरण नहीं कर सकता है। परन्तु वह एक बाज था। मसीह महान उकाब है और कलीसिया को कम से कम बाज तो होना ही चाहिए। वे किसी भी दूसरे पक्षियों की अपेक्षा अधिक ऊँचे उड़ सकते हैं। परन्तु वह बाज तो नाजुक बन गया था। उसने अपनी पहचान खो दी थी। वह टेलीफोन के तारों पर बैठता है, और किसी मरे हुए खरगोश की प्रतिक्षा करता है। वह बाज की तरह उड़ान भरने की बजाये गिद्ध के जैसे फुदकता है।71नहीं, मेरे भाई, बहन – – – तुम पिन्तेकोस्तल लोगों; जो कि मेरे अपने प्रिय लोग हो; कलीसिया अपनी पहचान खोती जा रही हैं। वह अवनति की ओर बढ़ती चली जा रही है और वह कुछ नीम – गर्म धार्मिक मतों पर आश्रित हो रही है, इसके बजाये इसके कि वह स्वर्गीय स्थानों में उड़े, और ताजे मन्ने की खोज करे।बाज खुद अपने मन्ने की ढूंढ़ – ढाँढ़ किया करता था, परन्तु आज वह वो खाता है जिसे मोटरगाड़ियाँ कुचल देती हैं – जिसे गिद्ध खाता है। वह उनमें से किसी एक के जैसे हुँदकता है। वह उनमें से एक के जैसा दिखायी देता है।हमने इस आधुनिक संसार में खुद अपनी इतनी अधिक उपासना की है -हमने खुद अपने आप से इतना अधिक प्रेम किया है, कि हमारी स्त्रियाँ छोटे छोटे बाल कटवा रही हैं, और छोटे छोटे कपड़े पहन रही हैं, और हमारे पुरुषों के पास प्रचार मंच पर खड़े होकर सत्य बताने के लिए पर्याप्त रीड़ की हड्डी नहीं है – हम वचन के प्रति बहुत ही नाजुक हो गये हैं।हे परमेश्वर, पवित्र आत्मा भेजिए और उन उकाबों को देखिए जो कहीं पर हैं और अब खड़े होने को तैयार हैं, इससे कोई मतलब नहीं है कि क्या होता है, वह तो अनजानी जगहों में ऊँची ऊँची उड़ानें भरेगा, वह टेलीफोन के तारों पर नहीं बैठेगा और किसी सन्ड़े स्कूल के साहित्य के अन्दर आने की प्रतिक्षा नहीं करेगा। मेरे पास तो बस वचन ही हो ! और वह पवित्र आत्मा की सामर्थ और साक्षात् प्रकटीकरण में बहुमूल्य है। हमें एक ईस्टर की आवश्यकता है,

हमें एक ऐसे पुनरुत्थान की आवश्यकता है जो क्रियाशील हो।मेरे मित्रों, यदि आप संसार के उस जैसे सड़े गले माँस (कूड़े – करकट) से सन्तुष्ट है; तो कहीं न कहीं आप में कुछ गड़बड़ है।72मेरे भाईयों, और मेरी बहनों; मैं आप से परमेश्वर के भय में होते हुए इसे कहता हूँ, मैं जानता हूँ कि हो सकता है, कि मैं फिर किसी ईस्टर को देखने के लिए कभी न रहूँ, लेकिन एक बात सुनिश्चित है – कि जब परमेश्वर का पहले से ठहाराया हुआ असली व सच्चा पुत्र परमेश्वर के वचन के द्वारा परमेश्वर की आवाज सुनता है, तो वह उठ खड़ा होगा, और हमसे भेंट करने के लिए जायेगा। यह तो सम्भावित है कि वहाँ परमेश्वर के असली जीवते वचन से भेंट करने के लिए जायेगा। जैसा वह था – – – दुल्हन तो दुल्हे से ही मिलेगी। वह तो उस की देह का ही एक भाग है।73ध्यान दीजिए; बहुत समय से ऐसा हो रहा है – – -हम अपनी पहचान खोते चले जा रहे हैं। हम बुद्धवार रात्रि को आते हैं, हम में से कुछ लोग ही बुद्धवार रात्रि को आते है, जब कि और दूसरे घर पर रहकर “कौन सूसी से प्रेम करता है” नामक धारावाही टेलिविजनों पर देखते हैं – टेलीविजन; सभी प्रकार की दुनियावी चीजे; सभी प्रकार के मनोरंजन आपको गिरजे से दूर रखते हैं। हम इसे काफी पहले ही खो चुके हैं। हैहमारी सैमनेरियाँ, हमारे शिक्षण संस्थानों से ढेरों धर्म – ज्ञान मनोरंजन और उन सब कार्य कलापों के साथ ”रिक्कियों” के झुण्ड को बाहर निकाल रही हैं जो कलीसिया में प्रार्थना सभाओं का स्थान ले लें।हम वस्त्रों से सुसज्जित हुए और हमने वह करने का यत्न किया जो आधुनिकतावादी ने करने का यत्न किया था; और हम ऐसी ही बातों को अन्दर लेकर आयें। आप उन्हें उसके द्वारा कभी नहीं जीत पायेंगे। उनके पास तो वह उससे कहीं अधिक है जो आपके पास हैं। आपका उनकी भूमि पर कोई काम नहीं है। यह हो कि वह आपके ही स्थान पर आये जहाँ सच्चा बपतिस्मा चमचमा रहा है, जहाँ पनुरुत्थान की असली सामर्थ पायी जाती है….आप उनके जैसे कलीसिया बनाने की चेष्टा न करें। आप यह चेष्टा न करें कि आप के पास उनके जैसा पास्टर हो। आप यह, वह या अन्य कुछ या इस संसार के साथ सहयोग करने की चेष्टा न करें। वे तो होलीवुड से चमकते हैं,74लेकिन सच्चा सुमाचार तो सामर्थ का उजियाला फैलाता है। उकाब सुनते हैं। आप किसी चमक के लिए आँख न उठाये, वरन आप तो उज्ज्वलता के लिए आँख उठायें। वह जो मानवता से उज्जवलता बिखर रहा है; वह जो प्रेम से उज्जवलता बिखर रहा है, वह जो सामर्थ से उज्जवलता बिखर रहा है – यही है वह जिसकी सच्चा उकाब ढूंढ़ – ढांढ़ करता है आप खलियान में कुरेदा – कुरादी करके उसे प्रसन्न नहीं कर सकता है। वह इसे करने में कभी समक्ष नहीं हो सकता है। यह उसे कभी स्पर्श नहीं करेगा, क्योंकि वह इस पर विश्वास नहीं करता है। आकाश से उस शब्द की चिल्लाहट तो होने दें, “मैं वह हूँ जो मर गया था, और अब फिर से से जीवित हूँ’ – बस कुछ न कुछ घटित हो जाता है। मैं कल, आज, और युगानुयुग एक सा हूँ। और अन्त के दिनों में ऐसा होगा कि मैं अपने आप को सब मनुष्यों पर उंडेलूंगा।” परमेश्वर की महिमा होवे! ”मैं तुम्हारी मरनहार भाषा को जिला उठाऊगाँ; मैं तुम्हारी मरनहार बोली को जिला उठाऊँगा। मैं तुम्हें दूंगा एक स्वर्गीय – – – मैं तुम्हें पुनरुत्थान में अपने साथ लेकर आने जा रहा हूँ।“ भूखा; और पुनरुत्थान में अपने साथ लेकर आने जा रहा हूँ। भूखा; और बेचैन उसे पाने के लिए उसके पास जितनी तेजी से पहुँच सकता है, वह उतनी तेजी से पहुँचता है। उनके लिए यही तो वह बहुमूल्य मोती होता है, जिसके लिए वे अपना अन्य सभी कुछ बेच डालेंगे और जाकर उसे खरीद लेंगे। मित्रों, परमेश्वर ही हमारी सहायता करे। हमारी कलीसियाएं अपनी पहचान खोती चली जा रही हैं।आइये, अब हम शीघ्रतापूर्वक आगे बढ़े, आइये हम कुछ – – को चलें – -75आप उन चेलों के कार्य – कलापों को देखिए – एक आत्मा – – – वे जानते थे कि यीशु सच्चा था; परन्तु आप देखिएगा, वह उस समय की लोकप्रिय विचारधारा के विरुद्ध था, वह उस समय के लोकप्रिय धर्म के विरुद्ध था; वह सर्वाधिक अभिमानी या अकड़ा धर्म था-फरीसी, सिदूकी तथा इसी प्रकार के दूसरे लोग (कू क्लस क्लांस तथा नामधारी संस्थाएं) – उस अनधिकृत मत के विरुद्ध थे, परन्तु यीशु तो वह वचन था जिसकी पहचान करायी गयी थी; और आत्मा में यीशु पवित्र आत्मा ही तो है। और थोड़ी देर रह गयी है, कि संसार मुझे नहीं देखेगा; लेकिन तुम मुझे देखोगे – शरीर नहीं, वरन वह जीवन तो उसके अन्दर था – – -परमेश्वर – – -कलीसिया के ऊपर है, ताकि आज्ञाकारी पुत्रों को ठीक वैसे ही बुलाये जैसे उसने तब बुलाया था – “मैं सदा वह करता हूँ जिससे मेरा पिता प्रसन्न होता है।” “तुम में से कौन मुझ पर पाप करने का दोष लगा सकता हैं। दूसरे शब्दों में अविश्वास करना ही पाप है। जो वचन ने मेरे विषय में कहा क्या मैंने वह नहीं किया?’ ”मुझे दिखाओ, कि वचन ने क्या कहा था, कि मैं करूँगा, और मैंने उसे नहीं किया?“ ”तुम में से कौन मुझ पर दोष लगा सकता है?“ ”तुम में से कौन अपनी अगली मेरे ओर उठा सकता है, और कह सकता है है कि मैंने अपने पिता का वचन पूरा नही किया है?”ओह, जब पिन्तेकुस्तीय कलीसिया उस मुकाम पर पहुँचती है। “कौन मुझ पर अविश्वास करने का दोष लगा सकता है?

76हे मसीहियों, तुम अपनी पहचान बाज के रुप में नहीं वरन एक उकाब के रुप में कराओं। बाज तो नाजुक है; वह नीचे आ जायेगा। आप एक उकाब को ऐसा करते हुए कदापि नहीं देखेंगे। वह तो कभी ऐसा नहीं करेगा। वह तो नीले नीले अम्बर से ही अपना भोजन ढूंढ़ता है। परमेश्वर ने ही उसे ऐसा तैयार किया है, कि वह उसे देख सकता है। वह तो ताजा मन्ना ही लेता है; वह कोई ऐसी चीज नहीं लेता है जो मरी हुई हो।इब्रानियों के साथ ऐसा हुआ था, कि जब वे जंगल में से होकर पार निकलें, तो उन्होंने मरे हुए मन्ने को खाने की चेष्टा की थी और वह बेकार हो गया था। उसके अन्दर कीड़े-मकोड़े पड़ गये थे। आप जानते हैं कि हमारा क्या तात्पर्य है। वह विषाक्त हो चुका है, वह सड़गल चुका है, उसके अन्दर कीड़े पड़े हुए हैं।क्यों मैं उस भोजन को खाऊँगा जो कई वर्षों पहले ही मर चुका है? हो सकता है कि वह सही रुप व आकार में हों, लेकिन वह ताजा नहीं है। हमें तो हर एक पीढ़ी में एक नया भोजन ही चाहिए होता है। अतः ठीक वैसे ही उकाब हर एक पीढ़ी के लिए उसी किस्म के भोजन के लिए दृष्टि लगाता है; जैसे कि हम अपनी यात्रा पर हैं।ध्यान देना,77अब आइये हम पीछे की ओर मुड़कर कुछ लोगों को लें। आइये हम पुराने नियम के कुछ भविष्यद्वक्ताओं को लें, और देखे कि उन्होंने क्या किया था। आइये हम सबसे पहले स्तिफनुस पर दृष्टि डालें; कैसे स्तिफनुस ने फरीसियों और महायाजकों की सभा के मध्य में…जब वह सभा उसे वहाँ ऊपर लेकर आयी; विश्वासियों की वह विशाल सभा-जिन्हें विश्वासी होना चाहिए थाऊपर लेकर आयी और उस पर दोष मढ़ने की चेष्टा की, तो स्तिफनुस ने कहा, “क्यों, हे हठीले, और मन और कान के खतनारहित लोगों, तुम सदा पवित्र आत्मा – – -(यही वह अनन्त जीवन है) – – का सामना करते हों। जैसे तुम्हारे बाप दादों ने पूर्व काल में भविष्यद्वक्ताओं के साथ किया वैसा ही तुम आज कर रहे हो।” और वे उस पर दांत पीसने लगे।वे लोग उसे नहीं सुनना चाहते थे। वह उनके धर्मिक मत-सार के विरुद्ध था, वह उनकी नामधारी संस्था के विरुद्ध था; और उन्होंने उस पुरुष स्तिफनुस को पत्थरवाह करके मार डाला; और स्तिफनुस ने अपने हाथों को स्वर्ग की ओर उठाया, और कहा, “मैं स्वर्ग को खुला हुआ और यीशु को दांयी ओर विराजमान देखता हूँ।” क्यों? क्योंकि उसके पास पुनरुत्थान था; उसके अन्दर पुनः जिला उठाने वाली सामर्थ थी जो उसे यीशु की गोद में लेकर गयी।78फिलिफुस पर वहाँ दृष्टि डालिएगा; जहाँ एक बहुत बड़ी बेदारी हो रही थी – एक बेदारी हो रही थी जहाँ ऐसा हुआ होगा – -किसी भी मनुष्य की हिम्मत नहीं हुई थी- – -क्यों, उन्हें तो कलीसियाओं में तथा हर एक जगह में जो वहाँ नीचे थे, सहयोग मिला था; और उनकी एक बहुत बड़ी बेदारी हो रही थी; और परमेश्वर की पुनः जिला उठानेवाली सामर्थ ने उससे बात की और कहा, “स्तिफनुस – – -” हो सकता है कि यह कहा हो, ”तुम्हारी यहाँ पर एक बड़ी बेदारी हो रही है; परन्तु मेरा एक जन है जिसके लिए मैं यह चाहता हूँ ,कि तू उससे बात करें।” और स्तिफनुस तो आज्ञाकारी है; उसे इससे कोई मतलब नहीं है कि यह क्या है, और उसकी कितनी अधिक आलोचना होगी-“ओह, स्तिफनुस तू छोड़ कर नहीं जा सकता है।”“परन्तु मैं जा सकता हूँ। परमेश्वर ने ऐसा ही कहा है।” और वह रेगिस्तान में जा पहुँचा। और वहाँ पर उसने इस खोजे को पाया। और क्या घटित हुआ था? उसने कहा, ”यदि तू अपने सारे मन से विश्वास करता है, कि यीशु परमेश्वर का पुत्र है; तो मैं तुझे बपतिस्मा दूंगा।’ जब वह उसे बपतिस्मा दे चुका, तो देखिएगा; वह इस पुनः जिला उठाने वाली सामर्थ के द्वारा जी उठा था, कि हजारों लोगों की बेदारी को छोड़ कर इस एक व्यक्ति के लिए रेगिस्तान में जाये।ओह, वहाँ पर सारे तर्क उसके विरुद्ध थे। “क्यों, यहाँ पर तो दस हजार लोग तुम्हें चाह रहे हैं”; परन्तु वहाँ एक है जो उसे वहाँ चाहा रहा था। और इस पुनः जिला उठाने वाली सामर्थ ने उसे परमेश्वर के प्रदान किये हुए स्थान पर भेजा। हालिलूय्याह !79स्त्रियों और पुरुषों, यह तुम से तुम्हारे पैरों पर ऊपर खड़ा करवायेगी। यह तुम से उन कामों को करवायेगी जो परमेश्वर तुम से कराना चाहता हैं। मैं इसकी परवाह नहीं करता हूँ कि कोई दूसरा इसके विषय में क्या कहता हैं। चाहे आपके पड़ोसी ऐसा ही क्यों न कहते हों, “ओह, उस व्यक्ति का तो दिमाग पगला गया है – वह तो सारी रात भर प्रार्थना करता है, बाइबिल पढ़ता है – -” मैं इसकी परवाह नहीं करता हूँ, कि वे क्या कहते हैं; यह तो परमेश्वर ही है जिसने आपको ऐसा करने के लिए बुलाया है। यह सही बात है। वे कहते हैं, ”क्यों, हम पुराने चलन की पिन्तेकोस्तल बेदारियाँ नहीं कर सकते हैं…“ ओह, हाँ, हम तो ऐसा कर सकते हैं। तुम खुद इसे अपने में ही कर सकते हो, आप परमेश्वर में एक बड़ी तादाद में हों, और इससे कोई मतलब नहीं है कि वे शेष दूसरे लोग क्या सोचते हैं।80आज्ञाकारिता में आने के पश्चात – – – अब आप इसे ध्यान पूर्वक सुनिए – – – जब वह परमेश्वर के वचन का पालन कर चुका, जब वह अपने लक्षित कार्य को पूरा कर चुका; तो ठीक वही पुनः जिला उठानेवाली सामर्थ जो उसने पिन्तेकुस्त पर पायी थी; उसे उठाकर ले गयी; उसने उसके शरीर को जिला उठाया। वह आत्मा में मीलों – मील दूर उठाकर ले जाया गया था; और वह किसी दूसरे देश में कहीं पर पाया गया था। परमेश्वर की पुनः जिला उठाने वाली सामर्थ ! और यदि हम वही पिन्तेकुस्तीय हो जाते हैं- यदि ठीक वही सामर्थ जिसने यीशु को मरे हुओं में से जिलाया था हमारी मरनहार देह में बसा हुआ है….ठीक है, ध्यान देना।81आइये हम एक और व्यक्ति को लें जिसके पास यह पुनः जिला उठाने वाली सामर्थ थी। बहुत पहले एक व्यक्ति हुआ था, जिसका नाम हनोक था। जब कोई नयी बात आयी या कोई ऐसी बात आयी जिसने कहा, “अच्छा, अब हमें अपने पुराने शिक्षण संस्थान में या इसमें या उसमें या किसी दूसरे में जाना है, तो हनोक परमेश्वर के ही साथ चला। जो कुछ भी परमेश्वर ने कहा, हनोक उसके एक भी शब्द से कभी नहीं चूका। वह परमेश्वर के ही साथ साथ चला।।वह क्या था? वह परमेश्वर का एक पुत्र था! वह एक उकाब था उस दिन में बुलाया गया था; और जब वह समय आया, तो वह पुनः जिला उठाने वाली सामर्थ से इतना अधिक भरा हुआ था – – -स्मरण रखिए, कि वह परमेश्वर के सम्मुख पाँच सौ वर्षों तक या इससे अधिक वर्षों तक चला; और वह एक बार भी परमेश्वर के वचन से नहीं चूका था। उसने एक बार भी दुर्व्यवहार नहीं किया। उसने एक बार भी ऐसा नहीं किया था – – -परन्तु उस ने तो अपनी गवाही बनाये रखी थी। हर एक वह काम जो परमेश्वर ने उससे करने के लिए कहा उसने जाकर उसे किया। उसने उस के विषय में कोई तर्क विर्तक नहीं किया; वह तो बस गया और उसे किया। उसे इससे कोई मतलब नहीं था; कि कोई दूसरा क्या सोचता है; वह तो गया और उसने उसे किया। क्यों? क्योंकि वह उस पुनः जिला उठाने वाली सामर्थ से भरा हुआ था।जब उस वृद्ध के मरने का समय आया, तो बस परमेश्वर ने एक सीढ़ी नीचे उतारी और वह उस पर चढ़कर घर चला गया। उसने उसे जिला उठाया था

और उसकी मरनहार देह को स्वंगारोहण में ऊपर उठाकर ले गया था। आमीन ! यही तो वह पुनः जिला उठानेवाली सामर्थ है।82एलिल्य्याह को देखिए। जब उसका पृथ्वी पर कार्य पूरा हो गया, तो वह उस पुनः जिला उठाने वाली सामर्थ से इतना अधिक भरा हुआ था, कि उसने अपने दिन के जैकी कनैडी स्टाइल के कटे हुए बालों को लताड़ा था। उसने उस पुरानी इजाबेल को बताया था, कि उसने उसके विषय में क्या सोचा है। उसने उन प्रचारकों को तथा उन पुरोहितों को बताया था कि क्या सही है। और क्या गलत। उन्होंने उसका विश्वास नहीं किया था, परन्तु उसने उन स्त्रियों को जिन्होंने अपने चेहरे पर रंगो की लीपा-पोती की हुई तथा इसी प्रकार के लोगों को बहुत बुरी तरह से फटकारा था, और वह उस पुनः जिला उठाने वाली सामर्थ से इतना अधिक भरा हुआ था, कि कोई भी उसे हानि नहीं पहुँचा सकता था।परमेश्वर ने ही उसे आकाश से भोजन खिलाया था – वही उसे बाहर ले गया और उसे एक ओर बैठाया। वह पुनः जिला उठाने वाली सामर्थ से इतना अधिक भरा हुआ था; कि जब उसके मरने का समय आया तो यरदन खुल गयी थी; और वह बस चलकर गया – – -उसके लिए एक रथ नीचे भेजा गया; और वह उसे ऊपर उठाकर घर ले गया – वह उस पुनः जिला उठाने वाली सामर्थ से इतना अधिक भरा हुआ था, कि वह परमेश्वर का एक असली, सच्चा पुत्र बन गया था।83ध्यान दीजिए, कि उसका एक उत्तराधिकारी था; और उसका नाम एलीशा था। एलिशा के पास तो इस पुनः जिला उठाने वाली सामर्थ का दुगना भाग था। समझे? उसके पास इसका का दुगना भाग था। अब देखिए, उसने लगभग अस्सी वर्ष प्रचार किया था अथवा वह लगभग अस्सी वर्षीय था। वह बीमार हो गया था और मर गया था। अब उसे वैसे घर नहीं जाना था जैसे एलिय्याह गया था।देखिए; उन दोनों का ही कलीसिया (सच्ची कलीसिया) के अन्दर प्रतिचित्रण होता है। कुछ पवित्र लोग (सन्त) तो जाते हैं, और कुछ विश्राम कर रहे हैं; परन्तु ध्यान दीजिएगा, जहाँ एलिय्याह को स्वर्गारोहरण में ऊपर उठा लिया गया था – – – वहीं एलीशा परमेश्वर में सोने के लिए चला गया था, लेकिन वह पुनः जिला उठाने वाली सामर्थ से भरा हुआ था।आप उस भविष्यवाणी पर दृष्टि डालें जो उसने मरने से पहले की थी।84अब, आइये, मैं इसे आपको दिखाता हूँ। मैं इसकी परवाह नहीं करता हूँ, चाहे आप मरे हुए हैं या आप चाहे जहाँ कहीं हैं, वह पुनः जिला उठाने वाली सामर्थ आपको कभी नहीं छोड़ती है। उसकी मृत्यु के वर्षों वर्षों बाद – – -(उसका माँस सड़ गल चुका था) एक दिन लोग एक मरे हुए व्यक्ति को उठाये लिये जा रहे थे। उन्होंने उस मरे हुओं को उन हड्डियों के ऊपर फेंक दिया, और वहाँ पर इतनी अधिक पुनः जिला उठाने वाली सामर्थ थी, कि वह मरे हुआ व्यक्ति फिर से जीवित हो गया था। हालिलूय्याह ! उसे मरे हुओं में से जिला उठा; क्योंकि वह पुन; जिला उठाने वाली सामर्थ जो परमेश्वर के उस पवित्र जन के ऊपर थी, उसने उसे कभी नहीं छोड़ा था, वह उन हड्डियों में ही विधमान रही थी।85ओह स्मरण रखिए, यदि हम उसकी दुल्हन हैं, तो हम उसके पास माँस में का माँस और उसकी हड्डी में हैं। मृत्यु उस पुनः जिला उठाने वाली सामर्थ को बिलकुल भी विचलित नहीं करेगी। “चाहे खाल को नाश करने वाले कीड़े इस शरीर को नाश कर डाले; तौभी मैं अपने शरीर में होकर परमेश्वर का दर्शन पाऊँगा।” परमेश्वर की महिमा होवे ! मैं इसे कहना नहीं चाहता हूँ -मुझ जैसे बूढ़े व्यक्ति के लिए क्या ही आशा है; जो वर्षीय अवस्था में है; और यह जान रहा है कि मैं शीघ्र ही अपना अन्त देबूंगा। जब से मैं एक छोटा लड़का सा ही था तब से ही मैं यहाँ खड़ा होकर इसकी उद्घोषणा करने का प्रयास कर रहा हूँ, परन्तु मैं जानता हूँ, कि मेरे अन्दर – – मुझ में कोई भलाई नहीं है, मैंने ऐसा कुछ नहीं किया है; परन्तु मेरे अन्दर वह पुनः जिला उठाने वाली सामर्थ है।इसने मुझे एक दिन संसार की चीजों में से जिला उठाया था, मुझे एक जवान व्यक्ति के रुप में अनन्त जीवन में जिला उठाया था। ये सभी बातें जो घटी हैं – -मैंने दर्शन देखे हैं, भावी बतायी हैं – उसने उन्हें अभी तक कभी विफल नहीं होने दिया है। मैंने अन्यान्य भाषाएं बोली हैं; मैंने भविष्यवाणियाँ की हैं। मैंने वे सब काम परमेश्वर के उसी आत्मा में होकर किये हैं ,जो मेरे अन्दर बसा हुआ है।मैं जानता हूँ, कि किसी दिन – – -86मेरा छुड़ाने वाला अब जीवित है, और जब वह किसी दिन आता है, तो ये हड्डियाँ फिर से जी उठेगी; ताकि मैं जाकर उससे हवा में मिलें। आप चाहे मुझे बहुत गहरा दफना दें, आप चाहे इसे जला दे, आप चाहे जो कर दे, वह पुनः जिला उठाने वाली सामर्थ तो अनन्त है।मैं ठीक इस समय ईस्टर का अनुभव करता हूँ। जी हाँ, श्रीमान! मेरे पास यह वर्षों से है। यह मेरे अन्दर है। यह आपके अन्दर है, यदि आप – – – वह आत्मा जिसने यीशु को मरे हुआ में से जिलाया, तुम्हारी मरनहार देह में बसा हुआ है उसने आपको संसार की वस्तुओं में से केवल परमेश्वर के वचन के लिए ही जिला उठाया है। इसने आपको इस जीवन से अनन्त जीवन में जिला उठाया है।आप जो कभी एक बार को पाप और धर्म में जन्में, अब एक साथ जिलाये जा चुके हो और मसीह यीशु के साथ स्वर्गीय स्थानों में बैठे हुए और स्वर्ग से आने वाले मन्ने को खाकर हर्षित हो रहे हों; परमेश्वर की सामर्थ को साक्षात् रुप में प्रकट होते हुए और इस दिन की परमेश्वर की प्रतिज्ञा को प्रमाणित होते हुए देख रहे हों।87जैसा नूह के दिनों में हुआ था, वैसा ही मनुष्य के पुत्र के आने के दिनों में होगा।’ वे खा पी रहे थे, शादी ब्याह कर रहे थे।“और जैसा लूत के दिनों में हुआ था वैसा ही उस समय होगा जब मनुष्य का पुत्र पृथ्वी पर प्रकट होगा।” परमेश्वर का पुत्र फिर नहीं आएगा, वरन मनुष्य का पुत्र अन्त के समय के लिए भविष्यद्वक्ता के सन्देश के रुप आयेगा, जब वह उकाब उड़ान भर रहा होगा – सिंह नहीं, बैल नहीं -वह तो बलिदानी काल था।देखिए; हर एक समय एक धार्मिक सामर्थ संसार की राजनीतिक सामर्थ की चुनौती का सामना करने के लिए बाहर निकल कर आगे गयी। जब सिंह ने धार्मिक सामर्थ का उदय किया, तो वह रोमन सामर्थ से मुकाबला करने को गयी। और फिर जब बलिदानी समय आया, तो बैल गया, क्योंकि वह प्रभु का बलिदानी प्राणी हैं। उसके बाद आगे के युगों में सुधारक आयें – – – मनुष्य का मुँह आया। और सुधारकों को भेजा जा चुका है – -लूथर, वैसली, कैल्विन तथा उसके बाद आगे और आगे पिन्तुकोस्तल काल आया। परन्तु अन्त में जो सन्देश बाहर आया, वह एक उड़ रहे उकाब का है…अंत समय में उड़ान भरता हुआ एक उकाब आया है। यह उकाब का समय है, यह बेदारी का समय है। परमेश्वर का वचन साक्षात् प्रकट हुआ हैं। परमेश्वर का वचन प्रमाणित किया जा चुका है।हे बच्चों, पवित्र आत्मा के इस बपतिस्मे में चले आओ। आओ और अपने सारे हृदय से इसका विश्वास करो। परमेश्वर आपको भर देगा।88यहाँ देखिए; स्मरण रखिए; हम उसके माँस में का माँस, और हड्डी में की हड्डी हैं। जैसे परमेश्वर ने उसकी हड्डी और माँस को कब्र में से जिलाया था; वैसे ही वे उस व्यक्ति को जिसके अन्दर क्रियाशीलताएं है छिपाकर नहीं रख सकते हैं। मृत्यु उसे ले नहीं सकती है।यीशु ने कहा था, “जितनों को पिता ने मुझे दिया है, वे सब मेरे पास आयेंगे और मैं उन्हें अन्तिम दिन फिर जिला उठा खड़ा करूंगा।”ओह मेरे खुदा- यही तो ईस्टर है ! क्यों, हम तो ठीक ईस्टर में हैं। जब वह उठ खड़ा हुआ था, तो हमउसके साथ ही उठ खड़े हुए थे। उसने ‘सार-नामा’ वापस भेजा; हम उसे थामे हुए हैं। वह पवित्र आत्मा का बपतिस्मा है। वह युगानुयुग जीवित है। वह कल, आज और युगानुयुग एक सा हैं। इब्रानियों 13:8 सिद्ध करता है कि वह एक सा है।89वह मसीह है; अभिषेक से भरे हुए लोग इसका विश्वास करते हैं। मसीह क्या है? मसीह क्या है? मसीह अभिषिक्त किया हुआ जन है। और अब यदि वह मसीह था और उस दिन के लिए अभिषिक्त किया हुआ था, ताकि परमेश्वर के वचन को पूरा करे; ताकि उद्धारकर्ता हो और अभिषिक्त किया हुआ हो और परमेश्वर ने उस देह को जिला उठाया था –

तो उसकी दुल्हन इस दिन के लिए अभिषिक्त की हुई है, और पुनरुत्थान में उस के साथ ही पहले से ही जी उठी है, क्योंकि ये दोनों एक ही हैं। आमीन!काश मैं इसे ठीक वैसा ही बता सकता होता, जैसा मैं इसे देखता हूँ! काश मेरे पास शिक्षा होती, जिससे मैं ऐसा कर सकता होता! मैं आशा करता हूँ, कि आप इसे समझते हैं। मैंआशा करता हूँ, कि परमेश्वर अर्थात पवित्र आत्मा नीचे उतकर आता है, और इसे आपके हृदयों में रखता है, कि आप देखें कि मेरा क्या तात्पर्य है।90यही तो पुनरुत्थान है। हम अब पुनरुत्थान में है। हम उस के साथ पुनरुत्थान में बैठे हुए हैं, परन्तु केवल वे ही जिन के पास जीवन है। वे नहीं जिनके पास जीवन नहीं है। वे तो इसे जानेंगे भी नहीं। वे इसे कभी नहीं जानेंगे। वे तो बस यही सोचते रहेंगे, कि उनके पास पवित्र आत्मा है, वे बचे हुए हैं, और जबकि रेपचर हो भी जायेगा, और उस में जाने वाले चले भी जायेंगे। उसने कहा था, “एलिय्याह तो आ चुका, और वह था और तुमने इसे नहीं जाना।”91मृत्यु परमेश्वर की पुनः जिला उठानेवाली सामर्थ को नहीं रोकती है। मृत्यु उसे रोक ही नहीं सकती है। आप कहते हैं, “अच्छा, मेरी माँ तो आत्मा से भरी हुई एक स्त्री थी। मेरे पिता, तो ऐसे थे, कि मैंने कभी किसी व्यक्ति को सामर्थ से ऐसा भरा हुआ नहीं देखा जैसे मेरे पिता भरे हुए थे। परन्तु भाई ब्रन्हम, वे तो मर गये।” निश्चय ही, वह पुनः जिला उठानेवाली सामर्थ को नहीं रोक सकती।मूसा के पास पुनः जिला उठानेवाली सामर्थ थी। क्या आप इसका विश्वास करते है? यीशु मसीह तक पृथ्वी पर उस जैसा कभी कोई पुरुष नहीं था, क्योंकि उसने न केवल दर्शन देखे थे, अपितु उसने परमेश्वर से आमने – सामने बातें की थी। यहाँ तक हुआ था कि एक दिन मरियम भविष्यद्वक्तनी ने उसकी बात पर विवाद किया, तो परमेश्वर ने कहा था, “क्या तुम्हें परमेश्वर का भय नहीं? मेरे दास, मूसा को देखो। इस समय संसार में उस जैसा कोई नहीं है। मैंने मूसा से बातें की हैं। क्या उसने जो कभी कुछ कहा वह सत्य नहीं था? मैंने ही मूसा से बातें की। क्या तुम्हें परमेश्वर का भय नहीं? उसके विरुद्ध एक भी शब्द न कहना।” और ठीक तभी मरियम को कोढ़ हो गया था और वह मर रही थी। और उसके बाद वह बहुत अधिक समय तक जीवित नहीं रही थी।मूसा ने उसके लिए प्रार्थना की!92और मूसा अपनी 120 वर्ष की सेवकाई पर – या 80 वर्षीय सेवकाई पर, या अपने जीवन के 120 वर्ष पर पहाड़ पर चढ़ा, मरा, और घाटी में दफन हुआ। परन्तु वह पुनः जिला उठानेवाली सामर्थ उसके ऊपर थी। लगभग 800 वर्ष के पश्चात वह यीशु मसीह के रुपान्तरण वाले पर्वत पर खड़ा हुआ था। वह क्या था? वह उस पुनरुत्थान में शामिल किया गया था। निश्चय ही, उसे उस में शामिल किया गया था। उसके पास परमेश्वर की पुनः जिला उठानेवाली सामर्थ थी। वह यहाँ पर खड़ा हुआ था।93पुनरुत्थान के उस दिन, उस महान सुबह अय्यूब, अब्राहम, इसाहक तथा दूसरे सन्तों को देखिए, जब अय्यूब ने कहा था, कि “मैं जानता हूँ कि मेरा छुड़ानेवाला जीवित है, तो अय्यूब तथा वे सब जानते थे, कि वह आयेगा। उसने यह मसीह से सैंकड़ों सैकड़ों वर्ष पहले ही कह दिया था। वास्तव में अय्यूब की पुस्तक उत्पत्ति की पुस्तक से पहले लिखी गयी थी -वे दावा करते हैं, कि यह बाइबिल की सबसे प्राचीन पुस्तक है।और उसने अपनी आजमाइशों में – -जैसा कि हम अब गुजरते हैं – – -और यहाँ तक कि उसकी अपनी पत्नी ने, उस व्यक्ति ने जो पृथ्वी पर उसके सबसे अधिक करीब थी, कहा था, क्यों तू परमेश्वर को नहीं कोसता है और मर नहीं जाता है?”उसने कहा, “तू मूढ़ स्त्री के जैसे बातें करती है। प्रभु ने दिया था, प्रभु ने ही वापस ले लिया, प्रभु का नाम मुबारक होवे।” और जब परमेश्वर का आत्मा उसके ऊपर आया, तो वह भविष्यवाणी करने लगा। उसने कहा, ”मैं जानता हूँ, कि मेरा छुड़ाने वाला जीवित है, और वह अन्त में पृथ्वी पर खड़ा होगा। और चाहे खाल को नाश करनेवाले कीड़े इस शरीर को नाश कर दें, तौभी मैं अपने शरीर में होकर परमेश्वर का दर्शन पाऊँगा।” और उसने एक जगह बनायी थी, जहाँ उसको मिट्टी दी जाती। उसने कहा था, “मैं इस जगह को खरीदूंगा।” और उसने उस जगह को खरीदा और उसे वहीं पर मिट्टी दी गई थी।94उसके बाद अब्राहम नाम का एक मनुष्य आता है(कलीसिया बढ़ रही है, आगे को अग्रसर हो रही है) खैर, अब आप अब्राहीम को देखें-उसके पास भी परमेश्वर की क्रियाशीलता थीउसके पास भी अनन्त जीवन था, क्योंकि अनन्त परमेश्वर ने ही उसे बुलाया था। अब ध्यान दीजिए, कि जब सारा की मृत्यु हुई तो उसने फिलश्तीन में अय्यूब की कब्र के पास ही भूमि का एक टुकड़ा खरीदा था; और उसने सारा को को वहीं पर मिट्टी दी थी।अब्राहम मरा, और उसे भी सारा के साथ दफनाया गया था। अब्राहीम से इसाहक उत्पन्न हुआ; जब वह मरा तो वह अब्राहीम के साथ ठीक उसी भूमि में सोया।अब देखिए, इसाहक से याकूब उत्पन्न हुआ; याकूब मिस्र में मर गया था; परन्तु चूंकि वह एक भविष्यद्वक्ता था, इसलिए उसके पास यह क्रियाशीलता थी-उसके पास यह पुनः जिला उठानेवाली सामर्थ थी, और उसने कहा था, “यूसुफ, तुम मुझे यहाँ नीचे ही मिट्टी न देना। मेरे भविष्यद्वक्ता पुत्र, यहाँ आ। तू अपना हाथ इस नितम्ब पर रख जिसे परमेश्वर ने अपंग किया है। स्वर्ग के परमेश्वर की शपथ खाकर कह, कि तू मुझे यहाँ नीचे मिट्टी नहीं देगा।”

उस पुरुष के अन्दर क्या था? क्यों मिस्र किसी भी स्थान के जैसा अच्छा नहीं था? वह एक भविष्यद्धक्ता था, और वह जानता था कि कहाँ पर वह पुनरुत्थान होने जा रहा था। वह मिस्र में नहीं होने जा रहा था; वह तो फिलश्तीन में ही होने जा रहा था। उसने कहा था, ”तू अपना हाथ मेरे अपंग नितम्ब के नीचे रखकर उस परमेश्वर की शपथ खा, जिसकी मैं सेवा करता हूँ -तू मेरा भविष्यद्धक्ता पुत्र है – कि मेरी हड्डियों को यहीं नीचे मिट्टी नहीं देगा। मुझे वहाँ ऊपर ले जाना, और मुझे वहीं पर दफन करना।95यूसुफ ने एक भविष्यद्वक्ता होने के कारण अपने हाथों को अपने अपाहिज पिता के ऊपर रखा, उसने कहा, “मैं अब्राहीम, इसाहक और याकूब के परमेश्वर की शपथ खाता हूँ, कि मैं तुझे यहाँ नीचे मिट्टी नहीं दूंगा।” वे उसे ऊपर ले गये थे, और उन्होंने उसे उसी भूमि में मिट्टी दी थी। क्यों? क्यों?जब यूसुफ मरने को था, तो उसने कहा था, “तुम मुझे यहाँ नीचे दफन न करना। तुम मुझे यहाँ नीचे दफन न करना।’ क्यों? परमेश्वर तो सभी जगह ही परमेश्वर है। परन्तु उसकी एक योजना होती है। यूसुफ एक भविष्यद्वक्ता था। उसने कहा था, ”किसी दिन’ – आप इन शब्दों पर अपने कान लगायें – ”किसी दिन प्रभु परमेश्वर तुमसे भेंट करेगा, और तुम्हें इस देश से बाहर निकाल ले जायेगा, और जब तुम जाओ; तो तुम मेरी हड्डियाँ लेते जाना।” वह पुनः जिला उठानेवाली सामर्थ उन हड्डियों में थी। देओह; यदि उसी का आत्मा जिसने मसीह को मरे हुओं में से जिलाया, तुम में बसा हुआ है; तो वह तुम्हारी मरनहार देहों को भी जिलाएगा।तुम मेरी हड्डियों को यहीं नीचे मत रख छोड़ना। तुम उन्हें वहाँ ऊपर मिट्टी देना।” परन्तु वे प्रतिज्ञाएं थीं,96जब यीशु आता है – – -मेरे पास यहाँ पर वचन का एक लेख है, (मत्ती 27:51) जब यीशु मरे हुओं में से जी उठा, तो अय्यूब ने उस आगमन को देखा, और कहा, “मैं जानता हूँ, कि मेरा छुड़ाने वाला जीवित है, अन्तिम दिनों में वह पृथ्वी पर खड़ा होगा। चाहे खाल को नाश करने वाले कीड़े इस शरीर को नाश कर दें, तो भी मैं इसी शरीर में होकर परमेश्वर का दर्शन पाऊँगा। और मैं उसे देखता हूँ।वे जानते थे, कि वह एक भविष्यद्वक्ता था। अब्राहीम एक भविष्यद्वक्ता था। इसाहक एक भविष्यद्वक्ता था। याकूब एक भविष्यद्वक्ता था। यूसुफ एक भविष्यद्वक्ता था। और उनके पास केवल परमेश्वर के वचन के अनुसार ही प्रकाशन था।उस ईस्टर की सुबह जब वह आया, तो उसने उन सभों को जिन्होंने उस पर विश्वास किया था छुड़ाया और उसने उन्हें बाइबिल के अनुसार जिला उठाया भी।97वह पुनः जिला उठाने वाली सामर्थ अय्यूब की कब्र में आयी जहाँ उसकी हड्डियों की चम्मच भर धूल तक बाकी ना थी। उन सभी सैंकड़ों, सैकड़ों सैंकड़ों वर्षों के बाद उसकी हड्डियाँ चूरा बन चुकी थीं और खाक में मिल चुकी थीं – वे फिर से पृथ्वी की गैस बन गयी थीं – वहाँ पर मात्र थोड़ी सी ही राख थी, परन्तु फिर भी जब वह पुनः जिला उठानेवाली सामर्थ – परमेश्वर के वचन के अनुसार प्रतिज्ञा के द्वारा सैकंडों और सैंकडों , जी हाँ; हजारों वर्षों के बाद भी -जब वह पुनः जिला उठानेवाली सामर्थ कब्र में से बाहर निकालकर गयी, तो अय्यूब, अब्राहम, इसाहक, याकूब तथा वे सभी कब्र में से उस “एक’ के साथ ही बाहर निकल आये थे।बाइबिल ऐसा ही कहती है। सन्त मत्ती के 27 वें अध्याय का 51 वां पद कहता है कि वे बहुतेरे पवित्र लोग जो पृथ्वी की धूल में साये हुए थे जी उठे थे, और उसके साथ ईस्टर की सुबह कब्र में से तब बाहर निकल आये थे, जब वह ऊपर आया था।क्यों? क्योंकि उसके पास वह क्रियाशीलता थी। उनके पास वह पुनः जिला उठानेवाली सामर्थ थी; और वे मरे हुओं में से जी उठे थे, और वे उसके साथ पुनरुत्थान में गये थे -उन्होंने उस के साथ पुनरुत्थान का आनन्द लिया था; क्योंकि वे उस पुनः जिला उठानेवाली सामर्थ से भरे हुए थे।उनके पास वह असली ईस्टर की मोहर थी। आप कहते हांगे, “ठीक है, मैं चाहता हूँ, कि मैं पूर्वकाल में पुराने नियम में रह रहा होता। आप जरा एक मिनट रुकें। 1 थिस्सलुनीकियों 4:16 में कहा गया है – – – मैं चाहता हूँ कि आप इसे पढ़े। ”हे भाइयों, मैं नहीं चाहता, कि तुम उनके विषय में जो सोते हैं, अज्ञात रहो; ऐसा न हो कि तुम औरों की नाई शोक करो, जिन्हें आशा तक नहीं है। क्योंकि यदि हम प्रतीति करते हैं कि यीशु मरा और तीसरे दिन जी उठा-यदि हम इसका ढोंगी विश्वास नहीं करते हैं परन्तु हम जो विश्वास करते हैं – तो परमेश्वर वैसे ही उन्हें भी जो उस में सो गये हैं उसी के साथ ले जायेगा।नये नियम के पवित्र लोग भी उसके दूसरे आगमन पर उसी पुनः जिला उठाने वाली सामर्थ से जी उठेंगे – यह वैसे ही सुनिश्चित है जैसे पुराने नियम के वे सब पवित्र लोग जिनकी हड्डियों में वह पुनः जिला उठाने वाली सामर्थ थी; जिनके पास सामर्थ तथा ऐसा ही अन्य सब कुछ था; जिन्होंने परमेश्वर को दिखाया था, बदल गये थे। वे भविष्यद्वक्ता जिनके पास परमेश्वर का वचन आया था, पुनरुत्थान की उस सुबह उसके साथ फिर से जी उठे थे।यह परमेश्वर की एक प्रतिज्ञा थी, कि हर एक वह जन भी जो मसीह में है उसके पुनरुत्थान पर उसके साथ आयेगा, क्योंकि परमेश्वर की पुनः जिला उठाने वाली सामर्थ उनकी हड्डियों में थी।98इसमें कोई आश्चर्य नहीं है, कि हम बीमारों के ऊपर हाथ रखते हैं। इसमें कोई आश्चर्य नहीं है कि हम एक दूसरे से प्रेम करते हैं। हम भाई और बहन हैं। हमें एक दूसरे से नफरत नहीं करनी चाहिए; क्योंकि हम परमेश्वर के वचन से सुधारा गया है। हमें एक दूसरे से प्रेम करना चाहिए और एक दूसरे का सम्मान करना चाहिए। आप जानते है कि यदि आप ऐसा नहीं करते हैं, तो यह आपकी सहायता नही करेगी।99इस समय ठीक यहाँ एक लड़का है, जो इसी गिरजे के तले बैठा हुआ है। कुछ समय पहले कि बात है – वह मनुष्य विश्वास करता है – एक छोटे लड़के के कान में कैंसर था; और उसने इसके विषय में कुछ भी नहीं कहा था। वह वहाँ ऊपर घर पर काम कर रहा था। मैं वहाँ ऊपर भाई मोसले और भाई डेवसन के साथ उसके साथ एक शिकार के दौरे पर था। हम शिकार कर रहे थे, और भाई विलियम का पुत्र – – – ऐसा हुआ कि मैंने उसके कान पर दृष्टि डाली, और मैंने देखा कि उसका कान पूरी तरह से सूजा हुआ है। मैंने कहा, “डोनोवेन, क्या बात है; उस कान में क्या हुआ हैं।”उसने कहा, “भाई ब्रन्हम, यह सूजन तो उस पर काफी लम्बे समय से है। मैं नहीं जानता हूँ, कि यह क्या है।मैंने बस वहीं पर उसका हाथ पकड़ा। वह उसके कान पर एक बड़ा कैन्सर था। कभी भी एक शब्द नहीं कहा था। मैंने सिर्फ उसका हाथ पकड़ा। वह कैन्सर मेरे भाई को छोड़ कर चला गया था। यहाँ तक कि एक या दो दिन के बाद उसका निशान तक बाकी नहीं रहा था। यह उसका आदर सम्मान था; और स्वर्ग के परमेश्वर ने अपनी पुनः जिला उठानेवाली सामर्थ से उस कैन्सर को मार डाला था, और वहीं पर डोनोवेन वट्ज को जीवन दान दे दिया था। यह सच है।100ये बातें क्या हैं? यहाँ देखिए; लोंगों, यहाँ फीनिक्स में देखिए। उन लोगों पर दृष्टि डालिए, जिन्होंने इस पर विश्वास किया है। उन लोगों को देखिए, जिनके पास यह है, कि वे अपने हाथों को आप के ऊपर रखें, और आप देखिए कि क्या होता है। यह पुनः जिला उठानेवाली सामर्थ है। “विश्वास करने वालों के ये चिन्ह होंगे, कि वे बीमारों पर हाथ रखेंगे – – -” वह पुनः जिला उठानेवाली सामर्थ तो उकाब से उकाब के पास जाती है;और कुछ न कुछ घटित होने जा रहा होता है।अब, यह पुनः जिला उठानेवाली सामर्थ उकाब से शिकारे पर काम नहीं करेगी। यह तो उकाब से उकाब को खलिहान से आसमानी मुकामों में ऊपर उठाती है। ये चिन्ह उनके होंगे जो विश्वास करते हैं’ -जबकि वे दोनों ही विश्वास में होते हैं।101देखिए, परमेश्वर की ठीक वही पुनः जिला उठानेवाली सामर्थ इन दो भविष्यद्वक्ता, एलिय्याह और एलीशा में ज़ाहिर हुई थी – – – ध्यान दीजिएगा, एक सा ही वचन था; उनमें से एक तो ऊपर उठाया गया था, और दूसरा ऊपर उठा लिया गया था। एक को तो ऊपर उठाया गया था,और दूसरे को ऊपर उठा लिया गया था। वह उसके साथ ऊपर उठा लिया गया था। ऊपर उठता है – उनके साथ ऊपर उठता है; उनसे हवा में मिलता है, उनसे हवा में मिलने के लिए ऊपर उठाया जाता है।ध्यान दीजिए, कि किसी पक्षी को स्वंय को सन्तुलित करने के लिए दो पंख चाहिए होते हैं। क्या यह ठीक है? एलिय्याह तो रुपान्तरित पंख था, जबकि एलीशा जिला उठाया हुआ पंख था। देखिए, वे दोनों ही मिलकर उन पवित्र लोगों को दर्शा रहे हैं जो जीवित हैं, और जो पवित्र लोग जा चुके हैं।स्मरण रखना, जिलाना ताकि बीते हुए समय को देख सखे। कैसे व्हे लोग मरे हुओं में से जिलाये गए थे ताकि व्हे बीते हुए समय और इस समय तक देख सके।उन भविष्यद्वक्ताओं को देखिएगा – – –

102पौलुस पर दृष्टि डालिएगा। उसने कहा था कि अन्त के दिनों में ये लोग कैसे कार्यकलाप कर रहे होंगे, और स्वंय को मसीही कह रहे होंगे। वह एक भविष्यद्वक्ता था; वह पुनः जिला उठानेवाली सामर्थ से भरा हुआ था – उसने पहले से ही देख लिया था कि ऐसा होगा। हम इसका विश्वास करते हैं, क्या हम नहीं करते हैं? उसने पुनः जिला उठाने वाली सामर्थ ग्रहण की थी।इस पर दृष्टि डालिए, कि आज पुनः जिला उठानेवाली सामर्थ पहले से ही आगे होने वाली घटनाओं को बता रही है, और उनमें से एक भी घटना विफल नही हुई है। यह एक बार भी विफल नहीं हुई है। पुनः जिला उठाने वाली सामर्थ – यह सामर्थ किसी मनुष्य की नहीं है, यह तो परमेश्वर की ही हैं। सामर्थ अर्थात् ईस्टर का सार – पुनः जी उठे यीशु ने उस सार को हमारे पास वापस भेजा, ताकि हमें यह गारन्टी द, कि हम उसके साथ पहले से ही जी उठे हैं।103स्मरण रखिएगा, कि यहाँ पर बिजनसमैन संस्था की छोटी सी पुस्तक में लिखा है “अतीत के परदे से झांककर देखा जा रहा है – – – जैसे जैसे मैं वृद्ध होता चला जा रहा हूँ, मैं जान रहा हूँ। कि मेरे दिन कम होते चले जा रहे हैं। और मैं सच में – – – मैं उस छोटे से गीत की धुन बजाता हैं, जिसे स्त्रियों ने थोड़ी देर पहले गाया था। मैंने 18 या 20 वर्षों से ऐसा किया है, कि ”मैं इस पर प्रभु से बात करना चाहता हूँ”आप बाहर जाते हैं और प्रार्थना करते हैं, और फिर वह पुनः जिला उठानेवाली सामर्थ आती है। मैं अपना शरणस्थान पा चुका हूँ। मैंने वहाँ ऊपर दृष्टि डाली, और मैंने कहा, “कहीं दूर दृष्टि डाली जाती है।”मुझे वह सुबह याद है, जब मैं ऊपर उठा लिया गया था, और मेरी पत्नी जो वहाँ पीछे बैठी हुई है, उस सुबह मेरे साथ उसी एक पंलग पर लेटी हुई थी। मैं जाग चुका था, और मैंने दृष्टि डाली और वह सो रही थी। मैंने कहा, “यदि मैं परमेश्वर के लिए कुछ करने जा रहा हूँ, तो लड़के; तुम्हारे लिए उचित यही होगा कि तुम उसे जल्दी कर डालो। तुम पचास वर्ष के हो चुके हो।’ पवित्र आत्मा मुझे ऊपर उठाकर ले गया था। मैंने वहाँ पर दृष्टि डाली और मैं उन पवित्र लोगों को देखा – यह बात वैसे ही सुनिश्चित है जैसे मैं यहाँ पर इस डेस्क के सामने खड़ा हूँ, जबकि यह पवित्र पुस्तक यहाँ पर रखीहुई है; और सुसमाचार का एक सेवक यहाँ पर है।104क्या कभी मैंने तुम्हें प्रभु के नाम में कोई ऐसी बात बतायी है,जो घटित नहीं हुई? यदि मैंने कोई बतायी है, तो मैं आपसे यह चाहता हूँ, कि आप मुझे उसके विषय में बतायें। क्या हर बार वह पूर्ण रुप से मंच पर नहीं हुई? क्या प्रत्येक बार वह ठीक वैसे ही घटित नहीं हुई जैसे उसने बताया? यह तो “यहोवा यूँ फरमाता है” वाला वचन ही था।मैं वहाँ खड़ा हुआ था, और मैंने उस समय दृष्टि डाली, और मैंने दसयों हजार गुना जवान स्त्री और पुरुषों को अपनी बाहें फैलाये हुए मेरी ओर दौड़ते हुए और चिल्लाते हुए देखा। मैंने ठीक पीछे दृष्टि ड़ाली, और मैंने खुद अपने को पलंग पर लेटा हुआ देखा। हे प्रभु, यह हो, कि मैं समय के परदे के पार अतीत पर दृष्टि डालकर देख सकें! हे खुदा,यह हो, कि मैं समय के परदे के पार अतीत पर दृष्टि डालकर देख सकें!यह क्या है? यह पुनः जिला उठानेवाली सामर्थ है, जो हमें ऊपर उठा ले जायेगी – वह महान पुनःजिला उठानेवाली सामर्थ। वह पुनः जिला उठानेवाली सामर्थ इस अन्तिम दिनों में आती है।105यही है वह जिसके लिए मैं ठीक इस समय एरिजोना में हूँ। ठीक यहाँ पर बहुतेरे ऐसे लोग बैठे हुए हैं; जो यहाँ पर तब थे, जब मैं ठीक यहीं फीनिक्स में खड़ा हुआ था; और आप ने मुझे ठीक इसी प्रचार मंच से ही यहोवा यूँ फरमाता है’ वाला वचन कहते हुए सुना था। (कितनों को यह स्मरण है?) कुछ। घटित होने को तय हो रहा था।मैंने सात फरिश्तों को आते हुए देखा था। क्या लाइफ’ पत्रिका ने इसकी तस्वीर नहीं उतारी थी; जबकि यहाँ पर एक कुहरा 27 मील ऊँचा और 80 मील चौड़ा फैला हुआ था? क्या फ्रेडसोथमैंन तथा ये दूसरे लोग -जैनी नॉरमन वहाँ पीछे बैठा हुआ है – वे ठीक उस समय वहाँ पर खड़े हुए थे, जब वे सात स्वर्गदूत ठीक वहाँ ऊपर पहाड़ पर दृष्टिगोचर हुए थे। इस ने पहाड़ों को उस प्रकार से चारों ओर कई मील तक हिला डाला था। वहाँ पर वे सातदूत खड़े हुए थे (वह आपने हाथ में एक रजत तलवार लिए हुए खड़ा था) और कहा, “घर जाओ और इन सात मोहरों को खोलो जो दी गई हैं। और यहाँ पर वे हैं – विवाह और तलाक, सर्पवंश तथा इन सब बातों के सच्चे भेद जिनके विषय में गड़बड़ी मची रही। यह यहोवा यूँ फरमाता है वाला वचन है।यह क्या है? वही पुनः जिला उठाने वाली सामर्थ कलीसिया में आ रही है; और उसे इस समय में तैयार कर रही है जिसकी ओर हम बढ़ रहे है- पुन जिला उठानेवाली सामर्थ! हे परमेश्वर, इसे ग्रहण करने हेतु हमारी सहायता कीजिए। आप हमारी सहायता कीजिए, कि हम इसका विश्वास करें। देखा? यह तो इस पर निर्भर करता है, कि आप ग्रहण करने में कैसा रवैया अपनाते है कि यह आपका कुछ भला करने जा रही है या नहीं। आपको तो इस पर विश्वास करना ही होता है; क्योंकि यदि आप इस पर विश्वास नहीं करते हैं, तो यह आपका लेशमात्र भी भला नहीं करेगी।106शमूएल वहाँ पर लोंगो के सामने खड़ा हुआ था; और उसने कहा था, “क्या कभी मैंने तुम्हें प्रभु के नाम में कोई ऐसी बात बतायी जो घटित न हुई? क्या कभी मैंने तुमसे जीवन – यापन के लिए तुम्हारारुपया-पैसा माँगा?”नही, लेकिन कुछ भी हो हम एक राजा चाहते हैं।”ठीक उसी प्रकार की आज कलीसिया है।

वे अपने ही तौर तरीके चाहते हैं। वे आप पर लेशमात्र भी ध्यान नहीं देंगे। वे बस इधर उधर चलते बनते हैं। खैर, ये यही दिखाता है, कि वहाँ पर पुनः जिला उठाने वाली कोई सामर्थ नहीं है। आप कहते हैं, “ओह – हो, मैंने तो अन्यान्य भाषाएं बोली हैं।”“मैं तो उछला – कूदा और चीखा – चिल्लाया हूँ।”यह सब अच्छा है, लेकिन यदि वह पुनः जिला उठानेवाली सामर्थ वहाँ पर है, तो आप उसे पहचान जायेंगे। जैसे वह छोटा उकाब पहचान जाता है कि वह उसका मन्ना है, वह वचन है, वह यहोवा यूँ फरमाता है वाला वचन है। यही है वह जिसकी परमेश्वर ने प्रतिज्ञा की थी; यही है। वह जो पहले से बताया गया था। बिलकुल ठीक यही है वह जो घटित हुआ था।हम ठीक इस समय सन्देह की किसी काली छाया से परे सम्भावित तौर पर पुनरुत्थान में हैं। पवित्र लोग हवा में ऊपर उठ जाने की तैयारी में लगे हुए हैं।107यीशु पुनः जिला उठानेवाली सामर्थ से इतना अधिक भरा हुआ था, कि उसने कहा था, यदि तुम सोचते हो कि तुम इस मन्दिर को…जिसके लिए तुम साचते हो, कि इसे बनाने में चालीस वर्ष लगे है, ढ़ा दो, और मैं इसे तीन दिन में फिर से उठा खड़ा करूंगा।’क्यों? क्यों, यीशु ने ऐसा कहा था? मैं आपसे पूछना चाहता हूँ? क्यों यीशु इस प्रकार की बाते कह सकता था? वह जानता था कि वह था..आमीन! मैं चाहता हूँ कि काश मैं इस बात को आपके अन्दर बैठा सकता होता! वह जानता था कि वह कौन है। वह जानता था कि परमेश्वर ने हर एक वह वचन जो उसमें लिखा है, वह उसे पूरा कर चुका है। वह जानता था, कि वह वो ही है। जिसके विषय में दाऊद ने कहा था।क्या आप जानते हैं, कि आप वे लोग हैं जिनके विषय में बाइबिल बताती है? क्या आप जानते है, कि मसीह में आपका स्थान है? यदि आप मसीह में हैं, तो आप एक नयी सृष्टि हैं। आप जानते हैं, कि यह वचन ठीक ऐसा है जैसे हर दिन यह आपका जीवन हो। यह आप का है। आप एक उकाब हैं, और यह आपका भोजन है।108वह जानता था, कि वह परमेश्वर की सामर्थ के द्वारा ऐसा कर देगा, क्योंकि इसकी तो भविष्यवाणी की जा चुकी थी, कि वी ऐसा करेगा। यही कारण था कि वह ऐसा करने से भयभीत नहीं था, “तुम इस मन्दिर को ढ़ा दो, और मैं इसे तीसरे दिन उठा खड़ा कराँगा।’ क्योंकि दाऊद ने कहा था , कि मैं उसका प्राण अधोलोक में नहीं छोडूंगा, और ना ही मैं अपने पवित्र जन को सड़ने दूंगा।” वह जानता था कि उसके शरीर की एक भी कोशिका नहीं सड़ेगी; और वह 72 घन्टे में सड़ती है।उसने कहा था, “इस मन्दिर को ढ़ा दो, और मैं इसे तीन दिन में फिर से उठा खड़ा करूंगा।” क्यों? क्योंकि वह पुनः जिला उठानेवाली सामर्थ से इतना अधिक भरा हुआ था, कि उसने हर एक शब्द को जिला उठाया था। उसने पीछे दृष्टि डाली और हर एक उस वचन को देखा। जो परमेश्वर ने उसके लिए लिखा था; और जो उन भविष्यद्वक्ताओं ने कहा था, उसने उसे पूरा किया था। वह जानता था कि वह इसे भी पूरा करेगा।109अब देखिए; हर एक वह वचन जो परमेश्वर ने कहा था, क्या तुम्हारी आत्मा ने उस पर “आमीन’ कहा है; और क्या वह तुम्हारे जीवन में एक विश्वासी होने के नाते पूरा हुआ है? क्या आप किसी बात को थामे हुए हैं, और यह कहते हैं, ”अच्छा, मेरी कलीसिया तो कोई अलग बात सीखाती है?” बाज; फिर तो आप सावधान रहें।ध्यान दीजिए, उकाब तो विश्वास करता है। उनके पास इस पर कोई प्रश्न नहीं होता है, वे तो बस इसका विश्वास करते हैं।ध्यान दीजिए,110अब, वह जानता था कि ऐसा ही होगा; क्योंकि वचन ने ही ऐसा कहा था; और हर एक वचन जो उसके लिए लिखा गया था पूरा होना ही था। वह जानता था कि यह तो परमेश्वर की सामर्थ से उस पवित्र भविष्यद्वक्ता के द्वारा लिखा गया है जिसने यह भविष्यवाणी की थी कि वह ऐसा करेगा; और भविष्यवाणी कभी विफल नहीं हुई है। वह विफल हो ही नहीं सकती हैं। परमेश्वर का वचन विफल नहीं हो सकता है, और वह तो आत्मा के द्वारा लिखा गया हैं।अब, यदि वही आत्मा जिसने यीशु को मरे हुओं में से जिलाया तुम्हारे अस्तित्व में, तुम्हारे शरीर में बसा हुआ है, तो वह तुम्हारे मरनहार शरीर को भी जिलाएगा। फिर तो चाहे आप इसे गोली मार दें, चाहे जला डालें, आप जो चाहे वह कर डालें, चाहे इसका उपहास उड़ाये, चाहे इसे चीर डालें, चाहे इसे ठुकरा डालें, आप जो चाहे वह कर डालें, परमेश्वर इसे फिर से जिला उठायेगा, क्योंकि परमेश्वर ने कहा है, कि वह ऐसा ही करेगा।परमेश्वर का प्रत्येक वह पवित्र जन जिसके अन्दर वह प्रतिज्ञा है जानता है, कि यह सत्य है। अतः भाई आप न डरें, हम तो पहले से ही ईस्टर में हैं।111अब आप रुपान्तरण पर दृष्टि डालें – इससे पहले कि हम इसका समापन करें आप रुपान्तरण पर दृष्टि डालें। हम सभी को उस रुपान्तरण में दर्शाया गया था। आप उस पर गौर फरमाएं जो आप देख रहे हैं। आप उस पर ध्यान दें, जो आज हम देख रहे हैं – आप परमेश्वर की पुनः जिला उठाने वाली सामर्थ पर ध्यान दें। हम सब वहाँ पर थे।वहाँ पर मरे हुए पवित्र लोगों को मूसा में दर्शाया गया था। वहाँ पर पुनरुत्थान और महिमामय यीशु मसीह था। एलिय्याह – – – मूसा, एलिय्याह और यीशु; वे सब पहाड़ पर खड़े हुए थे, – मरे हुए पवित्र लोग, स्वर्ग पर उठा लिये गये पवित्र लोग, और महिमामय यीशु!ओह, मेरे!112मैंने एक व्यक्ति को यह कहते हुए सुना है, “क्यों, यदि तुम लोगों के पास उस प्रकार की सामर्थ है, तो तुम्हें बाहर जाना चाहिए, और लोगों को बताना चाहिए कि तुम क्या कर सकते हो।’ एक सच्चे मसीह के लिए इस प्रकार की कोई बात कहना बहुत दूर रहे। निश्चित रुप से हम किसी सामर्थ का दावा नहीं करते हैं – -परन्तु हम तो केवल एक ही काम करते हैं।जब चारों ओर लोगों ने उन्हें इस सामर्थ से भरा हुआ देखा, तो लोगों ने सिर्फ यीशु को ही देखा था। और एक सच्चा विश्वासी इस बात की परवाह नहीं करता है, कि नामधारी कलीसियाएं उसका समर्थन कर रही हैं,या नहीं; अथवा इसके विषय में कोई और बात है, या नहीं। सिर्फ एक ही बात होती है, जो वह चाहता है, कि आप देख लें, और वह है महिमान्वित मसीह…उसे और दूसरी बातों से कोई फर्क नहीं पड़ता है। रूपान्तरण वाले पर्वत का सच्चा अनुभव तो सिर्फ यीशु मसीह को ही महिमान्वित करता है।उसने मूसा को महिमान्वित नहीं किया था। उसने एलिय्याह को महिमान्वित नहीं किया था, इसने खुद अपने को महिमान्वित नहीं किया था। इसने किसी दूसरे को महिमान्वित नहीं किया था, परन्तु उन्होंने यीशु को ही महिमामय देखा था; और किसी भी सच्चे विश्वासी के हृदय में यही होता है – कि वह यीशु मसीह को ही महिमान्वित करे। यही है वह जो वो यत्न कर रहा है। कि लोग देखें। यह न कहें, “अच्छा, यदि आप आकर हमारे झुण्ड़ में शामिल हो जायें – -” यदि तुम आकर यह या वह करते हो – – -” ओह, आप ऐसा न करें। आप ऐसा न करें। आप परमेश्वर के वचन को ही देखें जो कि महिमान्वित मसीह है और इस दिन की प्रतिज्ञा को पूरा करता है – पुनरुत्थान की इस महान घड़ी में प्रतिज्ञा को पूरा करता है।और यह उन्हें ये जानना का आनन्द प्रदान करता है, कि हम उसके साथ हैं, हम उसकी हड्डी में की हड्डी, और माँस में का माँस है। क्या ही आनन्द है।

113केवल यही एक बात है, जिसकी एक सच्चा विश्वासी फ्रिक करता है। वे किसी नामधारी कलीसिया की चिन्ता नहीं करते है; वे किसी संस्था के विषय में चिन्ता नहीं करते हैं; वे इस के विषय में चिन्ता नहीं करते हैं कि दूसरी स्त्रियाँ क्या सोचती हैं। वे निश्चय ही उनकी परवाह नहीं करते हैं।वे इन कामों को नहीं करेंगी जो ये दूसरी स्त्रियाँ करती हैं। ये पुरुष उन कामों को नहीं करेंगे। वे किसी संस्था से चिपके नहीं फिरेंगे, और ना ही उसके साथ चिपके हुए बालकों के जैसे कार्यकलाप करते फिरेंगे, कि कहीं उन्हें बाहर ना निकाल दिया जाएं, और ना ही वे इस बात के लिए डरेंगे, कि कहीं उन्हें अपने खान-पान का भुगतान करनेवाली पर्ची से हाथ धोना पड़ जाए। वे उन बातों की चिन्ता नहीं करेंगे, ये बातें तो उन के लिए अर्थहीन हैं। उनके हृदय में तो केवल एक ही अभिलाषा होती है, और वह है,यीशु मसीह को महिमान्वित करना।अवश्य ही उनका आचार-व्यवहार तो मसीह के साथ होना चाहिए। निश्चित रुप से यह और कुछ नहीं वरन बस यीशु मसीह को महिमान्वित करना ही होना चाहिए। और यीशु क्या है? वचन! क्या यह सही है? और हम उसके प्रमाणित करने वाले ठीक वही तरीके देख रहे हैं जो उसके पुनरुत्थान को सिद्ध कर रहे हैं।अब, यह क्या है? उसके प्रतिज्ञा किये वचन के माध्यम से आपके जीवन को देखा जा रहा होता है; कि उसने कहा था कि वह कल आज और युगानुयुग एक सा है। और आपका जीवन यह सिद्ध कर रहा होता है, कि वह अभी भी जीवता है।114मैं इसकी परवाह नहीं करता हूँ चाहे देश के हर एक द्वार उसके लिए बन्द हो जायें। उस समय – -और मैंने कहा था कि किसी दिन मैं 56 वर्ष का था। मैं दिल के दौरे वाली उम्र में हूँ। मैं इन सब दूसरी आयु तथा अन्य सभी कुछ में हूँ। खैर, इससे क्या फर्क पड़ता है? जब मैं एक बच्चा ही था, तौभी इसका मुझ पर कोई फर्क नहीं पड़ा। इससे मुझपर कोई फर्क नहीं पड़ता है, कि मेरे समय का अकं क्या कहलाता है – -और चाहे मेरी पहचान धूमिल ही क्यों न हो जाए, मैं इसकी परवाह नहीं करता हूँ,चाहे वे कभी यह जानें या ना जानें, कि मैं पृथ्वी पर रहा था। उससे मुझपर कोई फर्क नहीं पड़ता है। आप को यह कहने के लिए कि मैं पृथ्वी पर था किसी बड़े -बड़े स्मृति- भवनों और बड़ी बड़ी इमारतों की आवश्यकता नहीं हैं।115केवल एक ही बात है जो मैं चाहता हूँ कि आप सब जाने, और वह यह है कि-यीशु मसीह कल, आज,और युगानुयुग एक सा है, और मैंने अपने हृदय के अन्दर उसका ‘सार-नामा’ पकड़ा हुआ है।मैं जानता हूँ कि किसी दिन – चाहे मुड़े समुद्र में फेंक दिया जाये, चाहे मेरी अफ्रिका में हत्या कर दी जाये, मैं नहीं जानता हूँ कि मेरे साथ क्या होगा – परन्तु केवल एक बात है; जो मैं जानता हूँ, कि : मैं उस ‘सार – नामे’ को पकड़े हुए हैं। हालिलूय्याह ! हर एक द्वार बन्द हो सकते हैं; इससे मुझपर लेशमात्र भी फर्क नहीं पड़ता हैं। किसी मनुष्य को, किसी संस्था को, या खुद को या मैं किसी एक झुण्ड़ को या अन्य किसी को महिमाविन्त करने की चेष्टा नहीं कर रहा हूँ। मैं तो यह चाहता हूँ, कि लोग यह देखें, कि यीशु मरे हुओं में से जी उठा है, और उसका आत्मा जीवता है। वह कल, आज, और युगानुयुग एक सा है।116इसमें कोई आश्चर्य नहीं है कि यीशु ने कहा था, “ड़र मत, मैं वह हूँ जो मर गया था, परन्तु अब युगानुयुग जीवता हूँ।” क्योंकि अब हमारा उसके द्वारा छुटकारा हो गया है और हम उसके साथ जी उठे हैं। और अब यह है, न कि होंगे, वरन अब उसके साथ स्वर्गीय स्थानों में बैठे हुए हैं।अब, जब यह आत्मा हमार अन्दर होता है – वह ‘सार-नामा’ हमारे अन्दर होता है – तो यह ये दिखाता है कि सारे सन्देह हमारे अन्दर से बाहर किये जा चुके हैं। परन्तु मसीह जीता है – मैं नहीं जीता हूँ -यह मैं नहीं होता हैं जो जीता है वरन यह मसीह होता हैं जो मेरे अन्दर जीता है। आप नहीं जीते हैं, वरन मसीह आपके अन्दर जीता है; क्योंकि उसका जीवता वचन आपके अन्दर वास करता है; और यह दिखा रहा होता है, कि आप की मैथोडिस्ट, बैपटिस्ट तथा पिन्तेकोस्तल वाली सभी विचारधारा और अन्य सभी कुछ यीशु मसीह के द्वारा उखड़कर बाहर फेंक दी गयी हैं।117जैसे रुपान्तरवाले पर्वत पर हुआ था- -सारे भविष्यद्वक्ता तथा अन्य सब कुछ खत्म हो जाते हैं। लूथरन, मैथोडिस्ट, प्रेसबीटेरियनों के वे सब दिन बिलकुल ठीक थे, परन्तु “यह मेरा प्रिय पुत्र है, तुम उसकी सुनों।” वही इस समय का वचन है, – वही समय की मोहर है। वे सारे भेद जो पिछले जमानों में और इन सभी वर्षों में छिपे रहे थे; और जब उस महान पिरामिड का समय आया, तो उसने ही चोटी के पत्थर को हटाया, और इसे ज़ाहिर किया; ताकि दाऊद का सितारा अपने स्थान पर विराजमान हो; और जीवते परमेश्वर की महान कलीसिया वैसे ऊपर उठायी जायेगी, जैसे उकाब के पंखों पर ऊपर उठाया जाता है, और उसे महिमा में ऊपर उठा लिया जायेगा। जी हाँ, इस समय तो हम अपनी देहों में होकर नई नई भाषाएं बोल रहे हैं, भविष्यवाणियाँ कर रहे हैं, और भविष्य में होने वाली घटना को देख रहे हैं, और बीमारों पर हाथ रख रहे हैं और वे चंगे हो रहे हैं…और हमारे लिए संसार और उसकी सब चीजे मृत हैं। हम मृत्यु से पार होकर जीवन में प्रवेश कर चुके हैं, और अब हम सामर्थ को थामे हुए हैं। हालिलूय्याह!पुनरुत्थान की उस सुबह जब मौत की मोहरे तोड़ी जायेंगी, तो हम उठ खड़े होंगे। हालिलूय्याह! हम उठ खड़े होंगे। आमीन!118अधलोक में इतने ज्यादा शैतान नहीं हैं जो ऐसा करने से हमें रोक सकें। हम तो इस समय के लिए परमेश्वर के द्वारा पहले से ठहराये हुए थे परमेश्वर की प्रतिज्ञा किये हुए वचन के द्वारा परमेश्वर का वचन स्वंय हममें से होकर साक्षात् प्रकट होता है, और हम परमेश्वर की उपस्थिति में वास करते हैं।अधोलोक में कोई ऐसा शैतान नहीं है जो मुझे उठ खड़ा होने से रोक सके। कोई ऐसा द्वार नहीं है जिसे वह उस सुबह मेरे मुख मंड़ल के सामने बन्द कर सके। सात मोहरे तोड़ी जा चुकी हैं। हालिलूय्याह! मैं आजाद हूँ! मैं तो एक उकाब हूँ। मैं और अधिक पिंजरे में नहीं हैं, परन्तु मैं तो आजाद हूँ। मैं तो मृत्यु से उठकर यीशु मसीह के नये जीवन में उठ खड़ा हुआ हूँ; न केवल मैं ही, अपितु हर एक वह पुरुष, स्त्री लड़का लड़की जो यहाँ पर बैठा हुआ है, और परमेश्वर के उसी आत्मा से भरा जा चुका है। वह मसीह में एक नयी सृष्टि हैं; और आप एक उकाब हैं।119हम आज जीवते हैं और युगानुयुग के लिए उसके पुनरुत्थान का आनन्द ले रहे हैं। क्योंकि वह जीवता है, इसलिए हम भी जीवते हैं और वह हम में होकर जी रहा है; वह हमें जीवता बना रहा है, और वह आत्मा जिसने उसे मरे हुओं में से जिलाया हमारे अस्तित्वों में वास कर रहा है; हमारी मरनहार देहों को उस महान अनन्तकालीन ईस्टर पर जिलाएगा। परमेश्वर की महिमा होवे!ओह संसार ले लो! तुम जो चाहे वह ले लो, लेकिन यीशु को मुझे दे दो। आमीन! मैं उससे प्रेम करता हूँ। वही मेरे लिए सारा संसार है; और ऐसा इसी लिए है, क्योंकि आप उसके भाग है, मैं आपका भाग हूँ, आप मेरा एक भाग हैं; और हम सब मिलकर उसका भाग हैं।

120ओह मसीहियों; हमारे पास क्या ही सौभाग्य हैं, हमारे पास एक ऐसा सौभाग्य है जो हनोक, एलिय्याह, तथा उन सभों में से कभी किसी के पास नहीं था – वह सौभाग्य जो इस समय हमारे पास हैं।यहाँ पर कहीं न कहीं एक छोटी भेड़ है और वह तब तक सन्तुष्ट नहीं होगा, जब तक कि वह भेड़ उसके गल्ले में नहीं आ जाती है। परमेश्वर की सहायता से और एक दर्शन के द्वारा, और यहोवा यू फरमाता है वाले वचन के द्वारा, मैं समुद्र पार लौट रहा हूँ। हो सकता है, कि वह अन्तिम भेड़ वहाँ नीचे काली हो; क्योंकि वह सब कुछ जो मैं जानता हूँ -जहाँ वे ये तक नहीं सोचते हैं कि उनके पास प्राण हैं, लेकिन परमेश्वर अन्तर जानता है। वह चाहे जहाँ कहीं भी हों, मैं उसे ढूढ़ने के लिए अपने जीवन के अन्तिम दिन तक जाऊँगा।121मैं सोचता हूँ कि मैंने इन कठोर बातों को कहने के द्वारा अपने किसी भाई का कभी विरोध नहीं किया है – ना ही, मैंने यह चाहा है, कि आप कलीसिया में न जायें। निश्चय ही, मैं चाहता हूँ कि आप गिरजे जाये। आप जहाँ चाहे गिरजे जा रहे हैं; आप गिरजे जायें। परन्तु यह हो कि आप की आशा यह न हो, कि आप कहते हो, “ठीक है, मैं तो इस का हूँ” या “मैं तो उसका हूँ।” हे भाइयो, बहनों, आप मसीह के हों! गिरजे जायें, लेकिन आप मसीह के रहें। आमीन!होने पाये कि वह क्रियाशीलता – – – यदि वह आपके अन्दर नहीं है; यदि आप ठीक इस समय जीवन में नहीं जिलाये हुए हैं; तो क्या आप बस इसे अभी ग्रहण नहीं करेंगे? यह कमरा उससे पूरा का पूरा भरा हुआ है। मैं अनुभव करता हूँ, कि यह मेरे चारों ओर, मेरे ऊपर पूरी तौर से है। मैं जानता हूँ कि यह -अर्थात् परमेश्वर की सामर्थ यहाँ पर हैं। दर्शनों के देखनेवाला वह महान दर्शी, वह महान भावी बतानेवाला जो उन बातों को बता सकता है जो कभी विफल नहीं हुई है, वह महान जन जो बोल सकता है; और कोई मनुष्य उस पर “ना” नहीं सकता है; वह मनुष्य जो मुँह खोल सकता है और कोई मनुष्य उसका मुँह बन्द नहीं कर सकता है, वह जो मर गया था, लेकिन अब जीवता है, और वह आज फीनिक्स में जीवता है; और नया जन्म पाय हुओं पुष्पों के मध्य में चल फिर रहा हैं।122इसमें कोई सन्देह नहीं है, कि उस ईस्टर की सुबह हर एक सोसन और गुलाब के गालों पर ओस की बूंद की फुहार पड़ी हुई थी। क्यों? क्योंकि वह पुष्प जानता था कि उसे भूमि में से होकर ऊपर लाया गया है, और कहीं न कहीं अनन्त – पुष्प महक रहा है, और वही किसी दिन अपना स्थान लेगा। यह सच हैं।इसमें कोई आश्चर्य नहीं है कि हमारे गालों पर से खुशी के आंसू बह सकते हैं। इसमें कोई आश्चर्य नहीं है कि हमारे हृदय थरथराते है और कपकपाते हैं। जब हम अनुभव कर सकते हैं। कि रुपान्तरण करनेवाली ठीक वही सामर्थ हमारे जीवनों में आ रही है और हमें परिपूर्ण कर रही है; और यहाँ तक कि हमें उस भाषा में बोलने दे रही है जो भाषा स्वर्ग से आती हैं।हम उसकी उपस्थिति में इतने अधिक जिलाये गये हैं, कि हम भविष्यवाणी करते हैं, भविष्य में होने वाली बातों को पहले से देखते हैं, और भावी बताते हैं; और हर एक बात वचन के साथ बिलकुल ठीक ठीक मेल खाती है। यदि यह वचन के विपरीत भविष्यवाणी कर रही है, तो आप इसकी प्रतीति न करें, मगर यदि यह वचन से मेल खाती है, तो आप इसकी प्रतीति करें, यह तो पहले से ही यहोवा यूँ कहता है वाला वचन कह चुका है। “डर मत, मैं वह हूँ जो मर गया था, और अब युगानुयुग जीवता हूँ।” यही परमेश्वर की ईस्टर वाली मोहर है।वह इस वचन के हर एक शब्द को आपके हृदय में मोहर बन्द करती है। मोहर क्या है? आप वे लिखित पत्रियाँ है, जिन्हें सब लोग पढ़ते हैं। आप यह जानते हैं। परन्तु जब परमेश्वर आपका दावा कर चुकता है, तो उसने आपको ईस्टर – मोहर से मोहर बन्द किया, कि आप मसीह के साथ जी उठे हैं, और आप एक नयी सृष्टि हैं। यदि आप पर इस सुबह मोहर नहीं हुई है, तो जबकि हम अपने सिरों को झुकाते हैं, तो आप ऐसा करवा लें।(कोई एक व्यक्ति मण्डली में भविष्यवाणी में एक सन्देश देता है – सम्पा)क्या आपने वह सुना था? जबकि आपके सिर झुके हुए हैं, तो आपइस समय सोच-विचार करें। रोमियों 8:11 कहता है, “यदि वही आत्मा जिस ने मसीह को मरे हुओं में से जिलाया तुम्हारे अन्दर है, तो वह तुम्हारी मरनहार देहों को भी जिलाएगा।123लोगों, हम आगे को किस पर दृष्टि डाल सकते हैं? क्या बाकी रहा है? आप फोरमोसा पर तथा सम्पूर्ण विश्व पर दृष्टि डालें, परमाणु प्रक्षेपात्र तथा अन्य सभी कुछ संसार पर बस धावा बोलने को तैयार हैं – संसार बस बहुत अधिक व्यग्र और भयभीत है, और चीख-चिल्ला रहा है; और ये फिल्मी बेहरुपिये सभी प्रकार के चुटकुले बता रहे हैं – यह ऐसा ही है, जैसे एक छोटा लड़का रात में कब्रिस्तान में सीटी बजाता हुआ गुजर रहा हो, और लोगों को यह विश्वास कराने की चेष्टा कर रहा हो, कि सब कुछ ठीक हैं। आप धोखे में न आयें। प्रभु का आगमन अति निकट है।124क्या आपने ध्यान दिया था, कि किसी दूसरे दिन एक मछुवारा मेरे पास आया था और उसने मुझे बताया था (मैं यहीं पर एक घाटी में बैठा हुआ था) – मैं किसी उबड़ खाबड़ स्थान पर या यहाँ पर कहीं नीचे बैठा हुआ था और कैसे ऐसा हुआ था, कि ग्रीक में भूकम्प आने से बहुत पहले ही उन सब मछलियों ने जो आमतौर से सुबह के उस समय खाना खाया करती थी, खाना बन्द कर दिया था-उन्होंने खाना नहीं खाया था। यह क्या था? वे तली पर नहीं थी। दूसरी बार ऐसा हुआ है; ठीक यही बात दूसरी बार हुई हैं। वह मछुवारा ठीक तभी जानता था कि कुछ घटित होने जा रहा है और वे मछलियाँ उस समय भोजन नहीं कर रही थीं।वे सभी समुद्री चिड़ियाँ तथा दूसरे जीव जिन्हें मछली खाती हैं, उन्होंने उन्हें खाना बन्द कर दिया। ऐसा बिलकुल सुबह सुबह तब हुआ था जब वे भोजन खाती है। वे तट पर बैठ गयी, खड़ी चट्टानों से तथा इसी प्रकार के स्थानों से दूर चली गयीं- क्योंकि कुछ ही मिनटों में समुद्री मॉस पृथ्वी के ऊपर उफन रहा था, वह समुद्र के तट पर उफन रहा था। वे मछली इसके घटित होने से पहले ही जानती थीं।125जब मैं भारत में गया, तो मैंने एक ऐसी बात अखबार में पढ़ी थी, जिसमें कहा गया था, भूकम्प खत्म हो जाना चाहिए। क्योंकि उन दिनों छोटी छोटी चिड़ियाँ अपने उन घोंसलों में जो चट्टानों में थे नहीं आयेंगी, मवेशी पनाहों के आसपास नहीं खड़े होंगे; दिन की गर्मी में छाया में नहीं खड़े होगे। भेड़ सीधे ही बाहर मैदान में बीचोबीच खड़ी थीं और एक दूसरे का सहारा लिये हुए खड़ी थीं। भूकम्प आने के दो -तीन दिन पहले से ही वे वहाँ उन चट्टानों पर नहीं गयीं। क्यों? क्योंकि वे भेड़ें इसे जानती थीं। वे जानती थीं कि कुछ न कुछ घटित होने जा रहा है। वे चिड़ियाँ जानती थीं कि कुछ न कुछ घटित होने जा रहा है।वे मछली जानती थीं कि कुछ न कुछ घटित होने जा रहा है। यह वही परमेश्वर है जिसने उन पशुओं की जहाज में अगुवाई की थी।आत्मा से भरे हुए लोगों, क्या आप नहीं देख सकते हैं, कि कुछ न कुछ घटित होने जा रहा है? क्या किसी महान व बड़े विश्वव्यापी बहाव की प्रतीक्षा न करते रहें – ऐसा कुछ नहीं होना है; वरन यीशु मसीह का आगमन ही होना है। स्मरण रखिए, आप बस परमेश्वर की प्रतिज्ञा तथा उसकी बातों को ही स्मरण रखें।126क्या आप जल्दी से अन्दर नहीं आ जायेंगे?

आप उन बड़ी बड़ी दीवारों से दूर हो जायें। अब, उस पुनरुत्थान का यहाँ पर होना अति शीघ्र है।क्या यहाँ पर कुछ ऐसे लोग हैं, जो नहीं जानते हैं; कि वे उस पुनरुत्थान में जायेंगे, या नहीं; और वे इस बात में भी सुनिश्चित नहीं हैं, कि उनकी हड्डियों में वह जिला उठाने वाली सामर्थ मौजूद है, कि नहीं…चाहे खाले को नाश करने वाले कीडे इस शरीर को नष्ट कर दें; चाहे परमाणु बम्ब आपके बीचोबीच ही क्यों न फट जाएं, लेकिन यह उस पुनरुत्थान की सामर्थ को कदापि नष्ट नहीं कर पायेगा। नहीं, जी नहीं; भाई और बहन, आपके बेशकीमती नाम तो कहीं सुदूर मेमने के जीवन की पुस्तक में लिखे हुए हैं; और कोई भी मनुष्य उन्हें उस में से मिटा नहीं सकता है। संसार में इतना पर्याप्त मिटानेवाला कोई पदार्थ नहीं है, जो आपके नाम को उस पुस्तक में से मिटा सके; जबकि मेमने के लोहू से ही उस नाम को मोल खरीदा गया है। अगर आप इस बात में सुनिश्चित नहीं है, तो आप इस समय इस पर जोखिम न उठाएं।हो सकता है, कि आप कहीं पर किसी अवरोध से पार होने का जोखिम उठा लें, और आप जान से ना मरें; लेकिन आप इस वाले अवरोध को दौड़कर पार नहीं कर पायेंगे। नहीं, जी नहीं! आप तो धर-दबोचे जायेंगे। आपका बेड़ा पार नहीं लगेगा। इस समय लाल बत्ती जल रही है। आप इसे तज़ दें आप अपने ख्यालों और विचारों को तज़ दें। दुनिया की बातों को तज दें।127आ जाओ! आओ हम एक साथ मिलकर इस महान ईस्टर के समय मरे हुओं में से जी उठे, और इस ईस्टर का महान उत्सव मनायें।क्या आप इस हफ्ते अपने हृदय में इस महान ईस्टर का उत्सव मना सकते हैं? यदि आप ऐसा नहीं कर सकते हैं, तो क्या बस आप अपने हाथ को परमेश्वर की ओर उठायेंगे, और यह कहेंगे, ”हे, परमेश्वर, मैं इसमें सुनिश्चित नहीं हूँ। मैं नहीं जानता हूँ, कि मैं वह सब कर सकता हूँ। या नहीं। क्या आप मेरी सहायता करेंगे? प्रभु, मैं अपने हाथ को आप की ओर उठाने जा रहा हूँ। आप मेरी सहायता कीजिए।परमेश्वर आपको आशीष दे। परमेश्वर आपको आशीषित करे। यह अच्छा है। आप कहें, “प्रभु, मैं आप से यह चाहता हूँ, कि आप मेरी सहायता करें। मैं पुनः उठ खड़ा होना चाहता हूँ। मैं चाहता हूँ कि ठीक इसी समय मेरे अन्दर क्रियाशीलता हो। मैं यह जानना चाहता हूँ, कि यह सही है। प्रभु, मैं जानना चाहता हूँ कि यह सही हैं।”मैं कोई गलती नहीं कर सकता हूँ, मैं तब कोई गलती नहीं करना चाहता हूँ। बहुत देर होने वाली हैं। अभी वह दिन हैं। अभी वह दिन है – आप प्रतिक्षा न करें।128अधिक समय नहीं हुआ है कि जब मैं प्रचार कर रहा था, तो वहाँ पर भवन के पीछे एक अश्वेत पुरुष आया और उस ने मुझ से भेट की। उसने कहा, “आदरणीय महोदय, मैं आपको कुछ बताना चाहता हूँ। मैं कहता हूँ कि आप सही हैं।” उसने कहा, ”अधिक समय नहीं हुआ है, कि मैंने प्रभु को बताया था, कि उस सुबह मैं अपना टिकट अपने हाथ में चाहता हूँ। मैं यह जानना चाहता हूँ कि उस पर ठीक निशाना लगा हुआ हैं। वहाँ नदी पर बहुत सी परेशानी होगी।” उसने कहा, “मैं उस नदी पर आ रहा हूँ। मैं वहाँ किसी बात की कोई परेशानी नहीं चाहता हूँ। मैं चाहता हूँ, कि यहीं पर सब कुछ बिलकुल ठीक ठाक कर लिया जाये।यह सच है! क्या आपके पास आपका वीसा है? यदि आपको आपका वीसा नहीं मिला है। – – – हो सकता है कि आपके पास आपका पासपोर्ट हो, यदि आपके पास आपका वीसा नहीं है, तो आप देश में प्रवेश नहीं कर सकते हैं,आप यह जानते हैं। क्या सब कुछ तैयार है? यदि ऐसा नहीं है, तो ऐसा करने का ठीक अभी समय है।आप इसे गिन लें; यदि अब आप थोड़े से भी डरे हुए हैं – – लगभग सौ हाथ यहाँ पर ऊपर उठे हुए है, अतः यदि आप जरा भी डरे हुए हैं; तो अब आइये हम बस इसका निपटारा कर लें।129अब, मैं जानता हूं, ऐसा करने के हमारे पास विभिन्न तौर तरीके रहे हैं। कुछ लोग कहते हैं, “ऊपर आओ, और मैं तुमसे हाथ मिलाँऊ।’ दूसरे कहते है, ”ऊपर आओ, और वेदी पर घुटने हो जाओ।’ अब देखिए, वे सब तरीके अच्छे हैं। मेरे पास इसके विरुद्ध कहने के लिए। बिलकुल भी एक शब्द नहीं हैं। एक भी बात नहीं है। परन्तु मैं बस आपको अपना तरीका बताता हैं, जितनों ने विश्वास किया उतनों ने – – -” वेदी पर आना आपसे विश्वास नहीं करवायेगा। प्रचारक से हाथ मिलाना आपसे विश्वास नहीं करवायेगा। परन्तु यदि आप परमेश्वर के बुलाये हुए हैं, और आप आरम्भ से ही एक उकाब हैं, तो जैसे ही आपको चिल्लाहट बताती है, आप विश्वास करते हैं। यदि आप सच में इसका विश्वास करते हैं; तो मैं आपके साथ प्रार्थना करने जा रहा हूँ।क्या आप कल्पना कर सकते थे कि वह उकाब फिर अधिक उसी खलिहान में रह रहा था? नहीं! नहीं! नहीं, मित्रों, आप और अधिक वहाँ न रहें। अब आइये हम उड़कर ऊपर निकल जायें। परमेश्वर का विशेष अनुग्रह यहाँ पर हैं।130हे स्वर्गीय पिता, हमें इसका आभास होता है, कि हम समाप्ति की घड़ी की ओर अग्रसर हो रहे हैं। अब हमें यहाँ पर बहुत अधिक समय तक नहीं रहना है। हम विश्वास करते हैं, कि यहाँ पर कई युवक बैठे हुए हैं जो तब रह रहें जब यह घटित होगा; और हो सकता है कि यह आज अभी हो जाये। हम उस घड़ी या मिनट को नहीं जानते हैं, लेकिन प्रभु आपने हमें बताया था, जब तुम इन बातों को होते हुए देखों- – -” और वे इस समय एक लम्बे अरसे से हो रही हैं।हम जानते हैं, कि वैज्ञानिकों के मुताबिक तो हम उस समय को पहले ही पार कर चुके हैं। छः या सात वर्ष पहले ही हम उस मुकाम पर थे, कि मध्य रात्रि होने में सिर्फ तीन मिनट ही बाकी थे। हम नहीं जानते हैं, कि वह कितना और ज्यादा समय टिक-टिक करके बतायेगी; परन्तु हम यह जानते हैं, कि हम वहाँ पर बिलकुल ठीक मौजूद होंगे। परमेश्वर, यह हो, कि हमारे पास वहीं आश्वासन हो! वह देखकर हमारा ह्रदय परमेश्वर की हर एक प्रतिज्ञा पर “आमीन’ कह कर पूर्णविराम लगाता है। यह देखकर, कि खुद आत्मा हमारे अंदर आ गया है, ताकि हमारे अस्तित्वों को जीवन्त बना डाल; हमारा हृदय परमेश्वर की हर एक प्रतिज्ञा पर ‘आमीन’ कह कर पूर्ण विराम लगाता है।परमेश्वर, यह होने दीजिए, कि मेरे भाई इसी सुबह ही इसे देखें यह होने दीजिए, कि मेरे भाई इसे देख लें, कि यह आत्मा ही है जो अन्दर आता है और हमें वचन के लिए जीवन्त बनाता हैं।

प्रभु, यह होने दीजिए, मेरी बहनें ठीक वही चीज देखें। और फिर यह हो, कि यदि ये देखते हैं, कि कोई ऐसी चीज है जो उन्हें वचन के लिए जी उठने नहीं देगी, तो परमेश्वर यह होने पाये कि वे तुरन्त ही उससे छुटकारा पा लें। पिता, आप इस प्रार्थना को ग्रहण कीजिए। अब यह सब आपके हाथ में हैं।मैं जानता हूँ, कि मैं बहुत सी बातों में असफल हुआ हूँ और मेरा असफल होना जारी है; परन्तु प्रभु, मैंने तो वह सब कुछ किया है जो मैं करना जानता हूँ। अब यह आप ही के हाथों में है। यीशु के नाम में ये आप ही के हैं। पिता, आप उन्हें ग्रहण करें।131अब, जो यहाँ पर है, जो अपने शरीर की चंगाई के लिए जरुरतमन्द हैं – यहाँ पर कितने ऐसे हैं, जो विश्वासी हैं? आप अपना हाथ उठायें। और कहें, “ जहाँ तक मैं अपना हृदय जानता हूँ, मैं एक विश्वासी हूँ।” कितने रखते हैं – कितने ऐसे हैं जो सन्देह की किसी भी काली छाया से परे अपने हृदय में यह जानते है, कि आप मरे हुओं में से जी उठे हैं? ओह, मेरे खुदा! तब तो इस प्रकार की सभा में क्या कुछ हो सकता है।मैं जानता हूँ कि मुझे देरी हो रही है, लेकिन ठीक इसी समय क्या हो सकता है? आप जरा सोचे, कि क्या घटित हो सकता है! क्रियाशीलता ठीक आपके अन्दर विद्यमान हैं।अब जबकि आपने हात ऊपर उठाया हुआ है, तो आप एक प्रकार से शपथ ले और परमेश्वर से कहें, मैं जानता हूँ, कि मेरे साथ कुछ न कुछ घटित हुआ है। हो सकता है, कि मैं वहाँ पर सही न रहा होऊँ, जहाँ मुझे सही रहना चाहिए था।”132ना ही, मैं रहा हूँ; जी नहीं, श्रीमान; मैं उससे कहीं दूर हूँ, जहाँ पर मुझे होना चाहिए, लेकिन मैं सिर्फ ये बात जानता हूँ, कि -मैं मृत्यु से पार होकर जीवन में प्रवेश कर चुका हूँ। मैं जानता हूँ, कि मेरे साथ कुछ तो हुआ है।अब ऐसा तब नहीं हुआ था जब मैं एक बूढ़ा इंसान था; मगर ऐसा तो कई सालों पहले हुआ था; और मैं उस दिन को जानता हूँ, जब मैं चलकर अस्पताल में गया था, जब मुझे एक बड़ी चुनौती मिली थी… मैंने अपनी पत्नी को मरते हुए देखा था, और मैं उसकी जिन्दगी के लिए परमेश्वर की दुहाई देकर भीख माँग रहा था। मैं कह रहा था, “मैं क्या किया है, मैंने तो सड़कों के नुक्कड़ों पर खड़ा होकर प्रचार किया है, और बीमारों के लिए दुआ की है।”और उसके बाद शैतान बोला, “अच्छा, वह तो तेरी प्रार्थना का जवाब भी नहीं दे रहा।” मैंने अपनी पत्नी को मरते हुए देखा था, लेकिन मैं जानता हूँ, कि उसके अंदर पुनरुत्थान की वह सामर्थ थी। वे हड्डियाँ फिर से जिन्दा हो जायेंगी।मैंने अपनी नन्हीं सी बच्ची को वहीं पर लेटे हुए देखा था। और मैंने उस पर अपने हाथ रखे और कहा,“ हे परमेश्वर, उसे मुझ से मत छीनना।” और ऐसा दिखाई पड़ता था, कि मानो उसने परदा ही नीचे गिरा दिया हो, और कह दिया हो,” मैं तेरी बिलकुल भी नहीं सुनूंगा।”शैतान बोला, “ऐसा ही हो रहा है, बस एक ही बात है।”वह मुझे यह बेहतर बताना जानता था, कि कोई परमेश्वर नहीं है, क्योंकि मैं ऐसा जानता था। परन्तु वह बोला, ”वह तुझ से प्रेम नहीं करता है; वह तेरी चिन्ता भी नहीं करता है।” हर एक वजह ऐसा ही तो बता रही थी। वह बोला, “ तू तो बस एक जवान पुरुष है, तू तो केवल बीस साल का ही है। वहाँ तेरी पत्नी मुरदाघर में पड़ी हुई है, और यहाँ पर तेरी दुलारी भी जा रही है। और तू कहता है, कि वह एक महान चंगा करनेवाला है, और वह यह सब कुछ है; और तू देख तो सही, कि उसने क्या किया है?”एक शब्द भर कहने की ही जरूरत थी; और ऐसा लगता था, कि वह उसे बिलकुल भी नहीं बोलेगा। वह बस नीचे दृष्टि डाल दे और कह डाले..वह बस अपना सिर ही हिला दे, और सब कुछ बिलकुल ठीक हो जायेगा। वह चंगी हो जायेगी, पर तू देखता है, कि वह तुझ से प्यार ही नहीं करता है। वह तेरा ख्याल भी नहीं रखता है। तेरी बच्ची वहाँ पर मरती है, तो मर जाए। यहाँ तक कि इस अधंकार की घड़ी में उसने तेरी दुआ सुनने से भी मना कर दिया है।’133जो कुछ भी उसने कहा था, वह पूरी तरह से बिलकुल सच था। उसने कहा था,“ तू ने ऐसा क्या किया है? तू ने तो सारे दिन भर तब तक काम ही किया है, जब तक कि तू मश्किल से खड़ा भी नहीं हो सकता था, और फिर उसके बाद तू सड़कों के नुक्कडों में खड़े हो कर सारी रात रात भर और मध्य रात्रि तक और एक-एक बजे तक प्रचार करता रहा और बीमारों के लिए दुआ करने अस्पतालों में जाता रहा। वहाँ से लौटकर आया तो कुछ देर कुर्सी पर ही बैठ कर सुस्ता लिया। तू ने उसी पर बैठे बैठे एक या दो घन्टे की नींद निकाली, और उसके बाद तू फिर से अपने काम पर निकल पड़ा। अगली रात भी तू ऐसा ही करता। और यहाँ पर तू सिर्फ 21 या 22 साल का ही है। तेरा हर एक वह मित्र, हर एक वह जवान युवती, हर एक वह जवान युवक जिनसे तू हर वक्त चिपका रहा है, वे तुझे पागल-झक्की कहते हैं। तू ने क्या किया है? तू ने तो खुद अपने को ही पागल बना दिया है। क्या तू यह नहीं देखता है?”मैं उससे इन बातों पर सहमत होने को ही था, कि उस जिला उठाने वाली सामर्थ के द्वारा मेरे भीतर कुछ हुआ, और मैं बोल उठा,“ खुद ने ही दिया था, और खुदा ने ही वापस ले लिया। खुदा का नाम मुबारक होवे!’जब मेरी सारी आशाएं खत्म हो जावेंतब वही मेरी आशा और गढ़ बन जावें।खड़ा हूँ, मैं यीशु पर जो है मजबूत चट्टानधसती रेत हैं और दूसरे सारे स्थान…मैं उसी की धार्मिकता के वस्त्र में लिपटा हुआ हैं,मैं अपनी धार्मिकता के वस्त्र में लिपटा हुआ नहीं हूँ- मेरी तो कोई धार्मिकता है ही नहीं; मेरी धार्मिकता तो गंदे मैले चिथेड़े ही हैं।मैं अपने प्रचार के आधार पर स्वर्ग में जाऊँ, मैं इस बात से नफरत करता हूँ। मैं इस बात । से घृणा करूंगा, कि मैं अपने दर्शनों के आधार पर स्वर्ग में जाऊँ। मैं स्वर्ग में इसी लिए जा रहा हूँ, क्योंकि मैं अपने ह्रदय में उसकी अनुग्रह थामे हुए हूँ मेरे लिए यह उसका अनुग्रह ही है, जो मैं स्वर्ग में जा रहा हूँ। यही वजह है, कि मैं स्वर्ग जा रहा हूँ। इसी रीति से ही आप स्वर्ग में जायेंगे।134हे मेरे मित्र, आप इस देह का एक भाग हैं। आप परमेश्वर की एक नन्हीं सी सन्तान हैं। अब, मैं यह बात आपकी आशा का निर्माण करने के लिए कह रहा हूँ। अगर मैंने आपसे कृपादृष्टि पायी और मैंने आपको सत्य बताया है…जैसा कि पूर्व समय के भविष्यद्वक्ता ने कहा था—मैं इस समय खुद अपने को एक भविष्यद्वक्ता नहीं बना रहा हूँ…जी नहीं, श्रीमान; लेकिन मैं आपको सत्य ही बतला रहा हूँ।क्या कभी उसने कोई ऐसी बात कही जो सच न निकली? अब आपको मुझे यहाँ फीनिक्स में जानते हुए लगभग बीस साल हो गए हैं, जब से भाई आऊटलॉ के गिरजे में या मैं सोचता हूँ, कि यह भाई ग्रासिया का गिरजा था, जहाँ पहले पहले यह वाला गीत गाया गया था, “मैं उससे इस पर बातें करना चाहूंगा’। क्या मैंने आपको प्रभु के नाम में कभी कोई ऐसी बात बतायी जो घटित ना हुई? ।135याद रखिए, केवल एक ही आशा है। इस जिला उठाने वाली सामर्थ को हासिल कर लो। जब सब कुछ मर-मिटेगा, तो यही आपको सम्भाले रहेगी—यही आपको सम्भाले रहेगी।उन में से कुछ कहा था, “ भाई ब्रन्हम, क्या आपने अपने धर्म का पालन किया था?”मैंने उन्हें जवाब दिया,“ जी नहीं, मैंने उसका पालन नहीं किया। मैं उसका पालन नहीं करता हूँ। यह वह बात नहीं है, कि मैं थामे हुए हैं या नहीं; खास बात तो यह है, कि वह मुझे थामे हुए है या नहीं। वही है। जिसने मेरे लिए धार्मिकता का पालन किया, हालांकि उसे ऐसा करने की जरूरत नहीं थी।उस समय हर एक पेड़ पर स्वर्गदूत बैठे हुए थे, और कह रहे थे “तू बस अपनी उँगली से इशारा भर कर दे। तुझे बस इसे क्रूस पर उठाकर नहीं ले जाना पड़ेगा। तू बस अपनी उँगली से इशारा भर कर दे, और फिर देख। आप ज़रा उसी हंसी-ठट्ठा करने वाले झंड़ पर तो दृष्टि डालें। अगर उसने उस दिन वैसा कर दिया होता, तो मेरे पास आज यह गवाही न होती ;आपके पास गवाही नहीं हो सकती थी। मगर चूँकि वह क्रूस पर ही टिका रहा, वह वहीं पर ही टिका रहा, इसी लिए मैं उसी के साथ टिका हुआ हूँ।“खड़ा हूँ, मैं यीशु पर जो है मजबूत चट्टानधसती रेत हैं और दूसरे सारे स्थान…“

136अब, अगर आप बीमार हैं, तो क्या आप एक दूसरे पर हाथ रखेंगे। आइये हम प्रार्थना करें। आप अपने पास वाले किसी जन के ऊपर हाथ रखें। चाहे आपको कोई भी तकलीफ क्यों न हो, आप बस अब विश्वास रखें। अगर मैंने आपको सत्य बताया है, तो मैं इस समय आपको सत्य ही बतला रहा हूँ। यीशु ने कहा था, “जो विश्वास करते हैं, उनके ये चिन्ह होंगे।” और आप विश्वासी हैं आप अपने हाथों को ऊपर उठाएं। आप सन्देह न करें। हो सकता है, कि जिस पर आपने अपना हाथ रखा हो, वह बेचारा गरीब बीमारी से पीड़ित हो। किसी ने तो आप के ऊपर अपने हाथ रखे हुए हैं।आप उस जिला उठाने वाली सामर्थ को याद रखे, उस जिला उठाने वाली सामर्थ को याद रखें, जिसने यीशु को कब्र में से जिला उठाया था। आप उस पर विश्वास रखे जो आपकी अपनी निज देह में है। यह उस व्यक्ति की मदद करेगा, जिसके ऊपर आपने अपने हाथ रखे हुए हैं। अगर यह आपके अंदर वास करती है, तो यह आपकी मरनहार देहों को भी जिलायेगी।137प्यारे परमेश्वर, जैसाकि मैं इस समय यहाँ पर खड़ा हुआ दोपहर के समय की ओर बढ़ रहा हूँ, जब यही वह दिन का लगभग समय था, जब यीशु ने पुकार कर कहा था, “हे मेरे | परमेश्वर, हे मेरे परमेश्वर, तू ने मुझे क्यों छोड़ दिया है?”…मैं प्यासा हैं। इसमें कोई अचरज नहीं है, कि भविष्यद्वक्ता ने इसे पहले से ही देख लिया था, और कहा था, ” वे मेरी हड्डियों को घूरते हैं; वे मेरे हाथ और पांव छेदते हैं…”परन्तु उसकी गिनती अपराधियों के साथ हुई। वह हमारे ही अपराधों के कारण घायल किया गया। उसे हमारे अधर्म के कामों हेतु कुचला गया। हमारी ही शान्ति की खातिर उसपर ताड़ना पड़ी, और उसके कोड़े खाने से हम चंगे हो गये थे। हे परमेश्वर, हम इस बात का इसे सुबह दावा करते हैं। हम इसका दावा करते हैं।138इस पुनरुत्थान की सुबह,आप इस प्रमाणित किये हुए सत्य पर गौर फरमाएं, जो मैंने बताया है; प्रभु, मैंने इसे आपके वचन के द्वारा परमेश्वर की हजौरी में बताया है। वह न्यायी है, हम तो गवाह हैं, कि उसने हमें छुड़ा लिया है, और परमेश्वर के अनुग्रह के द्वारा हमारे भीतर वही पुनरुत्थान की सामर्थ वास करती है।हमारे मित्र बीमार हैं, और उनके ऊपर हाथ रखे हुए हैं। हे परमेश्वर, हम इस सुबह अपने विश्वास के मध्य में शैतान को ललकारते हैं, जबकि लोगों ने एक दूसरे के ऊपर अपने हाथ रखे हुए हैं, और मैंने लोगों की ओर अपने हाथ फैलाये हुए हैं। यह होने पाये, इस सत्य की उपस्थिति में, जिसकी पहचान करायी गई है, हर एक वह बीमारी, हर एक तकलीफ जो लोगों को जकड़ कर रखने का प्रयास करती हैं, यीशु मसीह के नाम से बाहर निकल आएं। होने पाये इन लोगों को आज ही आज़ाद किया जाए।बाइबल, जो कि हमारे खुदावंद का वचन है, कहता है, यदि वे बीमारों पर हाथ रखेंगे, तो वे चंगे हो जायेंगे।” हे परमेश्वर, हमारे हाथ हवा में आपकी ओर ही फैले हुए हैं।139जैसे भूमि का हर एक पेड़ आपके सोते से ही जल पीता है, और यह बात वैसे ही सुनिश्चित है, कि हर एक अंकुरित पौधा आपके सोते से ही जल पीता है, और वह बढ़ने और फूलने लगता है। वह विकसित होने लगता है।चाहे वह मक्के का तना हो, या वह फूल हो, या चाहे वह जो कोई भी क्यों न हो, वह आपके सोते से ही जल पीता है, और आपकी ओर ही बढ़ता चला जाता है। और प्रभु, इस सुबह हम आपकी ओर इंच इंच करके बढ़े हैं। हम और ऊँचे बढ़ सकते हैं। हम आपके सोते से ही जल पी रहे हैं। प्रभु, उस पुनरुत्थान की सामर्थ को अपने भीतर लिये हुए, हम आपकी ही सृष्टि हैं, और हम विनती करते हैं, कि आप हमारे भाइयों के लिए और हमारी बहनों के लिए हमारी प्रार्थना सुनेंगे, और हे प्रभु, यह होने पाये, कि इन प्यारे लोगों को, जो यहाँ पर हैं। और जिन्होंने इस सामर्थ को पाया हुआ है, हर एक बीमारी-तकलीफ जो इन्हें परेशान कर रही हैं, छोड़ कर चली जाए, हे खुदा, आप इन्हें आज़ाद करें, ताकि ये परमेश्वर की सेवा कर सकें। और प्रभु ऐसा ही किया जाए, क्योंकि हम यह यीशु मसीह के नाम में माँगते हैं। आमीन।140क्या आप उस पर विश्वास नहीं करते हैं? क्या आप उस पर विश्वास नहीं करते हैं, कि इस प्रकार की बीमारी आपको छोड़कर चली जायेगी? आप ऐसा कैसे कर सकते हैं? आपको तो ऐसा करना ही है, कि आपको ऐसा लगता हो, कि आप अपनी खुदी से ही अलग हो रहे हैं। क्या आपको वैसा सा महसूस हारे रहा है? हो सकता है, कि मुझे ऐसा सा लग रहा हो…लेकिन मुझे एक अनुभूति होती है, जब मैं लोगों के मध्य में आता हैं, जैसा कि आप यहाँ पर एक साथ मिलकर बैठे हुए हैं, तो मुझे एक विचित्र सी अनुभूति महसूस होती है। मैं जानता हूँ, कि यहाँ इस कमरे में से होकर कुछ अदृश्य चल-फिर रहा होता है, जैसाकि रेडियों या टेलीविजन या ऐसी ही कोई तरंग चल-फिर रही होती हैं। ज़रा आप हमारे छुड़ानेवाले के बारे में सोचें। टोनी, वह यहीं पर मौजूद है। आमीन! और उन लोगों से ज्यादा कौन खुश हो सकता है, जिनके पास बाइबल के हर एक उस वचन का प्रमाण है जो साक्षात् प्रकट हुआ है, कि दिखे यहाँ तक कि वे तो उन स्वर्गदतों से तथा उसके वजूद से भी ज्यादा खुश लोगों हैं, जो कि जमानों से रहे और उन्होंने उन बातों की भविष्यद्वक्ताओं के द्वारा नबूवत करते हुए सुनीं; और वह बिलकुल ठीक वैसे ही घटित हुई हैं। और यहाँ पर हम उसके आगमन की नजदीकी में हैं। ओह, क्या ही शानदार समय है!141हम उसे देखेंगे। इन दिनों में से किसी एक दिन वह यहाँ पर होगा। जब तक वह नहीं आता है, क्या आप मेरे लिए प्रार्थना करेंगे?मेरे सामने भयंकर सकंट हैं। मैं यह जानता हूँ। और मैं उन मूर्तिपूजकों से मिला हूँ जो आप को तत्काल ही वैसे गोली मार दें जैसे पानी का गिलास पी लिया जाता हैं। और आपको बस इसके लिए मूल्य चुकाना पड़ता है; आप उनके स्थलों पर आ जायें, वे दुष्ट आपको सहजतापूर्वक बाइबिल पर चुनौती दे डालेंगे; परन्तु मैंने एक बार भी ऐसा कभी नहीं देखा है जब हमारे परमेश्वर ने विजय न पायी हो। मैं उसी के नाम में जाता हूँ। मैं प्रभु यीशु मसीह के नाम में, जो कि अनन्त जीवन की आशा, पुनरुत्थान और जीवन है, जाता हूँ।“वह जो जीवित है और मुझपर विश्वास करता है, यदि वह मर भी जाये, तौभी जीवित रहेगा। और जो जीवित है और मुझ पर विश्वास करता है, कभी नहीं मरेगा।” मैं इस पर परमेश्वर के अनन्त वचन होने का विश्वास करता हूँ। क्या आप ठीक ऐसा ही विश्वास करते हैं? क्या आप मेरे लिए प्रार्थना करेंगे? और मैं आपके लिए प्रार्थना करूंगा।यह होने पाये जब तक हम फिर मिलें परमेश्वर हम पर अपनी दृष्टि लगाये रखे। अब142आइये अब हम सब एक मिनट के लिए अपने पैरों पर खड़े हो जायें। आइये, हम अपने सिरों को झुकाएं। यह हमारे लिए अच्छा नहीं होगा, कि हम बस छोटे से गीत को गायें, क्या यह अच्छा होगा? क्या आपको हमारा गीत “मैं उससे प्रेम करता हूँ” स्मरण है? क्या यह प्रत्येक हृदय में है? आइये हम बस इसे गायें। बहन, क्या आप – – – बहन, मैं यह कहना चाहता हूँ।मैं उससे प्रेम करता हूँ, मैं उससे प्रेम करता हूँ,क्योंकि उसने मुझसे पहले प्रेम कियाऔर खरीद लिया मेरा उद्धारकलवरी क्रूस पर !अब हम गीत बदलने जा रहे हैं।हे कलवरी के मेमने ।तू जो दिव्य उद्धारकर्तामेरे विश्वास तुझे हैनिहारता जब मैं दुआ करु तोमेरी सुनना इस दिन से हीमुझे पूर्ण बनाना।

143क्या यह आपके साथ कुछ नहीं करता है? कितने लोग इसे बहुत अधिक पसन्द नहीं करते हैं? मुझे जुबली गीत पसन्द हैं, परन्तु जब आप आत्मा की आराधना में होते हैं, तो क्या आपको पुराने मधुर गीत पसन्द नहीं आते हैं? मेरा विश्वास है, कि पवित्र आत्मा एड्डी राइट के ऊपर मंडराया था; और उसने उन शानदार गीत लिखे थे। क्या आप इसका विश्वास नहीं करते हैं? फेनी क्रोसबे ने जब इसे लिखा था।हे नम्र उद्धारकर्ता,मुझे छोड़ कर आगे न बढ़नामेरी नम्र पुकार को सुननाजब तू दूसरो को बुला रहा हो।मुझे छोड़ कर आगे न बढ़ना – – -मेरे सारे चैन की धारा तू,मेरे लिए जीवन से ज़्यादा,तुम्हारे सिवा मेरा इस पृथ्वी पर कौन है?या स्वर्ग में , सिवा तू ।क्या यह अदभुत नहीं है? यही तो है वह जो उसे ऐसा कर देता है,कि हम यह गा चाहते है “मैं उससे प्रेम करता हूँ” क्या ऐसा नहीं होता है? अब जबकि हम इस बार ”मैं उस प्रेम करता हूँ’ नामक गीत गाते है, तो आइये हम – – – हम एक दूसरे से प्रेम करें। यदि हम ए दूसरे से प्रेम नहीं करते है, तो हम उससे भी प्रेम नहीं कर सकते है। आइये हम बस खड़े हो ? एक दूसरे से हाथ मिलायें, आप बस मेज के पार कहीं जायें, और एक दूसरे से हाथ मिलायें।मैं उससे प्रेम करता हूँ,मैं उससे प्रेम करता हूँ,क्योंकि उसने मुझसे पहले प्रेम कियाऔर खरीद लिया मेरा उद्धारकलवरी क्रुस पर !अब आइये हम अपने सिरों को झुकायें।144मैं भाई विलियम्स से, युवा भाई विलियम्स यह कहने जा रहा हूँ, कि वे बस एक मिनट के लिए यहाँ आ जायें। मैं उनसे यह पूछने जा रहा कि क्या वे प्रार्थना के इस मण्ड़ली को विदा करेंगे।मैं भाई विलियम्स से, जोकि एक युवा मसीही हैं, प्रेम करता हूँ, और मैं सोचता हूँ, वो और उनका छोटा सा घराना सचमुच में परमेश्वर का सेवक है। मेरी इनके साथ और मोझ बंधुओं से तथा उन सब से काफी संगति हुई है। हम और मेरे वे कई मित्र यहाँ फीनिक्स में ए साथ रहे हैं, जिन से मैं अपने दिल से मौहब्बत करता हूँ।और मैं सोचता हूँ, कि उस सुबह दर्शन में उसने मुझ से कहा था, जिनसे तू ने कभी प्रेम किया और जिन्होंने तुझ से कभी । किया, उन सभों को परमेश्वर ने तुझे दे दिया है।’145हो सकता है, कि वहाँ पर कोई ऐसा हो जो अपने गुनाहों के लिए तौबा कर रहा हो। व पर फर्श पर एक महिला रो रही है। आइये हम उसके लिए एक क्षण के लिए अपने सिर झुकाएं।हे प्यारे परमेश्वर, क्या यही वह छोटी भेड़ है, जो फीनिक्स में छूट गई थी? मैं नहीं जान हूँ, खुदा, पर आप ही जानते हैं। परन्तु किसी दिन तो आखिरी भेड़ होनी ही होगी। परन्तु पि इसमें कोई सन्देह नहीं है, कि यह भी आपकी ही एक भेड़ है, अतः मैं प्रार्थना करता हूँ, कि ठी इसी समय आप उसकी मदद करें। आप मधुरतापूर्वक उसके लिए द्वार खोल दें, और कहें, मेरी बच्ची, आ जा। थका देने वाली, उकता देने वाली राह से अंदर आ जा। तू उस अधंकार भटकती रही है। आज मैं तुझे लेने के लिए बाहर निकल आया हूँ। यह मेरा ही आत्मा है जो तु से बातें कर रहा है, और जो इस समय तुझे मेरे गल्ले के भीतर ले कर आ रहा है। प्रभु, । प्रदान कीजिए; ऐसा ही होने पाये जैसा कि यह अपने जीवन के दो राहे पर खड़ी हुई है…“ जो मेरा वचन सुनता है, और मेरे भेजने वाले की प्रतीति करता है, अनन्त जीवन उसका है। प्यारे परमेश्वर, इस मसीही युवती, को यह प्रदान कीजिए।“वह जो मेरे पास आता है, मैं उसे किसी भी रीति से बाहर ना निकालँगा।” और जबकि संत लोग खड़े होकर उस युवती के लिए दुआ कर रहे हैं, जो खुद भी प्रार्थना कर रही है…आप याद रखें, यहाँ तक कि जब पौलुस पर इतनी बुरी तरह से पत्थरवाह किया गया था, कि वह पड़ा मर रहा था, लेकिन जब संत लोगों ने खड़े होकर उस पर दुआ की, तो उसे फिर से जीवन मिल गया था, क्योंकि उन संत लोगों की देहों में वह जिला उठाने वाली सामर्थ थी, जो जीवन की आत्म संत पौलुस के पास फिर से लेकर आयी थी। परमेश्वर, यह यकीनन प्रार्थना कर सकती है….विश्वास की प्रार्थना इंसान के अंदर से मौत बाहर निकालकर जीवन लेकर आ जाती है। प्यारे परमेश्वर, यह प्रदान कीजिए। आप हमें अपनी आशीषं प्रदान करें जैसा कि हम आप की बाट जोहते हैं। हम यह प्रार्थना यीशु के नाम में माँगते हैं। अब जैसा कि हमारे सिर झुके हुए हैं, मैं भाई विलियम्स से कहूँगा, कि…

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Exit mobile version